भारतीय मोबाईल बाज़ार के 40 प्रतिशत हिस्से पर है चीन कंपनियों का कब्ज़ा

साल 2016 में कई नई कंपनियों ने भारत में अपने स्मार्टफोन लॉन्च करके वाहवाही बटोरी तो कुछ नामीं कंपनियों को अपने खराब फोन्स की बदौलत निंदा भी सहनी पड़ी। यह साल भारतीय मोबाइल बाज़ार के लिए काफी उठा-पटक वाला रहा रिंगिंग बेल्स जैसी देसी कंपनियों को आगमन, चीनी समान का बहिष्कार तथा भारतीय करंसी बदलने से मोबाइल्स की मांग पर पड़े प्रभाव ने कई रोचक तथ्यों को उजागर किया। वहीं अब चीन के सरकारी अखबार चाईना डेली में छपी एक खबर में दावा किया गया है कि चीनी कंपनी लेनोवो ने साल 2016 की तीसरी तिमाही में भारत में दूसरी सबसे ज़्यादा सेल करने वाली कंपनी रही है।

लेनोवो ला रहा है दमदार फोन बड़ी बैटरी के साथ होगा फुल एचडी डिसप्ले

इंटरनेशनल डाटा कारपोरेशन द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक भारत के मोबाईल बाज़ार का 40 प्रतिशत हिस्सा चीनी कंपनियों के कब्जे में है जिनमें सबसे ज़्यादा भागीदारी लेनोवो की रही है। इस सर्वे में भारत के 30 बड़े शहरों को शामिल किया गया था जिसमें बाद यह चौंकाने वाले आकंड़े सामने आए है। इस सर्वे में मुताबिक भारत में सबसे ज़्यादा फोन बेचने वाली कंपनियों में से सैमसंग पहले, लेनोवो दूसरे तथा शाओमी तीसरे नंबर पर रही है।

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सर्वे में यह सामने आया है कि भारतीय मोबाईल का बाजार में 10.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ शाओमी तीसरे स्थान पर रही है। वहीं कुछ समय पहले आईडीसी इंडिया की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में भी यह सामने आया था कि भारत में मोबाईल ​ब्रिकी के आॅनलाइन सेग्मेंट में औसत ​वृद्धि दर कुल 31 फीसदी दर्ज की गई जबकि चीनी निर्माताओं ने 35 फीसदी की दर से विकास किया था।

अब तक का सबसे दमदार फोन लॉन्च करने की तैयारी में है एप्पल

​रिपोर्ट पर नजर डालें तो आॅनलाइन और आॅफलाइन को मिला कर मोटोरोला और लेनोवो दोनों भारत में दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनियां बन गई हैं। कुल मोबाइल फोन इंपोर्ट में लेनोवो शेयर 9.6 फीसदी का था जबकि माइक्रोमैक्स 7.5 फीसदी शेयर के साथ दूसरे नंबर पर रहा। हालांकि इसमें शाओमी का हिस्सा सिर्फ 0.1 फीसदी का था।