TRAI यानी टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने देश के तीनों प्राइवेट टेलीकाॅम आपरेटर्स Reliance Jio, Airtel और Vi को आदेश दिया है कि वह जल्द से जल्द अपने नेटवर्क पर होने वाली अनचाही कॉल और मैसेज को कंट्रोल करें। आम आदमी व मोबाइल यूजर के हित को ध्यान में रखते हुए ट्राई ने निजी कंपनियों सहित BSNL के लिए भी निर्देश जारी कर दिए हैं कि स्पैम काॅल व मैसेज को सही तरीके से मैनेज किया जाए। बेमतलब व बेवजह लोगों को रिसीव होने वाली Spam Call तथा SMS को रोकने के लिए टेलीकाॅम कंपनियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की मदद लिए जाने की सलाह भी दी गई है।
ट्राई ने दी डेडलाइन
TRAI ने अपने नए आदेश में रिलायंस जिओ, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को 1 मई 2023 की डेडलाइन दी है। इस तारीख से पहले-पहले टेलीकाॅम कंपनियों को ऐसा कोई टूल लाॅन्च करना होगा जो अनवांटेड काॅल्स व एसएमएस को उपभोक्ता तक जाने से रोक सके। यहां ट्राई ने अनचाही काॅल में स्पैम काॅल्स तथा प्रोमोशनल काॅल्स को भी शामिल किया गया है।
अगर दूरसंचार कपंनियां ट्राई द्वारा जारी-दिशानिर्देशों का ठीक से पालन करती है तो 1 मई के बाद लोन और क्रेडिट कार्ड इत्यादि बेचने के लिए की जाने वाली फोन काॅल भी कंपनियों द्वारा बंद कर दी जाएगी और मोबाइल यूजर्स को फालतू की काॅल्स व फर्जी मैसेज से छुटकारा मिल जाएगा।
स्पैम काॅल्स के प्रति ट्राई का रवैया
आम जनता को अनचाही काॅल्स के झंझट से बचाए जाने के साथ-साथ सरकार फ्राॅड व स्पैम काॅल्स पर भी नकेल कसने की योजना बना रही है। प्राप्त जानकारी अनुसार साइबर सेल व होम मिनिस्ट्री से प्राप्त होने वाली स्पैम काॅल्स की लिस्ट ट्राई द्वारा टेलीकाॅम कंपनियों को शेयर की जाएगी। यह सूचना साझा किए जाने के बाद दूरसंचार कपंनियां उन फोन नंबरों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पूरी तरह से ब्लाॅक कर देगी।
फर्जी काॅल्स को बंद करने के साथ ही प्रोमोशनल काॅल्स व एसएमएस के लिए भी नया सिस्टम तैयार किया जाएगा। ट्राई का प्लान है कि बैकिंग व मार्केटिंग काॅल्स के लिए यूज़ होने वाले मोबाइल नंबरों के लिए एक अलग ‘नंबर सीरीज़’ बनाई जानी चाहिए। ये नंबर रेगुलर फोन नंबर से अलग होंगे जिन्हें देखने भर से ही कोई भी यूजर पहचान सकेगा कि ये प्रोमोशनल काॅल है।