
इंडिया इस वक्त विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है। अपने देश में हर महीनों लाखों स्मार्टफोंस बेचें और खरीदें जाते हैं और दर्जनों नए स्मार्टफोन लॉन्च होते हैं। Xiaomi, Oppo, Vivo, Realme और OnePlus जैसे चीनी ब्रांड्स से लेकर Samsung, Nokia और Apple जैसी नॉन चाइनीज़ कंपनियां कुछ ऐसा नाम है जो खासतौर पर इंडियन उपभोक्ताओं के यूज़ को देखते हुए अपने फोन लॉन्च करती है। लेकिन पिछले कुछ समय में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है कि भारत में सेकेंड हैंड स्मार्टफोंस की डिमांड बढ़ रही है। लोग नया फोन खरीदने की बजाय पुराना स्मार्टफोन लेने में अधिक रूचि दिखा रहे हैं। पुराने और पहले यूज़ हो चुके फोन पाने के लिए इंडियन यूजर्स की बढ़ती मांग ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार को नया रूख दे दिया है।
Second Hand Smartphone यानि ऐसे फोन जो पहले ही किसी व्यक्ति द्वारा यूज़ किए जा चुका है। इसे रीफर्बिश्ड फोन या यूज्ड फोन भी कहा जा जाता है। इस तरह के फोन बेचने वालों के पास ज्यादातर यही वजह होती है कि उन्हें कोई दूसरा नया फोन या लेटेस्ट मॉडल खरीदना होता है, इसीलिए वह अपना पुराना फोन बेचते हैं। लेकिन रि-कॉमर्स मार्केट प्लेस कैशीफाई के अनुसार इन दिनों भारत में ऐसे फोन खरीदनें वाले ग्राहकों की गिनती तेजी से बढ़ी है और ऐसे सेकेंड हैंड फोन लेने वाले अधिकांश लोगों की मुख्य वजह है ‘बच्चों की ऑनलाईन क्लास व पढ़ाई’।
इसलिए आई डिमांड में तेजी
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को थाम के रख दिया है। भारत में अनलॉक की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है लेकिन स्कूल व शिक्षण संस्थानों को अभी सरकार द्वारा बंद ही रखा गया है। पूरे देश में सरकारी व प्राइवेट स्कूल ऑनलाईन तरीके से क्लासेस ले रहे हैं। टीचर्स भी ऑनलाईन पढ़ा रहे हैं और बच्चें भी ऑनलाईन तरीके से पढ़ रहे हैं। ऐसी ऑनलाईन पढ़ाई के लिए सबसे पहली जरूरत है “एक स्मार्टफोन”। और लगभग हर घर में पनप रही इस जरूरत को पूरा करने के लिए ही लोगों ने सेकेंड हैंड स्मार्टफोन की ओर रूख किया है।
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छोटे शहर व गांवों की मांग में जबरदस्त उछाल
कैशीफाई रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद देश में 36 प्रतिशत लोगों ने सेकेंड हैंड गैजेट्स पर पैसा खर्च किया है। रिपोर्ट के मुताबिक टियर-3 और टियर-4 शहरों पहले 20 प्रतिशत तक की डिमांड देखी जाती थी लेकिन अब यह मांग बढ़कर 35 प्रतिशत तक हो गई है। कैशीफाई के अनुसार 32 प्रतिशत लोगों ने जहां रिमोट वर्किंग की वजह से सेकेंड हैंड गैजेट्स में पैसा खर्च किया है वहीं 26 प्रतिशत लोगों ने डिजीटल लर्निंग, वर्क शिफ्टिंग और इंटरटेनमेंट के चलते रीफर्बिश्ड फोन खरीदा है।

इस ब्रांड के सेकेंड हैंड फोन है सबसे ज्याद पसंद
कैशीफाई की रिपोर्ट की मानें तो 2019-2020 के दौरान सेकेंड हैंड फोन के मामले में भी Mi स्मार्टफोंस को सबसे ज्यादा पसंद किया गया है। यूज़्ड फोन के बाजार में शाओमी का मार्केट शेयर 27 प्रतिशत रहा है। इस लिस्ट में Apple का नंबर दूसरा है और Samsung तीसरे स्थान पर है। इन दोनों ब्रांड्स के हिस्से 16 प्रतिशत बाजार है। इसी तरह 12 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ Motorola के सेकेंड हैंड स्मार्टफोन चौथे स्थान आए हैं।
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