रिलायंस जियो का लॉन्च होना भारतीय टेलीकॉम जगत की सबसे बड़ी सनसनी कही जा सकती है। जियो ने अपनी एंट्री के साथ ही टेलीकॉम सेवाओं का नज़रिया ही बदल कर रख दिया। वहीं अब एक बार फिर इंडियन टेलीकॉम इंडस्ट्री एक बहुत बड़े और नये फेरबदल की साक्षी बन सकती है। लेकिन इस बार यह बदलाव जियो नहीं बल्कि वोडाफोन और आइडिया एक-दूसरे के साथ जुड़कर दे सकती है।
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गौरतलब है कि पिछले दिनों से यह खबर लगातार चर्चा में थी कि वोडाफोन किसी अन्य टेलीकॉम कंपनी के साथ विलय कर सकती है और इस सूची में कुछ प्रमुख कंपनियों के नाम सामने आ रहे थे। वहीं अब एक बार फिर यह खबर सामने आई है कि देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी वोडाफोन खुद को आइडिया के साथ मर्ज़ कर सकती है।
इकनॉमिक टाईम्स के अनुसार वोडाफोन और आइडिया भारतीय बाज़ार में कम होते रेवेन्यू तथा घटते सबस्क्राइबर्स की वजह से यह फैसला जल्द ही सार्वजनिक कर सकती है और इसका एक बड़ा और मुख्य कारण रिलायंस जियो की वजह से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा भी मानी जा सकती है।
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आपको बता दें कि फिलहाल इंडस में एयरटेल और वोडाफोन दोनों कंपनियां 42 प्रतिशत शेयर्स का मालिकाना हक रखती हैं और आइडिया तीसरे नंबर पर रहते हुए 16 प्रतिशत शेयर की हकदार है। देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल से जहां 23 करोड़ ग्राहक जुड़े हुए हैं वहीं कड़ी प्रतिद्वंदी रिलायंस जियो के साथ तेजी से बढ़ते हुए 7.2 करोड़ ग्राहक जुड़ चुके हैं। ऐसे में वोडाफोन और आइडिया का विलय होता है, तो यह नई कंपनी देश में सबसे ज़्यादा तकरीबन 39 करोड़ ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करेगी।