Xiaomi ने इसी हफ्ते भारत में अपनी ‘रेडमी नोट’ सीरीज़ के तहत दो नए फोन Redmi Note 9 Pro और Redmi Note 9 Pro Max लॉन्च किए हैं। ये दोनों ही फोन मीड बजट में उतारे गए हैं जो जल्द ही सेल के लिए उपलब्ध होंगे। शाओमी फैन्स को ब्रांड के फोंस का बेसब्री से इंतजार रहता है। शाओमी फोन पसंद भी बहुत किए जाते हैं लेकिन कभी-कभी शाओमी से जुड़ी ऐसी खबर सामने आ जाती है जो न सिर्फ Xiaomi ब्रांड पर सवालिया निशान लगाती है बल्कि साथ ही शाओमी यूजर्स के दिलों में भी दहशत पैदा कर देती है। ऐसा ही एक हादसा आज प्रकाश में आया है जिसमें पता चला है कि ब्रांड के Redmi Note 7 Pro स्मार्टफोन में पहले आग लग गई और फिर उसमें भयानक ब्लास्ट हो गया।
Redmi Note 7 Pro का यह हादसा गुरूग्राम में हुआ है। 91मोबाइल्स को शाओमी रेडमी नोट 7 प्रो स्मार्टफोन में ब्लास्ट होने की खबर मिली है। स्मार्टफोन यूजर से बात करने पर पता चला है कि यह हादसा कितना भयानक था जो उपभोक्ता को भारी क्षति पहुॅंचाने का कारण भी बन सकता था। प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास कुमार नाम का युवक शाओमी का रेडमी नोट 7 प्रो स्मार्टफोन यूज़ कर रहा था और इसी फोन में आग लगने पर धमाका हो गया।
विकास कुमार के अनुसार उसने Redmi Note 7 Pro स्मार्टफोन अपनी पैन्ट की आगे वाली जेब में रखा हुआ था। वह अपनी दिनचर्या में मशगूल था कि अचानक उसे अहसास हुआ उसकी जेब में रखा फोन गर्म हो रहा है। गरमाहट महसूस होने पर युवक ने फोन को जेब से निकाला और अपने बैग की पॉकेट में डाल दिया। विकास ने बताया कि जब उसने फोन को जेब से निकाला तब भी वह बहुत ज्यादा गर्म था।
Redmi Note 7 Pro को जेब में डालने के कुछ देर बाद ही उसे कुछ जलने का अहसास हुआ। उसने देखा कि उसके बैग की पॉकेट से धुंआ निकाल रहा है। कुछ ही पलों में बैग की पॉकेट जलने लगी और उसमें रखे शाओमी फोन में ब्लास्ट हो गया। विकास के अनुसार ब्लास्ट होते ही बैग ने आग पकड़ ली और वह आग इतनी अधिक थी कि उसे Fire extinguisher यानि अग्निशामक यंत्र का यूज़ करना पड़ा और उससे आग बुझाई।
बेहद तेजी से घटे इस पूरे घटनाक्रम ने विकास को बुरी तरह से डरा कर दिया। गनिमत रही कि फोन बैग में डाल देने की वजह से युवक को चोट नहीं पहुॅंची। क्योंकि यदि फोन पैन्ट की जेब ही ब्लास्ट हो जाता तो वह युवक बुरी तरह से जख्मी हो सकता था। जब हमनें विकास से किसी नकली एक्सेसरीज़ या फोन की खराबी के बारे में पूछा तो उसने बताया था कि घर से निकलने से पहले उसने शाओमी के ऑरिजनल चार्जर से ही फोन चार्ज किया था और फोन को कोई भी बाहरी या अतिरिक्त दबाव नहीं डाला गया था।
वहीं दूसरी ओर विकास ने यह खुलासा भी किया है कि जब वह फोन की शिकायत लेकर गुरूग्राम के शाओमी सर्विस सेंटर गया तो वहां उसे धमकाया गया और यह बात मनवाने के लिए दबाव बनाया गया कि Redmi Note 7 Pro में आग उसी की गलती की वजह से लगी है। हालांकि जब विकास ने सर्विस सेंटर की झूठी बात मानने से साफ तौर पर इंकार कर दिया तो उसे फोन की आधी रकम भुगतान करने की बात कही गई है। इस पूरे मामले की तह तक जाने और कंपनी की स्टेटमेंट के लिए हमनें Xiaomi से भी संपर्क साधा है जिसपर उनका कहना है कि “हमनें जब जांचा तो पाया कि डिवाइस सर्विस सेंटर में अपने से पहले ही काफी डैमेज था। हालांकि हमने मामले को खत्म कर लिया और अब कंज्यूमर पूरी तरह से संतुष्ट है। हम अपने यूजर का ख्याल रखते हैं और हर संभव उनकी मदद करते हैं।”