एक वक्त था जब हाईएंड स्पेसिफिकेशन्स वाले स्मार्टफोंस के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती थी, लेकिन अब उन्नत होती तकनीक ने ताकतवर स्पेसिफिकेशन्स को मीड बजट में ला दिया है। पहले बड़ी बैटरी वाले चुनिंदा स्मार्टफोंस ही बाजार में मौजूद थे। लेकिन अब 10,000 रुपये से भी कम की कीमत पर 5,000एमएएच तक की बैटरी वाले स्मार्टफोंस मिल जाते हैं। बड़ी बैटरी तो लगभग सभी फोंस में आने लगी है लेकिन इन बड़ी बैटरी को चार्ज करना परेशानी भरा होता है। कम समय में अधिक बैटरी चार्ज करने के लिए कई कंपनियों में फास्ट चार्जिंग तकनीक का ईजाद किया है, और इस लिस्ट में Xiaomi की जुड़ी गया है। Xiaomi ने ऐसी तकनीक पेश की है जिससे 4,000एमएएच बैटरी वाला स्मार्टफोन सिर्फ 17 मिनट में ही फुल चार्ज हो जाएगा।
100W Super Charge
Xiaomi ने अपनी नई फास्ट चार्जिंग तकनीक को 100W Super Charge Turbo charging technology के रूप में पेश किया है। सबसे पहले तो आपको बता दें कि कुछ समय पहले Vivo की ओर से 120W Super Flash Fast charging तकनीक को पेश किया गया था और Xiaomi की चार्जिंग तकनीक Vivo तकनीक को टक्कर देगी। Xiaomi की इस तकनीक का यूज़ यूएसबी टाईप-सी केबल के जरिये किया जा सकेगा।
17 मिनट में फुल चार्ज
100W Super Charge Turbo charging technology को पेश करते हुए Xiaomi ने दावा किया है कि इस तकनीक के जरिये 4,000एमएएच बैटरी वाले स्मार्टफोन को सिर्फ 17 मिनट में ही फुल चार्ज किया जा सकेगा। वहीं Vivo की 120W charging technology की बात करें तो यह शाओमी से कुछ कदम आगे है और 4000एमएएच बैटरी वाले स्मार्टफोन को सिर्फ 13 मिनट में ही फुल चार्ज कर देती है।
फोन लॉन्च होगा अगले साल
Xiaomi ने 100W Super Charge Turbo charging technology को टेक जगत के सामने पेश करते हुए यह अंदेशा तो नहीं किया है कि किस कैटेगरी और किसी बजट रेंज के स्मार्टफोन इस टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करेंगे। लेकिन रिपोर्ट्स में यह जरूर सामने आया है कि इस तकनीक से लैस Xiaomi स्मार्टफोन अगले साल यानि 2020 की शुरूआत या मीड तक बाजार में आ सकते हैं।
Vivo Super FlashCharge 120W की बात करें तो 4,000एमएएच बैटरी सपोर्ट करने वाले स्मार्टफोन को इस तकनीक के जरिये सिर्फ 5 मिनट में ही 0 से 50 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। इस एडवांस तकनीक की बात करें तो Super FlashCharge नई चार्ज पंप तकनीक के जरिये 120W (20V/6A) तक की स्पीड से फोन चार्ज करती है। यह तकनीक कंपनी के ही एडप्टर और यूएसबी टाईप-सी केबल के साथ काम करती है। वहीं बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS) चार्जिंग के दौरान बिजली वॉल्ट को कंट्रोल कर बैलेंस करता है।