अक्सर ऐसी समस्या का सामना करना पड़ता रहता है जब कहीं फोन करना हो और नेटवर्क न मिले या बीच में ही कट जाएं। लेकिन अब जल्द ही यह समस्या खत्म होने वाली है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इंटरनेट टेलीफोनी को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब बिना मोबाईल नेटवर्क के वाईफाई के जरिये ही वॉयस कॉल हो सकेगी।
क्या है इंटरनेट टेलीफोनी
सबसे पहले तो आपको बता दें कि आखिर इंटरनेट टेलीफोनी है क्या और कैसे काम करती है। दरअसल इंटरनेट टेलीफोनी इंटरनेट वेव्स या वाईफाई रेंज पर काम करती है। इसके जरिये टेलीकॉम कंपनी का नेटवर्क न होने पर भी इंटरनेट के माध्यम से वॉयस कॉल की जा सकती है। तथा इसके लिए व्हाट्सऐप, स्काईप या फेसबुक जैसी किसी खास ऐप की जरूरत नहीं होती। इंटरनेट टेलीफोनी के माध्यम से घर, ऑफिस और पब्लिक वाई-फाई के जरिए किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन नंबर पर बिना नेटवर्क के भी कॉल कि जा सकती है।
ट्राई की राय
इंटरनेट टेलीफोनी पर ट्राई का मानना है कि मौजूदा लाइसेंसिग फ्रेमवर्क के अनुसार, इंटरनेट टेलिफोनी सर्विस को भारत जैसे देख में उपलब्ध कराया जा सकता है। ट्राई ने इसे बेहद ही आसान और कम खर्चीला विकल्प बताया है। ट्राई के अनुसार इस सर्विस से खराब या लो नेटवर्क क्षेत्रों के साथ ही सफर के दौरान व कहीं भी कॉल ड्रोप तथा नेटवर्क बीच में कट जाने जैसी समस्याओं में काफी कमी आऐगी।
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आपकों बता दें कि ट्राई द्वारा इंटरनेट टेलीफोनी पर सहमति जताए जाने के बाद कुछ टेलीकॉम कंपनियों ने इसका विरोध भी किया है। कंपनियों का कहना है इंटरनेट टेलीफोनी को पब्लिक नेटवर्क पर उपलब्ध कराया जाता है, तो यह उन ऑपरेटर्स को भारी नुकसान पहुंचाएगा, जो वॉयस सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनियों को नुकसान पहॅुंचेगा तथा वॉयस कॉल यूज़ करने वाले लोग इंटरनेट कॉल का ज्यादा तवज्जो देंगे। वहीं, टेलिकॉम कंपनियों के विरोध पर ट्राई ने असहमति जताई है। तथा सब सुचारु रूप से चलता रहा तो जल्द ही यह सर्विस आम यूजर्स के लिए जारी कर दी जाएगी।