रिलायंस जियो का आना यूं तो सभी टेलीकॉम कंपनियों के लिए घाटे का सौदा रहा है। लेकिन जियो की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल को। जियो के सामनें खड़े रहने तथा अधिक से अधिक 4जी यूजर्स को लुभाने के लिए एयरटेल ने सस्ते प्लान्स और आर्कषक आॅफर्स तो पेश किए लेकिन इसकी वजह से कंपनी को प्रॉफिट में 76 प्रतिशत तक की कमी उठानी पड़ी है।
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साल 2017 की तीसरी तिमाही को लेकर जारी की गई रिपोर्ट से पता चला है कि जुलाई, अगस्त और सितंबर माह के दौरान एयरटेल का कंपनी के शुद्ध लाभ में 76 प्रतिशत का नुकसान झेलना पड़ा है। साल 2016 की तीसरी तिमाही में एयरटेल का प्रॉफिट 1,461 करोड़ रुपये रहा था जब्कि इस साल की तीसरी तिमाही में यह घट कर 343 करोड़ रुपये का गया है।
पूरे साल की रिपोर्ट पर नज़र डाले तो तकरीबन 1 साल से एयरटेल के मुनाफे में लगातार कमी आ रही है। इस साल की तीसरी तिमाही में जो प्रॉफिट 343 करोड़ रुपये पर आकर रूका है वह दूसरी तिमाही में 367 करोड़ रुपये था। जियो की वजह से पड़े इस इफेक्ट के चलते टेलीकॉम एक्सपर्ट्स का मानना था कि सिंतबर तिमाही में एयरटेल का लाभ 306 करोड़ रुपये तक आंका गया था, लेकिन कंपनी की हालत इतनी बुरी नहीं हुई।
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एयरटेल एमडी और सीईओ, इंडिया एंड साउथ एशिया, गोपाल विट्टल के अनुसार टेलिकॉम इंडस्ट्री पर 5 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर्ज है। और कुछ कंपनियों ने अपनी फ्री सेवाएं देकर बाजार को असंतुलित कर दिया है। प्राइस वॉर के चलते जहां कंपनियों की आमदनी और मुनाफे में भारी गिरावट आई है वहीं ट्राई ने भी इंटर कनेक्ट चार्जेज (आईयूसी) को 57 प्रतिशत घटाकर 14 पैसे से 6 पैसे कर दिया है। गोपाल का कहना है कि साल के अंत तक हालात और भी बुरे हो सकते हैं।