
हम नहीं चाहते कि हमारे फोन की बैटरी कभी लो हो। कहीं बाहर जा रहे हैं तो कोशिश रहती है कि फोन को फुल चार्ज कर लिया जाए। इसी तरह किसी भी सार्वजनिक स्थान जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मॉल, दफ्तर इत्यादि में जहां भी चार्जिंग पोर्ट नज़र आता है, हम USB केबल को उसमें घुसेड़ कर अपने फोन को चार्ज करने लग जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है ऐसे किसी भी पोर्ट में यूएसबी लगाकर फोन को चार्ज बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है और हैकर्स द्वारा फोन का डाटा चुराया जा सकता है ?
Juice Jacking Fraud
USB Cable सिर्फ चार्जिंग के काम ही नहीं आती है बल्कि इसके जरिये फोन का डाटा ट्रांसफर भी किया जाता, यह बात आप भलिभांति जानते हैं। लेकिन इस बात से आप शायद अनजान है कि जिस जिस वक्त आप अपने फोन को चार्ज कर रहे होते हैं उस वक्त हैकर्स आपके फोन का डाटा भी कॉपी कर लेते हैं। डाटा चोरी की इस तकनीक को Juice Jacking Fraud का नाम दिया गया है। इस तरह की हैकिंग में यूएसबी केबल के जरिये फोन का डाटा चुरा लिया जाता है और यूजर्स को भनक भी नहीं लगती। इस जबरदस्त स्कैम को लेकर उड़ीसा पोलिस ने भी चेतावनी जारी की है।
ऐसे होती है डाटा की चोरी
जैसा कि हमने अभी जिक्र किया यूएसबी केबल चार्जिंग और डाटा ट्रांसफर का काम करती है। जूस जैकिंग फ्रॉड में यूएसबी केबल की इस तकनीक का फायदा उठाया जाता है। सार्वजनिक स्थानों पर लगे यूएसबी पोर्ट्स को हैकर टेम्पर कर देते हैं, यानि पोर्ट में छेड़छाड़ कर उसे अपने डिवाईस से कनेक्ट कर लेते हैं। और जब कोई भी व्यक्ति इन पोर्ट में अपना फोन चार्ज करने के लिए लगाता है तो उस दौरान हैकर्स फोन का सारा डाटा भी अपने पास कॉपी कर लेते हैं। इनमें फोन की कॉन्टेक्ट लिस्ट और फोटो गैलरी से लेकर सभी फाइल्स व व्हाट्सऐप चैट इत्यादि शामिल रहती है। यूजर्स अपने फोन को चार्ज करता रह जाता है और हैकर्स सारा डाटा चोरी कर ले जाते हैं।
मोबाइल हैक से कैसे बचें
-> सार्वजनिक स्थान जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट, मॉल, सिनेमा हॉल, अस्पताल या अंजान दफ्तर जैसी जगहों पर मौजूद चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल न करें।
-> अगर इस पोर्ट्स में अपना फोन कनेक्ट कर रहे हैं जो मोबाइल को ऑफ करके ही चार्ज करें।
-> अगर आपका फोन चार्जिंग के दौरान ऑन रहता है तो कम से कम फोन का डाटा ट्रांसफर जरूर बंद कर दें।
-> अगर पावर प्लग मौजूद है तो अपने चार्जिंग एडेप्टर के जरिये ही फोन को चार्ज करें, डायरेक्ट USB सॉकेट में केबल को न लगाएं।
उपर बताए गए स्टेप्स पूरी तरह से कारगर साबित होने की गारंटी नहीं देते हैं। लिहाजा सबसे पहला प्वाइंट यानि सार्वजनिक स्थानों पर चार्जिंग न करना ही सबसे बेहतर उपाय है। हो सके तो अपने साफ पावर बैंक लेकर चलें ताकि लंबे सफर के दौरान फोन को उसी से चार्ज किया जा सके। वहीं अगर फोन व टैबलेट डिवाईस में एंटीवायरस को एक्टिव रखना भी कई तरह के मालवेयर्स को हानि पहुॅंचाने से रोकता है।
80,000 रुपये की चपत
इस मामले की भयावहता आप इस उदाहरण से जरूर समझ जाएंगे कि कुछ समय पहले अमित मिशरा नाम के एक व्यक्ति को Juice Jacking Fraud का शिकार बनाया गया था। फोन की बैटरी कम होती देख इस शख्स ने एयरपोर्ट पर मौजूद USB बैटरी चार्जिंग स्टेशन में फोन चार्ज किया था। फोन चार्ज करने के कुछ घंटों इस व्यक्ति को SMS मिला जिसमें बताया गया था कि उनके बैंक अकाउंट से 80,000 रुपये डेबिट हो गए हैं। यह कारनामा हैकर्स ने उस यूएसबी पोर्ट के जरिये फोन डाटा को चोरी करके किया था, जिसमें अमित की बैंकिंग डिटेल भी शामिल थी।
















