निसान ने 2028 तक सॉलिड-स्टेट बैटरी टेक्नोलॉजी के साथ ईवी लॉन्च करने की अपनी प्लानिंग की घोषणा कर दी है। कंपनी का कहना है कि solid-state batteries तकनीक से कार में अधिक रेंज, फास्ट चार्जिंग और आग लगने की संभावना कम होगी। आपको बता दें कि यह घोषणा जापान के योकोहामा में अपने वैश्विक मुख्यालय गैलरी में निसान की प्रदर्शनी के दौरान की गई है।
इलेक्ट्रिक कारों में सॉलिड-स्टेट बैटरी क्या हैं?
दरअसल, निसान “evolved solid-state batteries” पर काम कर रहा है और कंपनी की योजना 2025 तक अगली पीढ़ी के बैटरी पैक के लिए एक पायलट प्रोडक्शन प्लान्ट शुरू करने की है। जापानी ऑटोमेकर ने 2026 तक अपनी प्रारंभिक एप्लिकेशन इंजीनियरिंग को पूरा करने के बाद 2028 तक व्हीकल एप्लिकेशन को पूरा करने की योजना बनाई है। यह जानकारी Autocar‘s के माध्यम से सामने आई है। इसे भी पढ़ें: लॉन्च होने वाली है इंडिया की पहली सोलर इलेक्ट्रिक कार, सिर्फ 80 पैसे में चलेगी 1km
कंपनी का लक्ष्य नई पीढ़ी की सॉलिड-स्टेट बैटरियों को बनाने का है, जिन्हें ऑल-सॉलिड-स्टेट सोडियम बैटरियों (ASSB) के रूप में भी जाना जाता है। ये बैटरी पैक लिक्विड इलेक्ट्रोलाइट्स से लैस होंगी। बैटरी पैक में सुपर फास्ट चार्जिंग स्पीड होती है जो तेज और अधिक स्टेबल होती हैं। इसके कार वाहनों में बैटरी पैक के आकार को कम करती है। निसान 400kW की विशिष्ट चार्जिंग स्पीड को प्रोजेक्ट करता है और कहता है कि बैटरी बाहरी कारकों के आधार पर धीमी और तेज होने के बजाय उस गति से चार्जर को लगातार स्वीकार करने में सक्षम होगी। इसे भी पढ़ें: Xiaomi की पहली इलेक्ट्रिक कार की तस्वीरें हुई लीक, लॉन्च से पहले देखें लुक
कंपनी का लक्ष्य 2028 में कोबाल्ट-मुक्त ली-आयन बैटरी देना है, जो कंपनी के अनुसार बैटरी पैक को 65 प्रतिशत तक अधिक किफायती बना सकती है। निसान की अगले पांच साल में 15.6 अरब यूरो निवेश करने की योजना है। कंपनी अब तक 7.8 अरब यूरो का निवेश कर चुकी है। इस बीच, फोर्ड, बीएमडब्ल्यू और टोयोटा जैसी वाहन निर्माता भी अपने वाहनों के लिए सॉलिड-स्टेट बैटरी पैक पर काम कर रही हैं और 2025 तक इसका एक वर्जन पेश करने का इरादा रखते हैं।