सरकार ने तय की Minimum ब्रॉडबैंड स्पीड, चार गुना बढ़कर हुई 2 Mbps

Highlights
  • सरकार ने इंडिया में न्यूनतम ब्रॉडबैंड स्पीड को बढ़ा दिया है।
  • यूजर्स को अब 512 kbps की जगह 2 Mbps की न्यूनतम स्पीड मिलेगी।
  • नियम को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

अगर आप भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट यूजर्स हैं तो यह खबर आपको खुश करने वाली है। दरअसल, कुछ समय पहले भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी TRAI ने भी न्यूनतम ब्रॉडबैंड स्पीड को बढ़ाने के लिए भारत सरकार से आग्रह किया था। वहीं, ट्राई के सुझाव को मानते हुए अब केंद्र सरकार की ओर से इंडिया में न्यूनतम ब्रॉडबैंड स्पीड को बढ़ा दिया है। अब यूजर्स को कम से कम 2 Mbps की स्पीड मिलेगी। वहीं, पहले कम से कम 512 Kbps स्पीड यूजर्स को मिलती थी।

4 गुना बढ़ी न्यूनतम स्पीड

टेलिकॉम प्रोवाइडर को 512 kbps की जगह 2 Mbps की न्यूनतम स्पीड तत्काल प्रभाव से करना होगा। ऐसे में हर टेलिकॉम ऑपरेटर को अपने ग्राहक को उनके ब्रॉडबैंड कनेक्शन पर कम से कम 2 Mbps की स्पीड देना अनिवार्य हो गया है।

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बता दें कि भारत सरकार तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था बनना चाहती है। ऐसे में डेली के कामकाज के लिए एक तय इंटनरेट स्पीड लिमिट होनी चाहिए। TRAI ने भी न्यूनतम ब्रॉडबैंड स्पीड को 512 Kbps से बढ़ाकर 2 Mbps करने का सुझाव सरकार को दिया था।

भारत के टेलिकॉम सेक्टर में इस समय Reliance Jio, Bharti Airtel और Vodafone Idea के अलावा सरकारी टेलिकॉम ऑपरेटर भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की ओर से भी ब्रॉडबैंड सर्विस दी जा रही है। वहीं, TRAI के आंकड़ों के मुताबिक नवंबर 2022 के आखिरी तक कुल 825.4 मिलियन ब्रॉडबैंड ग्राहक थे, जिनमें से 793.5 मिलियन वायरलेस यूजर्स हैं। इसके अलावा बाकी सभी वायरलाइन इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं।

एयरटेल की वेबसाइट के अनुसार 2 एमबीपीएस की न्यूनतम गति टेक्स्ट और ईमेल भेजने के लिए काफी है और फिल्मों को स्ट्रीम करने या ओटीटी का उपयोग करने के लिए बहुत अधिक स्पीड की आवश्यकता होती है। इसके अवलावा टेलीकॉम ऑपरेटर द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक ब्रॉडबैंड प्लान 40 एमबीपीएस और 1 जीबीपीएस के बीच स्पीड देने का वादा करता है।

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