चीन से शुरू हुई एक महामारी ने आज भारत समेत पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। COVID-19 यानि कि कोरोना वायरस का आतंक दुनियाभर में बेहद तेजी से बढ़ रहा है और भारत देश भी इससे अछूता नहीं है। हर दिन देश के किसी न किसी ईलाके से कोई न कोई नया व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आ रहा है। इंडिया में कोराना संक्रमित लोगों का आकंड़ा बढ़कर 5,000 से भी अधिक हो चुका है और खबर लिखे जानें तो भारत में 164 लोग इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं। इंडिया पूरी तरह से लॉकडाउन है और सरकार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए व्यापक उपाय कर रही है। इसी बीच इंग्लैंड से चौंकाने वाली खबर आई है कि वहां के लोग Coronavirus से बचने लिए 5जी टॉवरों में आग लगा रहे हैं।
Coronavirus से जुड़ी यह खबर बेशक इंग्लैंड की हो लेकिन इस वक्त पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचे हुए है। इंग्लैंड यानि यूनाइटेड किंगडम के लोग कोरोना वायरस से बचने के लिए वहां लगे 5जी टॉवर में आग लगा रहे हैं। यूके के कई लोगों का यह मानना है कि 5G टेक्नोलॉजी की वजह से ही दुनियाभर में कोरोना वायरस का विस्तार हो रहा है। बस इसी बात का गुस्सा लोगों ने वहां लगे 5जी टॉवर पर निकाल दिया और कई ईलाकों में लगे 5जी नेटवर्क को आग के हवाले करते हुए उन्हें फूंक दिया।
यह मामला बेशक सुनने में आश्चर्यचकित कर दे लेकिन आपको बता दें कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है बल्कि कोरी अफवाह है। दरअसल वहां पर सोशल मीडिया में खबर फैल गई थी कि 5G टेक्नॉलोजी की वजह से ही कोरोना वायरस फैल रहा है इन अफवाहों में बताया गया था कि चीन के वुहान शहर में भी हाल ही में 5जी का परिक्षण हुआ था और वहां पर 5जी टॉवर लगाए गए थे। ये टॉवर लगने के बाद ही वहां पर कोविड-19 सामने आया है और फिर तेजी से पूरे ईलाके में फैल गया। जैसे-जैसे ये खबर इंग्लैंड में फैलती गई वहां के लोगों में गुस्सा बढ़ता गया और उन्होंने 5G नेटवर्क के टॉवर्स में आग लगा दी।
आपको बता दें कि 5जी टॉवर में आग लगाने के साथ ही यूके के कई ईलाकों में 5जी इंस्टॉलेशन में लगे कर्मियों के साथ ही दुर्वव्यहार करने के मामले सामने आए हैं। जब यह मामला ज्यादा बिगड़ने लगा तो वहां के मोबाइल नेटवर्क से जुड़े उद्योग समूहों ने अपने यूजर्स को मैसेज व ओपन लेटर लिखकर समझाया और इस अफवाह को रोकने की बात कही। इस तरह यूके सरकार ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के फैलने और 5जी तकनीक के बीच कोई भी संबंध अभी तक सामने नहीं आया है। इस बात को और प्रबल करने के लिए यूके में भारत का उदाहरण भी दिया गया कि इंडिया में अभी तक 5G टेक्नोलॉजी की शुरुआत नहीं हुई है और वहां भी कोरोना अपने पैर पसार रहा है।
38 प्रतिशत गिरी सेल
सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल फरवरी में स्मार्टफोन मार्केट की परफॉर्मेंस के मुकाबले इस साल स्मार्टफोन्स की सेल काफी कम रही है और इसका सीधा कारण कोरोना वायरस को माना जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल शिपमेंट फरवरी महीने में 6.1 करोड़ यूनिट्स रही थी। इस तरह पिछले साल के मुकाबले सेल में 38 प्रतिशत की कमी देखी गई थी। वहीं, अगर बात करें पिछले साल 2019 की तो इस साल फरवरी में 9.9 करोड़ स्मार्टफोन्स की सेल देखने को मिली थी। स्मार्टफोन मार्केट में यह स्थिति का कसूरवार COVID-19 महामारी को बताया जा रहा है। इसी वायरस के कारण स्मार्टफोन कंपनियां भी नए डिवाइस लॉन्च इवेंट्स करने के बजाय ऑनलाइन ही लॉन्च कर रहे हैं।