
Flipkart के बारे में लोग शिकायत कर रहे हैं कि वो शॉपिंग साइट पर सामान ऑर्डर तो कर रहे हैं लेकिन कंपनी खुद से ही ऑर्डर कैंसिल कर रही है। इन सबके बीच एक सनसनीखेज खबर सामने आई है कि Big Billion days सेल के दौरान फ्लिपकार्ट के एक ट्रांसपोर्ट ट्रक से चोरी हुई है जिसमें तकरीबन 1.21 करोड़ रुपये का माल रखा था। यह ट्रक मुंबई से पंजाब जा रहा था और रास्ते में ही ट्रक में रखे आइटम्स को चुरा लिया गया। पूरी वारदात आप आगे पढ़ सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गत 27 सितंबर को मुंबई के भिवंडी इलाके से यह ट्रांसपोर्ट ट्रक रवाना हुआ था जो पंजाब के मोहनपुर, खन्ना में स्थित फ्लिपकार्ट गोदाम के लिए निकला था। इसमें 11,677 आइटम्स थे। तय समय पर यह ट्रक पंजाब में वेयरहाउस पर पहुंच गया और ट्रक ड्राइवर नासिर और उसका हेल्पर चेत गाड़ी को गोदाम में खड़ी करके चले गए। लेकिन जब पूरा कंसाइनमेंट स्कैन किया गया तो पाया कि उसमें से 234 आइटम गायब थे!
यह ट्रक कैमियन लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का था, जो फ्लिपकार्ट के पार्सल की डिलीवरी का काम करती है। कंपनी के फील्ड ऑपरेशन एग्जिक्युटिव प्रीतम शर्मा ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी और बताया कि भिवंडी से ट्रक में 11,677 सामान के पैकेट लोड किए गए थे लेकिन पंजाब पहुंचने पर उसमें से 234 आइटम्स गायब थे। इस सभी चोरी हुए सामान की वैल्यू 1,21,68,373 रुपये बताई गई है।
खबर के मुताबिक चोरी हुए सामान में 221 आईफोन, 5 अन्य मोबाइल फोन, कपड़े, आईलाइनर, हेडफोन, मॉइस्चराइज़र, साबुन और महंगे परफ्यूम शामिल थे। फ्लिपकार्ट ट्रक से तकरीबन 1.21 करोड़ रुपये का माल चोरी हो गया। इस मामले में पंजाब पुलिस ने ट्रक ड्राइवर और उसके हेल्पर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। स्थानिय डीएसपी अमृतपाल सिंह भाटी के मुताबिक पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है, कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम और कैमरा फुटेज भी खंगाली जा रही है।
गंभीर मुद्दा यह भी है कि इस ट्रक को मुंबई में हाई-सिक्योरिटी डिजिटल लॉक से सील किया गया था, जिसे केवल अधिकृत वेयरहाउस अधिकारी ही खोल सकते थे। इस लॉक का पासवर्ड न तो ड्राइवर को पता था और ना ही किसी अन्य कर्मचारी को बताया गया था। ऐसी कंडीशन के बाद भी ट्रक से करोड़ों का माल चोरी हो जाना फ्लिपकार्ट और लॉजिस्टिक्स कंपनी की सुरक्षा और मॉनिटरिंग सिस्टम पर कड़े सवाल खड़ा करता है। सवाल यह है कि मुंबई में लगा डिजिटल लॉक आखिर खोला कैसे गया? कुछ तो गड़बड़ है, दया!