
Cyber Crime का नाम जब सामने आता है तो अधिकांश भारतीय कहते हैं कि उनके फोन में ऐसा कुछ भी नहीं है जो चोरी हो, इसलिए उन्हें साइबर ठगी और डाटा लीक की कोई चिंता नहीं। यह सच है कि हम लोग डाटा सिक्योरिटी (Data Security) को सिर्फ अमीरों के चोचले बोलकर इग्नोर कर देते हैं और इसे कभी गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन आम लोगों की इस लापरवाही का फायदा साइबर क्रिमिनल (Cyber Criminal) उठाते हैं और मौका मिलते ही बैंक अकाउंट में सेध लगाते हैं। ऐसा ही एक मामला Jabalpur, MP से सामने आया है जहां एक सेना के जवान के साथ 1 लाख से भी अधिक की साइबरी ठगी हुई है।
ऐप डाउनलोड करते ही हुआ बैंक खाली
साइबर जालसाजों ने भारतीय सेना के जवान को डेढ़ लाख की चपत लगा दी है। यह साइबर ठगी मध्यप्रदेश के जबलपुर इलाके में हुई है। प्राप्त जानकारी अनुसार 37 वर्षीय संदीप सिंह राठौर सीएमएम में हवलदार के पद पर कार्यरत हैं। कुछ दिनों पहले उनके पास मोबाइल नंबर पर अज्ञात नंबरों से कई कॉल आई थी। जब मिस्ड कॉल वाले नंबरों से बात की गई तो फोन करने ने अपना नाम अरबाज खान बताते हुए खुद को एसबीआई क्रेडिट कार्ड का अधिकारी बताया।
अरबाज नाम के शख्स ने SBI Credit Card अधिकारी बनकर संदीप से बात की तथा उन्हें क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाए जाने का ऑफर दिया। ऑफर के फायदे सुनने के संदीप को उसमें लाभ लगा तथा अरबाज का ऑफर एक्सेप्ट करने की बात कही दी। झांसे में फसे सेना के जवान ने फ्रॉड अरबाज की बातों को सही मानते हुए उसके कहे अनुसार अपने फोन में कुछ ऐप्स डाउनलोड कर ली।
एसबीआई क्रेडिट कार्ड अधिकारी बनकर कॉल करने वाले ठग अरबाज ने संदीप राठौर को प्रक्रिया बतानी शुरू की तथा भोला जवान बताया गया प्रोसेस फॉलो करने लगा। जैसे ही जालसाल द्वारा बताई गई प्रक्रिया पूरी हुई तभी अचानक से संदीप के अकांउट से 1 लाख 5 हजार से अधिक रुपये कट गए। बाद में पता चला कि वह अधिकारी नहीं बल्कि एक Cyber Criminal था जिसने App Download करवाकर बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए।
Cyber Crime in India
आपको पता होना चाहिए कि भारत सरकार के तहत Indian Computer Emergency Response Team यानी CERT-In इस तरह की साइबर क्राइम वारदातों को ट्रैक और मॉनिटर करती है। CERT-In के अनुसार साल 2021 के शुरूआती 6 महीनों में जहां 6,07,220 साइबर सिक्योरिटी इन्सिडेन्ट्स दर्ज किए गए थे वहीं पूरे साल में यह आकंड़ा 12 लाख के करीब पहुंच गया था।
वहीं साल 2020 में ये आंकड़ें 11,58,208 रहे थे। इसी तरह वर्ष 2019 में इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने 3,94,499 साइबर सिक्योरिटी इन्सिडेन्ट्स को दर्ज किया थे। आप देख सकते हैं कि साल दर साल देश में साइबर अपराध की गिनती बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में सजगता, सुरक्षा और बचाव बेहद ज्यादा जरूरी है। अगर आपके आस पास भी कोई साइबर क्रिमिनल का शिकार हुआ है जो आगे क्लिक करके जानें कि Cyber Crime में रिपोर्ट कैसे करें





















