Online Fraud और Scam के किस्से गाहे बगाहे सामने आते रहते हैं। कई मायनों में यह भी सच ही है कि भारत में जितना ज्यादा लोग स्मार्टफोन और इंटरनेट का यूज़ करने लगे है, ऑनलाइन स्कैम की गिनती भी उतनी ही ज्यादा बढ़ने लगी है। डिजिटल इंडिया हो तो रहा है लेकिन स्कैमर्स और हैकर्स गतिविधियां भी तेजी हो घटने लगी है। ऐसा ही एक और फ्रॉड मुबंई के 40 वर्षीय IT इंजीनियर के साथ हुआ है, जिसके साथ Telegram के जरिए 38 लाख रुपये की ठगी की गई है।
टेलीग्राम ऐप यूजर के साथ हुए फ्रॉड की घटना मुबंई से सामने आई है। यह स्कैम कुछ हजार रुपयों का नहीं बल्कि 38 लाख की बड़ी धनराशि का हुआ है। यहां एक बात और चौंकाती है कि यह ऑनलाइन ठगी किसी कम पढ़े लिखे का अपरिपक्व आदमी के साथ नहीं हुई बल्कि 40 साल के आईटी इंजीनियर के साथ हुई है। आगे लिखा पूरा वाकया पढ़कर यकिनन आप भी हैरान हो जाएंगे और ऑनलाइन तथा चैटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने से भी कतराएंगे।
Telegram Scam कैसे हुआ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 40 वर्षीय आईटी इंजीनियर कुछ समय से टेलीग्राम ऐप यूज़ कर रहा था। पिछले महीने यानी नवंबर में इस शख्स के पास एक अनजान महिला का मैसेज आया था। महिला ने थोड़ी बातें करते हुए ऑनलाइन पैसे कमाने का ऑफर दिया। इस महिला ने बताया कि अगर वह शख्स कुछ प्रोडक्ट्स को अच्छी रेटिंग देगा तो उसे बदले में कमीशन मिलेगा।
ऑनलाइन कमाई का लालच देते हुए शख्स को बोला गया कि उसे ट्रैवल प्रॉपर्टीज को 5-स्टार रेटिंग्स देनी होगी। एक अन्य टेलीग्राम कॉन्टैक्ट से उसके पास लिंक शेयर किया और कहा गया कि इस लिंक के जरिये वेबसाइट ओपन होगी तथा वहां जाकर कुछ टास्क पूरे करने होंगे। पैसे कमाने का अच्छा मौका पाकर 40 साल का व्यक्ति खुश था और एक्स्ट्रा कमाई के बारे मे सोचकर सीधे उस लिंक वाली वेबसाइट पर चला गया और टॉस्क पूरे करने लगा।
हर टास्क को पूरा करने के लिए उस शख्स को प्रीमियम चार्जेस के नाम पर कुछ रकम का भुगतान भी करना पड़ा था। इस पैसे के बारे में इंजीनियर को बताया गया गया था कि सारा पैसा उसे बाद में वापिस मिल जाएगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑनलाइन स्कैमर्स ने इतना तगड़ा जालबुना था इन टॉस्क को पूरा करने के लिए दौरान उस शख्स ने प्रीमियम चार्जेस के रूप में तकरीबन 38 लाख रुपये की रकम दे दी और उसे ज़रा भी संकोच नहीं हुआ।
कम पैसा लगाकर अधिक पैसा पाने का लालच
Telegram Scam में उसे 40 वर्षीय इंजीनियर को बताया गया था कि सारा पैसा उसे ई-वॉलेट अकाउंट में मिल जाएगा। जैसे-जैसे यह शख्स टॉस्क पूरा करता गया और अपने पैसे लगाता रहा, उसके ई-वॉलेट की रकम भी बढ़ती हुई दिखनी लगी। यह रकम 41.50 लाख रुपये हो चुकी थी और इसके लिए वह अपने खुद के 37.80 लाख रुपये भी लगा चुका था। लेकिन जब अंत में सारा पैसा निकालने के लिए उसने रिक्वेस्ट डाली, तो वह पेंडिंग रह गई
ई-वॉलेट में मौजूद एक भी रुपये उसे नहीं मिल पा रहा था। हैरान परेशान इंजीनियर ने जब वापिस उस महिला से संपर्क साधना चाहा तो वह बंद निकला। वापिस जाकर उसे टेलीग्राम पर चेक किया तो न वहां पर किसी का कॉन्टेक्ट दिख रहा था और न ही कोई ग्रुप था। इस प्रक्रिया के लिए उसने जिन जिन लोगों से बात की थी, वो सब अपना अकाउंट ब्लॉक कर चुके थे। यह सब देखकर व्यक्ति को अहसास हो गया कि वह तगड़े स्कैम का शिकार हो चुका है।