मई के महीने में गर्मी पूरे भारत में अपने पैर पसार चुकी है। उत्तर भारत में तापमान 45 डिग्री को छू गया है तथा दिन ढलने के बाद भी लू के थपेड़े झेलने पर रहे हैं। भीषण गर्मी से सिर्फ आम आदमी का ही हाल बेहाल नहीं हुआ है बल्कि यह बढ़ता टेम्परेचर आपके खास जिगरी दोस्त यानी आपके मोबाइल फोन के लिए भी उतना ही नुकसानदेह साबित हो रहा है। गर्मी बढ़ते ही फोन हिट होने लगता है और उसमें आग लगने व ब्लास्ट का खतरा भी बना रहता है। लेकिन इसके साथ-साथ गर्मियों में स्मार्टफोंस में Battery Drain की समस्या भी देखने को मिलती है। क्या आपके साथ भी ऐसा हो रहा है कि गर्मी के मौसम में मोबाइल फोन की बैटरी जल्द डिस्चार्ज हो रही है? अगर आप भी बैटरी ड्रेन की समस्या से दो चार हो रहे हैं तो आगे का आर्टिकल आपके बेहद काम आने वाला है।
सबसे पहले तो आपको बता दें कि स्मार्टफोन खुद से भी हिट जनरेट करते हैं। फोन के कई पार्ट्स प्रोसेसिंग के दौरान गर्मी उत्पन्न करते हैं जो माइक्रोस्कोपिक लेवल पर होती है। 95 डिग्री फारेनहाइट यानी 35 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान बैटरी के लिए सही नहीं माना जाता है। फोन की प्रोसेसिंग के दौरान जो बैटरी पहले से ही गर्म होती है उसपर बढ़ता तापमान आग में घी का काम करता है। फोन की इंटरनल और एक्स्टर्नल हीट बैटरी पर अधिक दबाव बनाने लगती है जो सीधे बैटरी हेल्थ पर प्रभाव डालता है और बैटरी तेजी से ड्रेन होने लगती है। बैटरी में हो रही रेपिड कैमिकल मूवमेंट न सिर्फ उसे गर्म करती है बल्कि इसकी वजह से मोबाइल फोन भी स्लो डाउन हो जाता है और धीमे काम करने व हैंग जैसी स्थिति पैदा होती है।
ऐसे बनाएं बैटरी की हेल्थ
1. फुल चार्ज न करें फोन
Mobile Phone की बैटरी को फुल चार्ज करना गलत है। स्मार्टफोन को कभी भी पूरे 100 प्रतिशत चार्ज ना करें और जब भी फोन चार्जिंग पर लगाए 90 प्रतिशत के करीब बैटरी चार्ज होने पर उसकी चार्जिंग बंद कर दे। फोन को लगातार चार्जिंग पर लगाए रखने से वह ओवरचार्ज होता रहता है। यह ओवरचार्जिंग बैटरी की हेल्थ के लिए बेहद खतरनाक है और बाद में बार-बार हिट होने और जल्दी डिस्चार्ज होने का कारण भी बनती है।
2. चार्ज करने के लिए डिस्चार्ज होने का इंतजार
एक कहावत है कि आखिरी बूंद तक निचोड़ना! मोबाइल फोन के मामले में भी कई ऐसे लोग हैं जो बैटरी लो होने के बावजूद भी फोन को तब तक यूज़ करते रहते हैं जब तक कि वह मृत्यु शैया पर नहीं पहुंच जाता। यह आदत बेहद ज्यादा गलत है। कभी फोन के डिस्चार्ज होने का इंतजार न करें इससे भी बैटरी हेल्थ खराब होती है। कोशिश करें कि बैटरी 20 प्रतिशत तक आने पर ही उसे चार्ज पर लगा दें। इससे बैटरी गर्म भी नहीं होगी और लंबे समय तक चलेगी।
3. फोन चार्ज करने का तरीका
जब भी फोन को चार्ज किया जाता है जो इलेक्ट्रिसिटी फोन बैटरी में जाने पर थर्मल हिट पैदा करती है। फोन के कूलेंट इस हिट को बाहर निकालने का काम करते हैं। लेकिन अगर आप फोन को चार्ज पर लगाने के दौरान बिस्तर, गद्दे, तकिये या फिर किसी चादर पर रख देते हैं तो चार्जिंग के दौरान उत्पन्न हुई हिट बाहर नहीं निकल पाती और अंदर ही ट्रैप होने लगती है। इस आदत को तुरंत बदल लें।
4. ऑरिजनल चार्जर और यूएसबी ही करें यूज़
स्मार्टफोन के साथ आया चार्जर व यूएसबी टूट जाने या खराब हो जाने के बाद लोग नया ऑरिजनल चार्जर लेने से बचते नज़र आते हैं। वो कम कीमत पर मिल रहे थर्ड पार्टी चार्जर से कम तो चला लेते हैं लेकिन सस्ते का चक्कर बहुत महंगा पड़ सकता है। फोन तो किसी भी चार्जर और यूएसबी से चार्ज हो जाता है लेकिन यह बैटरी हेल्थ पर बुरा असर डालता है। बैटरी हीटिंग से लेकर स्लो चार्जिंग व बैटरी ब्लास्ट जैसी चीजों का खतरा बना रहता है।
5. फोन को धूप से रखे दूर
अपने मोबाइल फोन को सूरज की तेज रोशनी से बचा कर रखें। कोशिश करें कि धूप में खड़े होकर फोन पर बात न करें। इसी तरह चार्जिंग ऑन करके फोन पर बात करना खतरनाक साबित हो सकता है। अगर फोन गर्म है तो थोड़ी देर के लिए उसमें कोई काम न करें। फोन का कवर निकाल दें और उसके कुछ देर ठंडा होने के लिए रख दें।