Reliance Jio, Airtel, Vodafone Idea (Vi) और BSNL ये चार टेलीकॉम कंपनियां ही इन दिनों भारतीय बाजार में सक्रिय है। तीन कंपनियां निजी सेक्टर की है तथा एक सरकारी। पिछले कुछ दिनों से इन सभी दूरसंचार कंपनियों के मोबाइल यूजर बड़ी कन्फ्यूजन में नज़र आ रहे हैं। रिलायंस जियो, एयरटेल और वीआई तीनों प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने Mobile Recharge Plans का रेट बढ़ा दिया है। रिचार्ज प्लान महंगे होने के बाद से ही ग्राहक किसी सस्ते ऑप्शन की तलाश में हैं। सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल उपभोक्ताओं को बेहद कम कीमत पर सस्ते रिचार्ज प्लान्स तो दे रही है लेकिन इस कंपनी के नेटवर्क और सर्विस को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं। टेलीकॉम इंडस्ट्री में मची इस उथल-पुथल के बीच इंडियन मोबाइल यूजर्स ने BSNL को सलाह दे डाली है कि यदि कंपनी अपने Network और Service में सुधार कर ले तो देश के लाखों लोग अपने मोबाइल नंबर को बीएसएनएल कंपनी में पोर्ट कर लेंगे।
BSNL के लिए इसे बड़ी उपलब्धि कहा जाए या फिर शर्म, यह तो पता नहीं लेकिन इतना जरूर कह सकते हैं कि बीएसएनएल कंपनी के लिए यह बेहद सुनहरा मौका है देश में अपने दिन सवॉंरने का। इन दिनों सबसे अधिक मोबाइल यूजर बीएसएनएल पर ही भरोसा दिखा रहे हैं। Jio, Airtel और Vi के महंगे रिचार्ज तथा असंतुलित वैलिडिटी देने वाले मोबाइल प्लान्स जैसी मनमानी से परेशान भारतीय ग्राहक BSNL को ही सस्ते और बेहतर ऑप्शन की नजर से देख रहे हैं। अनेंको लोग भारत संचार निगम लिमिटेड को अपनाना तो चाहते हैं लेकिन कंपनी की नेटवर्क प्रॉब्लम और लचर सर्विस के चलते अपने कदम पीछे खींच रहे हैं। 91मोबाइल्स के सोशल मीडिया हैंडल पर ऐसे ही मोबाइल यूजर्स का कहना है कि ‘बीएसएनएल अपना नेटवर्क अच्छा करो, सब नंबर पोर्ट कर लेंगे।’
BSNL लगाएगी 1 लाख नए मोबाइल टॉवर
बीएसएनएल की गंभीर नेटवर्क समस्या तथा मोबाइल यूजर्स की जरूरत को समझते हुए भारत संचार निगम लिमिटेड देश में अपने मोबाइल टॉवर की गिनती बढ़ाने तथा नेटवर्क फ्रीक्वेंसी को बढ़ाने का काम करेगी। कंपनी की योजना के अनुसार पूरे देश में 1,00,000 नए मोबाइल टॉवर लगाए जाएंगे। ये सभी मोबाइल टॉवर आने वाले दिनों में कंपनी द्वारा चालू की जाने वाली 4G Service के लिए होंगे। इसके साथ ही मौजूदा 2जी नेटवर्क को भी 4जी नेटवर्क पर अपग्रेड किया जाएगा। BSNL 4G अगस्त तक चालू होने के आसार है जिसके लिए कंपनी ने TCS यानी टाटा कन्सल्टन्सी सर्विस के साथ साझेदारी की हुई है।
BSNL Network Problem
बहुत से बीएसएनएल यूजर्स की शिकायत है कि बीते दिनों प्राइवेट कंपनियों द्वारा टैरिफ प्लान्स महंगे किए जाने के बाद Jio, Airtel और Vi से अपना मोबाइल नंबर पोर्ट करवाकर BSNL Network को चुना था। लेकिन उनके ईलाकों में कंपनी की नेटवर्क कवरेज बेहद कमजोर है। इन बीएसएनएल यूजर्स का कहना है कि उनके एरिया में मोबाइल सिग्नल बेहद कम आते हैं और वॉयस कॉल पर ठीक से बात भी नहीं हो पाती है। वीक सिग्नल और कमजोर नेटवर्क के चलते बार-बार कॉल अनएवेलेबल तथा कॉल ड्रॉप जैसी दिक्कतें सामने आ रही हैं। इस तरह की शिकायत ज्यादातर छोटे शहरों तथा ग्रामीण ईलाकों से सामने आई है। यह भी पढ़ें : इनकमिंग कॉल फ्री हो और वैलिडिटी रिचार्ज हो बंद! मोबाइल यूजर्स ने उठाई आवाज
BSNL Service Problem
बीएसएनएल नेटवर्क प्रॉब्लम के साथ अलावा जिस समस्या से सबसे ज्यादा मोबाइल यूजर परेशान हैं, वह है कंपनी की खराब सर्विस। कहा जा रहा है कि अधिक टॉवर लगाकर या नई तकनीक के जरिये कंपनी अपना नेटवर्क तो स्ट्रॉन्ग कर लेगी, लेकिन बीएसएनएल की कार्यप्रणाली और इसके कर्मचारियों के रवैये की वजह से दिन प्रतिदिन खराब हो रही सर्विस से यह कंपनी कैसे उभर पाएगी। लोगों की शिकायत है कि कंपनी की सर्विस बेहद खराब है और यह भी एक बड़ा कारण है जिसकी वजह से मोबाइल यूजर बीएसएनएल को चुनने से कतरा रहे हैं।
BSNL यूजर्स का कहना है कि उनके एरिया में लाईट चले जाने के बाद मोबाइल टॉवर बंद पड़ जाते हैं। टॉवरों के लिए लगाए गए जनरेटर सही वक्त पर चलाए नहीं जाते हैं और इस वजह से नेटवर्क सिग्नल की समस्या बनी रहती है। वहीं बहुत से उपभोक्ताओं का कहना है कि कंपनी के टॉवर, खंबे, तार या किसी अन्य उपकरण में कोई खराबी आ जाती है तो उनकी मरम्मत में बहुत लंबा समय लग जाता है। बार-बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद बीएसएनएल की ओर से कोई सुध नहीं जाती है तथा कंपनी के कर्मचारी ढीला और सुस्त रवैया अपनाते हैं। यह भी पढ़ें : अपनाना तो चाहते हैं BSNL लेकिन फिर भी बना रहे दूरी, आखिर क्या है हम भारतीयों की मजबूरी? जानें 5 कारण
BSNL में होगा सुधार?
इस वक्त बीएसएनएल बेहद ज्यादा डिमांड में है। यह बात तो खुद TRAI की रिपोर्ट में भी सामने आ चुकी है कि मोबाइल यूजर Jio और Vi का नेटवर्क छोड़कर BSNL में नंबर पोर्ट करवा रहे हैं। लेकिन बड़ा सवाल यही है कि क्या बीएसएनएल के स्थिति में जल्द सुधार देखने को मिलेगा या नहीं! आपको बता दें कि हाल ही भारत सरकार की ओर से बीएसएनएल को वित्त वर्ष 2022-23 में 44,720 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया गया है। इस भारी रकम के साथ ही सरकार 3300 करोड़ रुपये वीआरएस अर्थात् Voluntary Retirement Scheme के लिए और 3550 करोड़ रुपये GST के लिए भी BSNL को प्रदान करेगी।
इस धनराशि का इस्तेमाल टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन और रीस्ट्रकचरिंग के साथ ही पूरे देश में BSNL 4G Service लागू करने के लिए किया जाएगा। इस पूरे परिदृश्य को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इस वक्त BSNL मोबाइल यूजर्स की डिमांड में भी है और कंपनी के पास निवेश के लिए पैसा भी है और उद्देश्य भी है। अगर कंपनी सभी आस्पेक्ट्स का सही उपयोग कर ले तथा अपनी पॉलिसी में बदलाव कर ले तो, आने वाले समय में बीएसएनएल देश की सबसे चहेती और बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन सकती है।
Bsnl एक ऐसी कंपनी है जो हमारे भारत की सरकारी कंपनी है इस कंपनी में जो भी ब्यक्ति काम करते है उन्हें सरकारी वेतन मिलता है bsnl में कर्मचारियों की कमी है इस कंपनी में काम करने वाले युवा होने चाहिए कर्मचारियों के ऊपर प्रेसर होना चाहिये जो कि अभी नही है नेटवर्क का प्रॉब्लम सबसे ज्यादा है इसमें सुधार करना जरूरी है नेटवर्क में अगर सुधार होता है तो लोग आसानी से Bsnl के साथ जुड़ेंगे अगर एक अमीर आदमी jio को खड़ा कर सकता है तो क्या भारत सरकार bsnl को आगे नही कर सकता माना खर्च होगा लेकिन दलालो और कमिसन खोरो से बचकर सीधा कंपनी में पैसा निवेश किया जायेगा तो आनेवाले समय मे हमारे देश का सर्वक्षेष्ठ नेटवर्क बनेगा Bsnl
Yes