शाओमी इंडिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन ब्रांड बन चुका है। ऑनलाइन चैनल के माध्यम से लो बजट में बेहतरीन स्मार्टफोन लाने की स्ट्रेटजी इंडिया में शाओमी के बहुत काम आई है। सेल्स के अलावा कंपनी ने आफ्टर सेल्स सर्विस पर भी काफी ध्यान दिया है और यही वजह है कि भारतीय यूजर्स ने शाओमी फोन को दिल से सराहा। परंतु अब ऐसा लगता है कि जिस ऑनलाइन के दम पर कंपनी नंबर वन का स्थान पाने में सफल रही उसी को राम भरोसे छोड़ दिया है। क्योंकि जिस तरह के हालात सामने आ रहे हैं उन्हें अच्छा नहीं कहा जा सकता है। शाओमी स्मार्टफोन की डिलीवरी के नाम पर कंपनी की नाक नीचे गोरखधंधा चल रहा है, जिसकी जानकारी शायद खुद शाओमी इंडिया को भी नहीं।
शाओमी फोन पाने की आम आदमी की कहानी :-
शाओमी ने हाल ही में इंडिया में अपना पहला एंडरॉयड गो आधारित स्मार्टफोन Redmi Go लॉन्च किया था। यकिनन 5,000 रुपये से भी कम के बजट में रेडमी गो एक बेहतरीन फोन है। एक यूजर द्वारा अपने रिश्तेदार के लिए यह स्मार्टफोन ऑर्डर किया गया, तारीख थी 26 अप्रैल यानि Avengers: Endgame की रिलीज़ डेट। Redmi Go शॉपिंग साइट फ्लिपकार्ट पर 4,499 रुपये में सेल के लिए उपलब्ध था। यूजर पढ़ा लिखा था, लिहाज़ा आसानी से खरीदारी के सभी स्टेप्स पूरे करते हुए ऑनलाइन पेमेंट कर रेडमी गो को ऑर्डर कर दिया गया। ऑर्डर प्लेस होने के बाद यूजर सुकून से नई एवेंजर्स मूवी देखने लगा। अभी आयरन मैन मरने ही वाला था कि यूजर के फोन में मैसेज आया, ‘आपका रेडमी गो फोन का ऑर्डर सेलर द्वारा कैंसिल कर दिया गया है ।’
यूजर को बिना कोई जानकारी या सूचना दिए फ्लिपकार्ट पर सेलर द्वारा फोन का ऑर्डर कैंसिल कर दिया गया। जब फ्लिपकार्ट कस्टमर केयर में कॉल की गई तो जबाव मिला, ‘सेलर ने ऑर्डर क्यों कैंसिल किया इसकी वजह आपको जरूर बताई जाएगी ।’ अब वह वजह आप और हम जैसे यूजर के लिए क्या काम आएगी, इसका जवाब तो शायद मन ही मन वह फ्लिपकार्ट कस्टमर केयर वाला भी जानता ही होगा। खैर, वजह तो छोड़िए 5 दिन होने को आए हैं यूजर द्वारा चुकाए गए पैसे अभी तक वापस नहीं मिले हैं।
Redmi Go पाने की जल्दी थी, या यूं कहे जल्दी से ज्यादा जरूरत थी। इसीलिए फ्लिपकार्ट द्वारा ऑर्डर कैंसिल किए जाने के थोड़ी देर बाद ही Mi.com पर जाकर यूजर ने दूसरा रेडमी गो फोन ऑर्डर कर दिया और यहां भी ऑनलाइन पेमेंट की गई। फोन 29 अप्रैल को यूजर के पास पहुंचना था और फोन डिलीवर करने वाली कंपनी थी Ekart. आमतौर पर जब ऐसी कोई शिपमेंट आती है तो डिलीवरी बॉय पैकेट देकर अपने डिवाईस में डिजिटल सिक्नेचर लेता है। यही डिजिटल सिक्नेचर पुख्ता करता है कि सही व्यक्ति तक उसका सामान पहुंचा दिया गया है।
लेकिन यहां कुछ उल्टा ही देखने को मिला। एक हाथ से डिलीवरी बॉय ने फोन का पैकेट यूजर को पकड़ाया और दूसरे ही क्षण अपने डिवाईस में खुद से ही यूजर के नकली डिजिटल सिग्नेचर कर दिए। यानि खुले आम 420. इससे पहले यूजर कुछ समझ पाता, डिलीवरी बॉय ने बिना कुछ बताए या पूछे अपने पर्सनल फोन से यूजर के नंबर पर मिस कॉल मार दी। डिलीवरी बॉय ने बाइक घुमाई और जाते जाते बोल गया, ‘आपके फोन में एक मैसेज आएगा, वह मैसेज इस मिस्ड कॉल वाले नंबर पर फारवर्ड कर देना ।’
यह मैसेज फोन के डिलीवर हो जाने का था और साथ में एक लिंक देकर अपनी फीडबैक देने के लिए लिखा गया था। यानि डिलीवरी बॉय ने वह फीडबैक वाला मैसेज अपने नंबर पर मांगा था, ताकि वह खुद से अपनी और अपनी कंपनी Ekart की फीडबैक दे सके। 5 Star वाली फीडबैक। यूजर तो खुश था कि उसे उसका फोन मिल गया, लेकिन इंडिया के नंबर वन स्मार्टफोन ब्रांड शाओमी के इस मैनेजमेंट ने कंपनी की यूजर फ्रैंडली पॉलिसी पर कई सवाल खड़े कर दिए।
1.
फ्लिपकार्ट पर पेमेंट करने के घंटो बाद बिना किसी पूर्व सूचना के ऑर्डर कैंसिल होना कितना सही ?
अगर यही ऑर्डर किसी ग्रामीण ईलाके से आया हो या वह यूजर अपने फोन के मैसेज बॉक्स को रेग्यूलर चैक न करता हो तो, शायद 2-3 दिन तक अपने नए फोन का इंतजार करता ही रह जाता।
2.
डिलीवरी बॉय का खुद से ही सिग्नेचर कर देना।
किसी और के सिग्नेचर यूज़ करना एक कानूनी अपराध है और यह बात शाओमी सीईओ को भी पता होगी। न जाने ऐसे कितने मामले होंगे जहां फोन शिपमेंट डिलीवर करते वक्त ऐसा किया गया होगा। वहीं अगर किसी ने कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुना हो तो, शायद वह डिलीवरी बॉय खुद से ही फोन की रकम चुका कर वह पैकेट अपने पास रख लेता हो।
3.
फीडबैक जरूरी या गैरजरूरी
आम आदमी बेशक फीडबैक का महत्व न समझता हो, लेकिन Ekart और Xiaomi जैसी बड़े स्तर पर काम करने वाली कंपनियां बेहतर तरीके से जानती है कि यूजर की फीडबैक कंपनी की प्रोफाईल में कितना महत्व रखती है। ऐसे में यदि कंपनी के कर्मचारी ही खुद से किसी अन्य के नाम की फीडबैक देने लगे तो वह नंबर वन तो अपने आप ही बन जाएगी।
Mane bhi mi note 7 book kiya tha par seller ne cancel kar diya
Same prob