दुनिया के सबसे अमीर शख्सिय की लिस्ट में शामिल स्पेस-एक्स के सीईओ एलन मस्क ने कुछ समय पहले संकेत दिया है कि कंपनी की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा जल्द ही भारत में आ सकती है। दरअसल, एक ट्विटर यूजर ट्रायोनसेट ने मस्क से पूछा कि भारत में स्टारलिंक सेवा कब शुरू होगी, जिसपर उन्होंने जवाब दिया कि वह रेगुलेटर अप्रूवल का इंतजार कर रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर इंडिया में स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा आती है तो जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को खासी परेशानी उठानी पड़ेगी।
वहीं, StarLink कंपनी सैटेलाइट के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट की सर्विस फिलहाल बीटा स्टेज पर है। बीटा यूज़र्स ने इसकी धीमी इंटरनेट स्पीड को लेकर कई बार शिकायत की है, लेकिन ऐसा लग रहा है कि इसमें जल्द ही सुधार किया जाएगा। बता दें कि Elon Musk के अनुसार, स्टारलिंक की सैटलाइट इंटरनेट सर्विस भविष्य में लाइट की स्पीड से डाटा ट्रांसफर करने में सक्षम होगी। इसे भी पढ़ें: Reliance Jio को टक्कर देने TATA करने जा रही है इंटरनेट की दुनिया में एंट्री, बढ़ेगी अंबानी की टेंशन, जानें पूरा प्लान
Sure, they just need to find a friendly neighboring country who wants to help the US against Taliban so they can deploy a downlink station. pic.twitter.com/OoQPUoTA87
— Scott Manley (@DJSnM) September 1, 2021
दरअसल, एक ट्विटर यूज़र स्कॉट मैनले (@DJSnM) ने लेजर और इसके पीछे की टेक्नोलॉजी पर सवाल पूछा, जिसके जवाब में SpaceX के CEO ने दावा किया है स्टारलिंक सैटलाइट इंटरनेट सर्विस में इस्तेमाल किए जाने वाली इस टेक्नोलॉजी के चलते लाइट की स्पीड से डेटा ट्रांसफर होगा। इसके अलावा हाल ही में Elon Musk ने बताया कि अगले कुछ महीनों में लॉन्च होने वाले उनके सैटेलाइट्स में इंटर- सैटेलाइट लेजर लिंक हैं, जिसकी वजह से किसी लोकल डाउनलिंक की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसे भी पढ़ें: पैसे डबल करने के नाम पर ‘Elon Musk’ ने टीचर से ठग लिए 9,29,973 रुपए
बता दें कि कंपनी का लक्ष्य लगभग 30,000 स्टारलिंक सैटेलाइट्स को ओरिबट में लॉन्च करना और लाखों ग्राहकों के लिए अपने यूजर पूल का विस्तार करना है। वहीं, Starlink ने हाल ही में ग्राहकों को 1,00,000 टर्मिनल भेजे हैं। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य सैटेलाइट्स के समूह के माध्यम से ग्लोबल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करना है।