
कहते हैं कि युद्ध में लड़ाकों के हौसलें जहां बेहद जरूरी होते हैं वहीं साथ ही बेहतर हथियार इन हौसलों को और भी बुलंद कर देते हैं। कुछ समय पहले एयरफोर्स के जवान अभिनंदन ने जब MiG-21 से खुद से ताकतवर पाक्स्तिानी फाइटर प्लेन F-16 को ढ़ेर कर दिया था तो पूरी दुनिया में भारत की वाहवाही हुई थी। लेकिन अब भारतीय वायुसेना को और भी ताकतवर करते हुए भारत Rafale लड़ाकू विमानों को इंडियन एयरफोर्स में शामिल कर रही है। जल्द ही भारतीय वायुसेना में 36 Rafale प्लेन शामिल होने वाले हैं जो पाक्स्तिान के F-16 से हर दर्जे में बेहतर और दमदार हैं।
जानकारी के मुताबिक इंडिया के एक Rafale के बदले पाक्स्तिान को दो F-16 लगाने होंगे। आमतौर पर जहां एक फाइटर प्लेन एक दिन में 3 बार अटैक कर सकता है। वहीं राफेल एक दिन में 5 बार हमला बोल के बेस पर वापिस आने की क्षमता रखता है। F-16 को जहां अमेरिकी कंपनी ने बनाया है वहीं Rafale का निर्माण फ्रांस में हुआ है। बता दें कि इंडिया के Rafale के आगे चीन का J-16 फाइटर प्लेन भी कमजोर पड़ेगा। पहले इस विमान का यूज़ अमेरिकी फोर्स करती थी लेकिन 1982 के बाद से पाक्स्तिानी सेना भी इस फाइटर प्लेन का यूज़ करने लगी। रिपोर्ट्स के अनुसार पाक्स्तिान के पास अभी तकरीबन 76 F-16 विमान है।
दमदार कौन
F-16 की उंचाई 4.88 मीटर, विंग 9.96 मीटर और लंबाई 15.06 मीटर है। यह फाइटर प्लेन 9.2 टन वजनी है और हथियार भरने के बाद इसका वज़न 13 टन तक हो सकता है। वहीं Rafale की बात करें तो इस फाइटर प्लेन की उंचाई 5.30 मीटर, विंग 10.90 मीटर और लंबाई 15.30 मीटर है। राफेल का वजन 10 टन है और हथियार भरने के बाद इसका वज़न तकरीबन 24.5 टन तक हो सकता है। राफेल में एफ-16 के कहीं ज्यादा हथियार और साम्रगी भरी जा सकती है। यानि साईज़ और भार उठाने की क्षमता में दोनों जगह इंडिया का Rafale पाक्स्तिान के F-16 के बेहद आगे है।
मारक क्षमता
रेंज की बात करें तो F-16 की रेंज 4,220 किलोमीटर की और यह फाइटर जेट 2,414 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। वहीं Rafale की मारक क्षमता 3,700 किलोमीटर तक की और यह प्लेन 2,130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। ये दोनों ही विमान 50,000 फिट तक की उंचाई पर जा सकते हैं। यहां रेंज और स्पीड के मामले में F-16 बेशक Rafale से आगे हैं, लेकिन आपको बता दें कि आसमानी लड़ाई के दौरान राफेल ही एफ-16 पर भारी पड़ेगा। और इसकी वजह है रेट आफ क्लाइंब (RoC)
Rate of Climb किसी भी विमान की वर्टिकल स्पीड होती है। यानि किस गति से प्लेन उंचाई पर पहुॅंच सकता है। F-16 की RoC जहां 15,240 मीटर प्रति मिनट है वहीं Rafale एक मिनट में 18,288 मीटर की उंचाई पर पहुॅंच सकता है। वहीं फ्यूल कैपेसिटी यानि एक बार में ईंधन भरते की क्षमत की बात करें तो F-16 में 3.1 टन ईंधन भरा जा सकता है और यह 1.38 टन फ्यूल अलग के सेव कर सकता है। वहीं Rafale की फ्यूल कैपेसिटी 4.17 टन है और यह फाइटर प्लेन तकरीबन 6.7 टन तक अतिरिक्त ईंधन कैरी कर सकता है।
हथियार
F-16 में 9 हथियार लगे हैं जिनमें गन, मिसाइल और बम शामिल है। इनके अलावा F-16 20mm M61A1 vulcan cannon गन से लैस है। वहीं राफेल में 30mm की गन लगी हुई है। यह गन एक बार में 2,500 राउंड फायर कर सकती है। इसके अलावा राफेल में MBDA MICA और MBDA Meteor जैसी घातक मिसाइल भी लगी हुई है।













