इंडिया में 5G Network को चालू होने में अभी सालभर का समय लगना तय है। लोगों को 5G Internet मिलेगा तो जरूर लेकिन शायद हरेक भारतीय तक इसे पहुॅंचने में साल 2023 शुरू हो जाएगा। अभी देश में 5G Trails शुरू हो चुके हैं तथा Reliance Jio, Airtel और Vodafone Idea अपने-अपने स्तर पर नेटवर्क व स्पीड को टेस्ट कर रही है। दूरसंचार कंपनियां काम के शुरूआती पड़ाव में हैं लेकिन इंडिया में मौजूद स्मार्टफोन ब्रांड कुछ ज्यादा ही उत्साही नज़र आ रहे हैं। Xiaomi, Realme, OPPO, VIVO, OnePlus तथा POCO सहित Samsung व Apple जैसे ब्रांड्स भारत में अपने 5जी फोन लॉन्च कर रहे हैं। प्रतिस्पर्धा की होड़ कुछ ऐसी मची हुई है कि कई चीनी कंपनियां तो Cheapest 5G SmartPhone यानी सबसे सस्ते 5जी फोन को लॉन्च करने की लड़ाई लड़ रही है। इंडिया में 15,000 रुपये के बजट में 5जी फोंस आ चुके हैं और Realme जैसे ब्रांड का दावा तो 10,000 रुपये के बजट में 5जी फोन लाने का है। ये मोबाइल कंपनियां अपनी नाक और साख को तो उंची कर रही है लेकिन यूजर्स की मनोदशा से बखूबी खेला जा रहा है। भारतीय लोग 5G के लालच में ये स्मार्टफोंस खरीद तो रहे हैं लेकिन आपको दो टूक बता दें कि ये 5जी फोन आपके लिए पूरी तरह ‘बेकार’ हैं।
कम RAM और Storage
आज 10,000 से 12,000 रुपये तक के बजट वाले 4G SmartPhones में 6GB RAM और 128GB Storage आम हो चुकी है। लेकिन सस्ते 5G Phones लाने के चक्कर में टेक ब्रांड्स इन मोबाइल फोंस की रैम मैमोरी और इंटरनल स्टोरेज में पैसे बचाने की कोशिश करते हैं। ऐसे 5जी फोंस में अमूमन रैम मैमोरी और इंटरनल स्टोरेज कम मिलती है। अधिक रैम दी भी जाती है तो उसमें डबल डाटा रेट (DDR) की कमी होती है वहीं दूसरी ओर फोन की स्टोरेज टेक्नोलॉजी यूनिवर्सल फ्लैश स्टोरेज (UFS) में भी कॉम्प्रोमाइज़ किया जाता है।
हल्का Processor
सस्ते 5G Phones के प्रोसेसर खासतौर पर कम बजट वाले मोबाइल के लिए ही बनाए जाते हैं। ऐसे प्रोसेसर में 5जी बैंड सपोर्ट तो दिया जाता हैं लेकिन अन्य परफॉर्मेंस पावर को किनारे कर दिया जाता है। और सबसे बड़ी बात जिस 5जी सपोर्ट के नाम पर ये चिपसेट और प्रोसेसर फोन में डाले जा रहे हैं, इंडिया में 5जी नेटवर्क न होने के चलते प्रोसेसर का वह असली काम अभी संभव ही नहीं है। यह तो वही बात हो गई ‘शादी के लिए दुल्हन मिली नहीं लेकिन शेरवानी पहले ही सिलवा ली‘। Qualcomm और MediaTek जैसी कंपनियां अपने लो बजट 5जी फोंस के प्रोसेसर ला तो रही है लेकिन भारत में जब तक 5जी शुरू होगा तब तक ये प्रोसेसर बनने बंद हो चुके होंगे और नए चिपसेट आ जाएंगे।
समझौते वाली Screen
कम कीमत वाले 5G Phone में Phone Display के साथ समझौता करना पड़ता है। ऐसे स्मार्टफोंस में हाई रेज्ल्यूशन वाली स्क्रीन तो दी जाती है लेकिन Refresh Rate, nits Brightness और Contrast Ratio से लेकर PPI तथा DPI में कमी कर दी जाती है। वहीं कम कीमत वाले 5जी फोंस में एमोलेड और ओएलईडी पैनल से लेकर इन-डिसप्ले फिंगरप्रिंट सेंसर जैसी तकनीक को भी किनारें पर दिया जाता है। ऐसे स्मार्टफोंस में 5G सपोर्ट तो होगा लेकिन डिसप्ले क्वॉलिटी कम मिलेगी।
लो Megapixel Camera
डिसप्ले की ही तरह कम कीमत में 5जी फोन लाने के चक्कर में स्मार्टफोन ब्रांड उसके कैमरे से भी कॉम्प्रोमाइज़ कर लेते हैं। 15,000 रुपये तक के बजट में एक 4जी स्मार्टफोन जहां 64 मेगापिक्सल प्राइमरी सेंसर और क्वॉड रियर कैमरे से लैस होता है वहीं 5जी फोन में सेंसर्स की गिनती और मेगापिक्सल पावर कम मिलती है। वहीं सस्ते 5G Phone में Macro lens, TelePhoto Lens, Ultra Wide Angle और Depth Sensor से भी समझौता करना पड़ता है।
छोटी Battery
इस वक्त स्मार्टफोन मार्केट में एक नया ट्रेंड धीमे-धीमे गति पकड़ रहा है। वह है फोन में बैटरी बेशक कम हो लेकिन उसे हैवी फास्ट चार्जिंग तकनीक से लैस किया जाए। सस्ते 5जी फोंस में बैटरी पावर और चार्जिंग तकनीक दोनों में समझौता किया जाता है। भारतीय बाजार में आज 6,000एमएएच बैटरी वाले स्मार्टफोन 13,000 रुपये तक की कीमत पर सेल के लिए उपलब्ध हैं लेकिन 15,000 रुपये तक के 5जी फोंस की बात आती हैं तो यहां बैटरी पावर कम देखने को मिलती है। इसी तरह सस्ते 5जी फोंस में फास्ट चार्जिंग तकनीक की वॉट पावर भी कम देते हुए फोन की कॉस्ट कटिंग की जाती है। यह भी पढ़ें : देखें कैसा रहा है Mobile Network Technology का 5G तक का सफर, कितना बदला है इंटरनेट का बाजार
—-> उपर बताए गए प्वाइंट्स अगर आपको तसल्ली नहीं दे पाएं है तो सीधी सी बात समझिए कि 5G Network को इंडिया के हर कोने तक पहुॅंचने में अभी तकरीबन 2 साल का समय लगेगा। ऐसे में आप जो मोबाइल फोन आज खरीद रहे हैं वह दो साल बाद बेहद पुराना हो चुका होगा। उस फोन में दिए गए फीचर्स, स्पेसिफिकेशन्स और डिजाईन के साथ-साथ 5G Processor तक आउटडेटेड हो चुका होगा और जब तक 5जी शुरू होगा तब तक दर्जनों नए 5जी फोन लेटेस्ट तकनीक और चिपसेट के साथ मार्केट में लॉन्च हो चुके होंगे। ऐसे में अगर आज कोई स्मार्टफोन आप सिर्फ 5G देखकर ले रहे हैं तो इसे समझदारी बिल्कुल नहीं कहा जाएगा।