ऑनलाइन ठगी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लोगों को बहकाया जा रहा है तथा घर बैठे काम करके पैसा कमाने का लालच दिया जा रहा है। ऐसा ही एक नया केस नवी मुंबई से सामने आया है जहां 29 साल के व्यक्ति से 20.22 लाख रुपये का फ्रॉड किया गया है। साइबर क्राइम के इस मामले की पूरी डिटेल आगे दी गई है।
इस लेख में:
कैसे हुआ ऑनलाइन फ्रॉड
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के घनसोली में रहने वाला 29 वर्षीय शख्य साइबर फ्रॉड का शिकार हुआ है। बताया जा रहा है कि इस व्यक्ति के पास पहले Telegram से मैसेज आया जहां पर ऑनलाइन टॉस्क पूरे करने के बदले में पैसे कमाए जाने की बात कही गई। युवक द्वारा रूचि दिखाए जाने के बाद इस ठगों ने WhatsApp से संपर्क साधा और घर बैठे-बैठे कमाई का लालच दिया गया।
बिना अधिक मेहनत के ढ़ेर सारा पैसा कमाए जाने का ख़्वाब मुंबई के शख्स को कुछ ज्यादा ही रास आ गया और वह ठगों के बहकावे में आ गया। रिपोर्ट के अनुसार 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के बीच इस व्यक्ति ने स्कैमर्स के कहे अनुसार कुछ काम किया तथा अधिक पैसा कमाने के लालच में अपने खुद के तकरीबन 20,22,000 रुपये भी उन ठगों को दे दिए।
जब बताया गया टॉस्क पूरा हो गया तो शख्स ने अपने खुद के पैसे तथा उस रकम से कमाया गया अतिरिक्त मुनाफ़ा भी मांगा। लेकिन जैसे ही व्यक्ति की ओर से पैसों की डिमांड की गई तो टॉस्क देने वाले लोग आनाकानी करने लगे और कनेक्शन कट कर दिया। अब तक पीड़ित को समझ आ चुका था कि वह ठगी का शिकार हो गया है।
साइबर ठगी का केस दर्ज
20 लाख रुपये से भी अधिक की रकम गवांने के बाद पीड़ित शख्स ने नवी मुंबई थाने में शिकायत दर्ज करवाई है तथा 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 34 (सामान्य इरादा) के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
ऑनलाइन फ्रॉड ऐसे बचें
- सोशल मीडिया पर मिले अनजान लोगों पर जल्दी भरोसा न करें।
- अगर कोई पैसा कमाने के लिए जॉब ऑफर कर रहा है तो पहले उसकी सत्यता जांचें।
- अपनी बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी इत्यादिन किसी के साथ भी शेयर कर करें।
- अपना UPI password दूसरों को कभी भी न बताएं।
- अगर फोन में कोई लिंक भेजा जाता है तो उसे ओपन न करें।
- लिंक सही है या नहीं यह जानने के लिए उसे फोन की इनकॉग्निटो टैब या फिर कम्प्यूटर में ओपन करें।
- अगर लिंक सही भी लग रहा है तो भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे उस लिंक पर पेमेंट न करें।
- इस तरह की पेमेंट के लिए हमेशा इंटरनेट बैंकिंग का ही सहारा लें।