पॉप्यूलर ऑनलाइन गेम पबजी खेलने की लत किसी की जान भी ले सकती है। सुनने में भले इस बात पर यकीन करना आसान नहीं है। लेकिन, काफी समय से ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं, जिसमें पबजी के कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी हो।
एक रिपोर्ट के अनुसार PUBG खेलते हुए 25 वर्षीय पबजी प्लेयर की ब्रेन स्ट्रोक आया, जिससे उसकी मौत हो गई। PTI की खबर के अनुसार बीते गुरुवार को पबजी गेम खेलते हुए पुणे के रवेट में रहने वाले हर्शल देवीदास को हार्ट अटैक आया, जिसके बाद हर्शल को नजदीक के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।
इसके बाद हर्शल को दूसरे हॉस्पिटल में रेफर किया गया, जहां शुक्रवार को इलाज हर्शल ने दम तोड़ दिया। इस मामले को डॉक्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हर्शल की नवर्स सिस्टम में स्ट्रेच आने से उसकी नसों में खून का बहाव बंद हो गया था, जिस वजह से उसे हार्ट अटैक आया। यह हार्ट अटैक हर्शल की मौत का करण बना।
हर्शल के घरवालों का कहना है कि हार्ट अटैक हर्शल को पबजी खेलने के दौरान आया। पुलिस ने बताया कि नर्वस सिस्टम में स्ट्रैच के कारण ब्रेन की टिश्यू में ब्लिडिंग होने लगी जिससे उसकी मौत हो गई । यह पहला मामला नहीं है जब किसी की मौत का जिम्मेदार पबजी को बताया जा रहा है। इससे पहले भी कई युवकों की मौत का करण PUBG को ठहराया गया है।
बता दें कि हाल ही में PUBG को Blue Whale की तरह घातक बताते हुए इसे बैन करने की मांग वाली याचिका का निपटारा करते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को इस पर बैन को लेकर निर्णय लेने का आदेश दिया है। कुछ समय पहले एचसी अरोड़ा ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में बताया गया था कि यग गेम बच्चों को अपना लत लगा देता है। ज्यादा समय तक यह गेम खेलने के कारण गेम खेलने वाले यूजर्स को शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो जाता है।
इतना ही नहीं इस याचिका में कहा गया है कि गेम में हथियारों से लैस खिलाड़ी होते हैं जो हिंसक रूप से एक दूसरे पर हमला करते हैं जिसके कारण बच्चों के बीच हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती है। वहीं, यह पहली बार नहीं है कि इस गेम के कारण किसी की जान गई हो। इससे पहले भी गेम खेलने के किसी न किसी कारण युवकों की जान जा चुकी है।