महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के एक गांव बंसी में बच्चों के मोबाइल इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है। मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर लगाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुासर स्मार्टफोन की लत के कारण यह कदम उठाया गया है। ग्राम परिषद के सदस्यों के अनुसार, 11 नवंबर को एक ग्राम सभा के दौरान इस आदेश को “सर्वसम्मति से” स्वीकार कर लिया गया था। वहीं, आदेश में लापरवाही पाए जाने पर नाबालिगों को 200 रुपए जुर्माना देना होगा।
बांसी ग्राम पंचायत के सरपंच गजानन ताले ने कहा कि कोविड-19 के दौरान बच्चे गेम खेलने, वीडियो देखने या वेबसाइटों पर सर्फिंग करने के लिए फोन का उपयोग करते थे। इसके बाद उन्हें इसकी आदत लग गई। उन्हेंन लगता है कि फोन बच्चों के लिए सही नहीं है।
“हम जानते हैं कि इस नियम का पालन कराने में कठिनाइयां होंगी। लेकिन हम काउंसलिंग के जरिए इन दिक्कतों को दूर करने की कोशिश करेंगे। साथ ही इस नियम का पालन न करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। हम शुरू में हम उनकी काउंसलिंग करेंगे और अगर हम अपने लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रहे तो बच्चों पर 200 रुपये का जुर्माना लगाएंगे।”
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस निर्णय में युवाओं का वोट था या नहीं, हालांकि अधिकारियों ने प्रतिबंध का स्वागत किया है। वहीं, अभिभावकों ने भी आदेश का समर्थन किया क्योंकि इससे उन्हें अपने बच्चों पर नजर रखने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा आपको बता दें कि महाराष्ट्र के सांगली जिले के एक गांव ने इस साल की शुरुआत में दैनिक “डिजिटल डिटॉक्स” लागू किया था। रिपोर्टों के अनुसार, हर रात 7 बजे मोहितांचे वडगांव में 1.5 घंटे के डिटॉक्स की शुरुआत का संकेत देने के लिए एक सायरन बजता है, इस दौरान स्थानीय लोग अपने स्मार्टफोन को दूर रख देते हैं।