विभिन्न मुद्दों से जुड़ी खबरें तथा आर्टिकल्स को यूसी ब्राउजर एक ही प्लेटफार्म पर इक्ट्ठा कर यूजर्स को उपलब्ध कराता है। पूरे विश्व समेत भारत में भी अनेंको लोग अपने स्मार्टफोन में यूसी ब्राउजर को इंस्टाल किए हुए हैं और इसका यूज़ करते हैं। लेकिन अब यूसी ब्राउजर का यूज़ करने वाले यूजर्स के लिए एक ऐसी खबर आई है जिसके सुनकर वह चौंक जाएंगे। यूसी ब्राउजर पर लोगों का डाटा चोरी करने का आरोप लगा है और विश्व के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने इसे प्ले स्टोर से हटा दिया है।
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गूगल की ओर से भारत में यूसी ब्राउजर को 30 दिन यानि एक महीने के लिए प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। यूजर अब 1 महीने तक यूसी ब्राउजर को डाउनलोड नहीं कर पाएंगे। यूसी ब्राउजर पर यह बैन फिलहाल 13 दिसंबर तक के लिए लगाया गया है। गूगल की ओर से यूसी ब्राउजर को प्ले स्टोर से बैन किया गया है, इस ऐप पर डाटा चोरी करने का आरोप लगा है।
गूगल का कहना है कि यूसी ब्राउजर की सेटिंग्स गूगल की पॉलिसी के हिसाब से सही नहीं है। सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए यूसी ब्राउजर को प्ले स्टोर से हटाया गया है। आपको बता दें कि डाटा रिसर्च फर्म स्टैट कॉउंटर की एक रिपोर्ट में यह सामनें आया था कि यूसी ब्राउजर फोन का ईएमईआई नंबर और लोकेशन जैसी जानकारियां चीन में अपने सर्वर पर भेजता है।
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इस मामले की सवेंदनशीलता को परखते हुए भारत सरकार ने यूसी ब्राउजर की तफ्तीश करने के साथ ही इसकी जांच के आदेश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर अब गूगल ने भी यूसी ब्राउजर को कंपनी की पॉलिसी के खिलाफ यूजर्स का निजी डाटा स्टोर करते हुए पाया है और इस मुद्दें पर आवश्यक कदम उठाते हुए इसे प्ले स्टोर से हटा दिया है।
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गौरतलब है कि पूरे विश्व में यूसी ब्राउजर के तकरीबन 420 मिलियन यूजर्स हैं और इनमें से 100 मिलियन सिर्फ भारत में ही हैं। मतलब देश में करीब 10 करोड़ लोग इस ब्राउजिंग ऐप का यूज़ करते हैं। ऐसे में यदि यूसी ब्राउजर पर लगे आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो करोड़ों भारतीयों की निजी जानकारी असुरक्षा के घेरे में होगी।