
स्मार्टफोन की बात करें तो लगभग 85 फीसदी बाजार पर एंडरॉयड फोन का कब्जा है। एंडरॉयड फोन की वजह से ही बाजार से ब्लैकबेरी, ओएस और विंडोज फोन लगभग गायब हो गए हैं। परंतु आपने कभी सोचा है आखिर इसका क्या कारण है जो लोग ज्यादातर एंडरॉयड फोन का उपयोग करते हैं। इसके कई कारण हैं। परंतु सबसे बड़ा कारण है एंडरॉयड फोन का उपयोग आसान होना और आसानी से उपलब्ध होना। हालांकि एप्पल आईफोन का उपयोग करने वाले आईओएस को बेस्ट कहते हैं और वो एंडरॉयड फोन का उपयोग करना नहीं चाहते। वहीं कई आईफोन उपभोक्ता का कहना है कि यदि एप्पल आईफोन कम कीमत में उपलब्ध होता तो ज्यादा से ज्यादा लोग उसका उपयोग करते जबकि ऐसा नहीं है। एंडरॉयड फोन में कई ऐसे फीचर्स हैं जो उसे एप्पल से बेहतर साबित करते हैं। आगे हमनें ऐसे ही 10 फीचर्स की जानकारी दी है जिन्हें देखकर आप कह सकते हैं कि हां एंडरॉयड फोन बेस्ट है।
1. मैमोरी कार्ड सपोर्ट
एप्पल आईफोन में आपको इनबिल्ट मैमोरी पर ही निर्भर रहना होता है। इसमें आप मैमोरी कार्ड का उपयोग नहीं कर सकते। जबकि ज्यादातर एंडरॉयड फोन में आपको मैमोरी कार्ड सपोर्ट मिलता है।
2 लॉन्चर्स
एप्पल आईफोन में आप लॉन्चर्स का उपयोग नहीं कर सकते। जबकि एंडरॉयड फोन आपको खुली छूट देता है। गूगल प्ले स्टोर पर कई लॉन्चर्स हैं जिनकी मदद से आप अपने फोन का यूजर इंटरफेस तक बदल सकते हैं।
3 थर्ड पार्टी एप्स स्टोर
एंडरॉयड फोन में गूगल प्ले स्टोर से आप गेम डाउनलोड करते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो थर्ड पार्टी ऐप्स स्टोर से भी गेम इंस्टॉल की सकते हैं जबकि एप्पल आईफोन में ऐसा नहीं है। आप सिर्फ आईट्यून से ही ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं। दूसरा आॅप्शन नहीं है।
4. पीसी और ब्लूटूथ से ऐप डाउनलोड का विकल्प नही
एंडरॉयड फोन में आप साइड लोडिंग के माध्यम से भी ऐप्स डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे पीसी पर एपीके डाउनलोड कर फोन में ट्रांसफर कर सकते हैं उसे इंस्टॉल कर सकते हैं। वहीं आप चाहें तो किसी से ब्लूटूथ से भी एपीके फाइल ले सकते हैं और उसे फोन में इंस्टॉल कर सकते हैं। परंतु यह विकल्प आपको एप्पल आईफोन में नहीं कर सकते।
5. मल्टीविंडोज
एंडरॉयड फोन में आपको मल्टीविंडोज आॅप्शन मिलता है। जहां एक साथ आप दो ऐप्स को साइड बाई साइड चला सकते हैं। वैसे तो सैमसंग के गैलेक्सी नोट सहित कुछ फोन में यह फीचर बहुत पहले से उपलब्ध है लेकिन हॉल में एंडरॉयड 7.0 नुगट के साथ कंपनी ने इसे अधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया है। परंतु एप्पल आईफोन में आपको मल्टीविंडोज फीचर नहीं मिलेगा।
6 मल्टी यूजर अकाउंट
कुछ एंडरॉयड में अब कंपनियां नए फीचर्स के साथ पेश कर रही हैं जहां आप एक फोन में दो प्रोफाइल सेट कर सकते हैं। इसका फायदा यह कि आप एक ही फोन में दो व्हाट्सएप का उपयोग कर सकते हैं और दो अलग—अलग जीमेल प्ले स्टोर के लिए सेट कर सकते हैं।
7. कस्टम रोम
एंडरॉयड फोन में आप कस्टम रोम का उपयोग कर सकते हैं। अर्थात आप फोन को रूट कर एक बदला हुआ एंडरॉयड डाल सकते हैं जिसमें आप सबकुछ अपनी जरूरत के अनुसार सेट कर सकते हैं। जबकि एप्पल आईफोन में ऐसा नहीं है आपको आईओएस का एक ही वर्जन मिलेगा।
8. होम स्क्रीन एप्स
एंडरॉयड फोन में जरूरी नहीं है कि आप होम स्क्रीन पर ही सभी ऐप्स को रखें। आप अपने होम स्क्रीन को साफ सुथरा रख सकते हैं जबकि ऐप्स को मेन्यू ट्रे में डाल सकते हैं। कुछ एंडरॉयड फोन में भी होम स्क्रीन पर ऐप्स दिए गए हैं लेकिन उनमें भी आप लॉन्चर के माध्यम से मेन्यू आॅप्शन पा सकते हैं।
9. आसान म्यूजिक व डाटा ट्रांस्फर
एंडरॉयड फोन में आप ब्लूटूथ से, यूएसबी से या किसी अन्य माध्यम से म्यूजिक ट्रांसफर कर सकते हैं और उसे म्यूजिक प्लेयर से प्ले भी कर सकते हैं। परंतु आईफोन में आपको आईट्यून से ही म्यूजिक डालना होगा। यदि किसी दूसरे माध्यम से ट्रांसफर करते भी हैं तो वह प्ले नहीं होगा। यदि प्ले हो जाता है तो एक बार में एक ही गाना बजेगा। आप पूरा एल्बम प्ले नहीं कर सकते।
10. सस्ता और उपलब्धता
इसमें कोई शक नहीं कि एंडरॉयड फोन आईफोन की अपेक्षा काफी सस्ते हैं। वहीं खास बात यह कही जा सकती है कि इसमें आपके पास काफी विकल्प भी है। गूगल, सैमसंग, सोनी, एलजी, एचटीसी और नोकिया सहित सैंकड़ों कंपनियां हैं जो एंडरॉयड फोन का निर्माण कर रही हैं जबकि आईफोन सिर्फ एप्पल बनाता है और कंपनी साल में दो से तीन फोन ही लॉन्च करती है। ऐसे में आपके पास आॅप्शन बहुत कम होते हैं













