बड़ी खबर: 15 अगस्त को नहीं लॉन्च होगा 5G! फिर आगे बढ़ी spectrum auction की तारीख, जानें क्या है कारण

5G launch in India उस मिठाई जैसा हो गया है जो हाथ में तो है लेकिन मुंह तक पहुंच पा रही है। देश में 5जी नेटवर्क को लेकर लंबे समय से काम चल रहा है और कुछ समय पहले ही यह खबर आई थी कि जुलाई 2022 में भारत में 5G spectrum auction हो जाएगा। एक बार 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी होने के बाद 15 अगस्त को ऑफिशियली 5G Network इंडिया में लॉन्च किए जाने की बात कही गई थी। लेकिन अब फिर से 5जी की राह में नया रोड़ा सामने आ गया है। ताजा खबर के मुताबिक अगले महीने होने वाला 5जी स्पेक्ट्रम ऑक्शन अब अस्थाई समय के लिए टाला जा रहा है और स्पेक्ट्रम नीलामी से लेकर 5g deployment तक सब की तारीख आगे बढ़ाई जा रही है।

इंडिया में 5जी को लेकर कहा जा रहा था कि जुलाई में स्पेक्ट्रम की नीलामी पूरी हो जाएगी और उसके बाद स्वतंत्रता दिवस के दिन यानी 15 अगस्त को 5जी नेटवर्क देश में कर्मिशयली रोलआउट कर दिया जाएगा। लेकिन अब हालात बदलते आ रहे हैं तथा 5जी पाने के लिए थोड़ा लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। बता दें कि इंडिया में 5जी नेटवर्क डिप्लॉय करने के काम सही स्पीड से पूरा हो रहा है। लेकिन इस बार देरी की वजह Jio, Airtel और Vi जैसी telecom service providers तथा Google, Amazon, Nokia, Cisco और TCS जैसे tech companies के बीच आपसी सह​मति न बनना है।

5G में देरी का कारण

5जी स्पेक्ट्रम को लेकर देश की टेलीकॉम कंपनियों और अन्य टेक कंपनियों के बीच रार पनप रही है। पाठकों को आसान तरीके से समझाएं तो अभी तक नेटवर्क डिप्लॉयमेंट में दूरसंचार कंपनियो की ही धमक रही है। देश में 3G और 4G सर्विस प्रोवाइड कराने का हक टेलीकॉम कंपनियों को ही दिया जाता रहा है। लेकिन इस बार सरकार ने ऐसा नहीं किया है।

5g spectrum auction delayed in india again on private networks issue

इस बार इंडिया में प्राइवेट 5जी नेटवर्क का लाइसेंस सिर्फ जियो, एयरटेल या वीआई को ही नहीं दिया जा रहा है बल्कि गूगल, टाटा, मेटा, सिस्को, बीआईएफ, नोकिया और सोनी जैसी कंपनियों को भी नेटवर्क डिस्ट्रिब्यूशन की कमान सौंपी जा रही है। बस यही बात हमारी टेलीकॉम कंपनियों का पसंद नहीं आ रही है। यह भी पढ़ें : 5G Spectrum खरीदने के लिए Jio, Airtel और Vi भर रही अपने खजाने! क्या इसीलिए महंगे किए हैं Mobile Recharge Plan?

Private 5G networks vs Public telecom network

Private 5G networks में टेक कंपनियों की भागीदारी Jio, Airtel और Vi को खल रही है और ये कंपनियां चाहती हैं कि सिर्फ टेलीकॉम कंपनियां ही अपने नेटवर्क से 5जी सर्विस उपलब्ध कराएं। बता दें कि मोबाइल सिम पर जो 5जी चलेगा वह तो पूरी तरह से इन्हीं दूरसंचार कंपनियों का होगा लेकिन 5जी सिर्फ मोबाइल व इंटरनेट तक ही सीमित नहीं रहने वाला है। इसमें IoT, LAN और बिजनेस नेटवर्क भी पूरी तरह से 5जी के जाल में बांधे जाएंगे।

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Cisco, TCS, Google, और Nokia जैसी कई कंपनियों है जो प्राइवेट सेक्टर में 5जी नेटवर्क उपलब्ध कराने की तैयारी में है। अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, फैक्ट्रियां, मॉल, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, होटल जैसी जगहों पर ये कंपनियां अपनी सर्विस प्रोवाइड करेगी और इन्हीं के लिए इस बार 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में इनके नाम भी शामिल हैं। ये सभी प्राइवेट नेटवर्क होंगे जो पब्लिक टेलीकॉम नेटवर्क से अलग रहकर काम करेंगे। इसी मुद्दे पर जियो, एयरटेल और वीआई अपनी स​ह​मति दर्ज नहीं करवा रही है और इसी वजह से स्पेक्ट्रम नीलामी फिर से आगे के लिए टाल दी गई है।

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