5G Network और सुपर फास्ट 5G Internet की राह देख रहे इंडियन्स के लिए बड़ी खबर सामने आई है। ताजा अपडेट सामने आ रही है कि भारत सरकार के केंद्रीय कैबिनेट देश में होने वाली 5जी स्पैक्ट्रम की नीलामी यानी 5G Spectrum auction को मंजूरी दे दी है। कई रूकावटें आने के बाद अब 5जी की राह अब साफ हो गई है तथा अगले महीने ही यानी जुलाई 2022 में 5जी स्पैक्ट्रम की नीलामी शुरू हो जाएगा। एक बार इन स्पैक्ट्रम का आवंटन हो जाने के बाद बेहद जल्द भारतीयों को 4G से 10 गुणा अधिक तेज 5G Service प्राप्त हो जाएगी। उम्मीद है कि 5जी नेटवर्क पर 20Gbps तक की डाउनलोड स्पीड प्राप्त होगी।
5G in India
IMT/5G Spectrum की नीलामी को केबिनेट की मंजूरी मिल गई है। प्रैस विज्ञप्ति शेयर करते हुए बताया गया है कि दूरसंचार विभाग की ओर से दर्ज कराया गया प्रपोजल पीएम मोदी की अध्यक्षता में यूनियन केबिनेट की ओर से अप्रूव कर दिया गया है। इस मंजूरी के बाद अगले महीने से ही 5जी स्पैक्ट्रम की नीलामी शुरू होने की उम्मीद है। इस नीलामी में 5जी स्पैक्ट्रम पब्लिक और इंटरप्राइज़ेज दोनों को मुहैया कराए जाएंगे। गौरतलब है कि Jio, airtel और vi समेत Goolge, ericsson, Nokia, Amazon, TCS और Cisco जैसी दिग्गज़ कंपनियां इस नीलामी में अपनी बोली लगाएगी।
20 साल के लिए होगी नीलामी
5जी स्पैक्ट्रम की जानकारी देते हुए विभाग की ओर से बताया गया है कि फिलहाल दूरसंचार मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक स्पैक्ट्रम अगले 20 साल के लिए ही नीलाम होंगे जिनकी वैधता 2042 तक की होगी। यह नीलामी अगले महीने जुलाई में ही शुरू हो जाएगी। प्राप्त जानकारी अनुसार इस 20 साल वैलिडिटी पीरियड में कुल 72097.85 MHz spectrum की नीलामी होगी। इस ऑक्शन में 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz तथा 2300 MHz फ्रीक्वेंसी वाले लो बैंड्स, 3300 MHz मिड फ्रीक्वेंसी बैंड्स तथा 26 GHz High frequency bands शामिल रहेंगे।
10X फास्ट 5जी
दूरसंचार मंत्रालय का कहना है कि आने वाला 5जी मौजूदा 4जी से 10 गुणा ज्यादा फास्ट होगा। 5जी नेटवर्क पर 20Gbps तक डाटा डाउनलोड स्पीड मिल सकती है। बता दें कि केबिनेट की ओर से हर एक टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को अस्थायी रूप से 250 MHz E-band वाले 2 कैरियर अलॉट किए जाएंगे, जिससे इन कंपनियों बाजार की डिमांड को पूरा करने में आसानी होगी। एरिक्सन कंपनी का मानना है कि आने वाले 5 साल में भारत में 5G इंटरनेट यूजर की संख्या 50 करोड़ से भी अधिक होने वाली है।