कोरोनावायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है जो 3 मई तक रहेगा। इस दौरान सभी लोगों को अपने घरों में ही बंद रहने के आदेश दिए गए हैं। ऐसी स्थिति में कई कंपनियों के कर्मचारी ‘वर्क फ्रॉम होम’ कर रहे है। सिर्फ कंपनियां ही नहीं बल्कि राजनैतिक पार्टी और कद्दावर नेता लोग भी कर्मचारियों व अधिकारियों से संपर्क स्थापित करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा ले रहे हैं। और इसका सबसे ज्यादा प्रचलित प्लेटफॉर्म है ‘Zoom App’. इस दिनों अधिकांश लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए ज़ूम ऐप का यूज़ कर रहे हैं। लेकिन कल भारत सरकार की ओर से ऐसा बयान दिया गया है जिसने सभी ज़ूम ऐप यूजर्स को सकते में डाल दिया है। सरकार की ओर से कह दिया गया है कि यूज़ करने के लिए Zoom App सुरक्षित नही है।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि Zoom App सुरक्षित ऐप नहीं है और इसे आसानी से हैक किया जा सकता है। सरकार ने हिदायत दी है कि इस ऐप का यूज़ बंद कर देने में ही समझदारी है और इसे अपने फोन और लैपटॉप से डिलीट कर देना चाहिए। बताया जा रहा है कि इस ऐप पर होने वाली वीडियो कॉलिंग हैक की जा सकती है और यूजर का पर्सनल डाटा चोरी किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार ज़ूम ऐप यूज़ करने वाले 35 प्रतिशत से अधिक लोगों को डाटा चोरी होने का अनुमान है। Zoom App का सर्वर सीधे चीन से जुड़ा है और गंभीर बात यह है कि इस ऐप को देश के कई बड़े नेताओं ने भी यूज़ किया है।
क्या है Zoom App
ज़ूम ऐप एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप है जो यूज़ करने के लिए फ्री है। इस ऐप के जरिए यूजर एक बार में 100 लोगों से लाईव वीडियो चैट कर सकता है। सरकार की ओर से दिए गए बयान में सामने आया है कि Zoom App एंड-टू-एंड इनक्रिप्टेड नही है। एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन वह होता है जहां मैसेज भेजने वाला और रिसीव करने वाला सीधें एक लिंक से जुड़े होते हैं और उन दोनों के अलावा कोई तीसरा वह मैसेज नहीं देख सकता है। WhatsApp ऐसा ही एक उदाहरण है। लेकिन ज़ूम ऐप में ऐसा नहीं है। कोई भी थर्ड पार्टी इसमें आपके मैसेज को देख भी सकती है और यूज़ भी कर सकती है।
मजबूरी है तो ऐसे करें यूज़
लॉकडाउन के चलते वर्क फ्रॉम होम किया जा रहा है और ऐसे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी जरूरी है। ऐसी स्थिति में जिन लोगों के पास अन्य कोई जरिया नहीं है तथा Zoom App का उपयोग मजबूरी में करना पड़ रहा है, उन लोगों के लिए गृह मंत्रालय के साइबर को-ओरडिनेशन सेंटर यानि CyCord एडवाइजरी जारी की है, जिसमें ज़ूम ऐप को यूज़ करने के कुछ तरीके बताए गए हैं। इन तरीको का फॉलों कर कुछ हद तक अपने डाटा व कॉल को सुरक्षित रखा जा सकता है।
– हर मीटिंग के लिए नया यूजर आईडी और पासवर्ड सेट करें।
– ‘वेटिंग रूम’ फीचर ऑन रखें। इससे अन्य लोग तब ही मीटिंग ज्वाइंन कर पाएंगे, जब होस्ट अनुमति देगा।
– ‘ज्वॉइन बिफोर होस्ट’ फीचर को कर दें बंद। ऐसा करने से होस्ट के रूम में एंटर करने से पहले कोई भी यूजर मीटिंग में नहीं आ पाएगा।
– हमेशा ऑन रखें ‘स्क्रीन शेयरिंग बाय होस्ट ओनली’
– बंद कर दें ‘अलो रिमूव्ड पार्टिसिपेंट्स टू री-ज्वॉइन’ फीचर
– जब तक बेहद जरूरी न हो, तब तक फाइल ट्रांसफर का ऑप्शन बंद ही रखें।
– कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ने वाले सभी लोगों के मीटिंग में आने पर, मीटिंग को लॉक कर दें।
– रिकॉर्डिंग फीचर हमेशा ऑफ ही रखें।
– एडमिनिस्ट्रेटर के लिए जरूरी है कि वह ‘मीटिंग लीव’ करने की बजाय उसे पूरी तरह से ‘क्लॉज’ कर दें।