
वाई-फाई 7 (Wi-Fi 7) वायरलेस इंटरनेट की दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है, खासकर स्पीड के मामले में। यह नया वाई-फाई स्टैंडर्ड (जिसे 802.11be EHT भी कहा जाता है) 40Gbps तक की डाटा स्पीड दे सकता है, जबकि पुराने Wi-Fi 6 स्टैंडर्ड की लिमिट लगभग 10Gbps थी। आजकल कई नए राउटर्स, मेश सिस्टम और स्मार्टफोन-पीसी जैसे डिवाइस Wi-Fi 7 सपोर्ट के साथ आने लगे हैं यानी अगर आप अपना टेक गियर अपग्रेड करना चाह रहे हैं, तो Wi-Fi 7 आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। हालांकि आम यूजर्स को रोजमर्रा की जिंदगी में इसका पूरा 40Gbps स्पीड का आनंद शायद ही मिले, क्योंकि ज्यादातर घरों के इंटरनेट प्लान अभी भी 1Gbps या उससे कम तक ही सीमित रहते हैं। फिर भी Wi-Fi 7 सिर्फ स्पीड ही नहीं, बल्कि और भी कई फायदे लेकर आता है। इस आर्टिकल में जानेंगे वाई-फाई 7 क्या है? यह अपने पुराने वर्जन से कैसे अलग है?
वाई-फाई 7 क्या है?
Wi-Fi 7 लेटेस्ट Wi-Fi स्टैंडर्ड है और सातवीं पीढ़ी है। इसका मतलब क्या है? आसान शब्दों में कहें, तो यह Wi-Fi का सातवां वर्जन है, जो डिवाइस में शामिल किया जाएगा। कोई भी डिवाइस जो इंटरनेट से जुड़ता है या इंटरनेट प्रदान करता है (जैसे राउटर), उसमें हार्डवेयर होता है, जो कनेक्टिविटी प्रदान करता है। अगर कोई डिवाइस Wi-Fi 7 सर्टिफाइड है, तो उसे कुछ खास जरूरतें पूरी करनी पड़ती हैं, जैसे- स्पीड से लेकर कनेक्शन की विश्वसनीयता तक। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को एक जैसा कनेक्शन मिले।
- वर्तमान में लेट्स्ट स्टैंडर्ड Wi-Fi 6E है। आपने इसे कुछ नए स्मार्टफोन्स की स्पेसिफिकेशन में देखा होगा। यह डिवाइस को गीगाबिट स्पीड से जोड़ता है। यह Wi-Fi 6 ((9.6 Gbps)) का अगला वर्जन है। उससे पहले Wi-Fi 5 था, जो 2014 में आया और 5GHz चैनल्स के साथ लॉन्च हुआ।
- Wi-Fi 6 ने Wi-Fi 5 (6.9 Gbps) से सिर्फ थोड़ा तेज कनेक्शन दिया था, लेकिन Wi-Fi 7 तो पूरी तरह गेम-चेंजर है। इसके नाम में जो EHT जुड़ा है, उसका मतलब है Extremely High Throughput यानी बहुत तेज डाटा ट्रांसफर।
- मान लीजिए आप एक लैपटॉप यूज कर रहे हैं जिसमें क्वालकॉम का नया FastConnect 7800 चिपसेट है। इसमें आपको 5.8Gbps तक की स्पीड मिल सकती है। वहीं, एक सामान्य क्वॉड-बैंड Wi-Fi 7 राउटर लगभग 33Gbps तक का टोटल थ्रूपुट दे सकता है। यह स्पीड Wi-Fi 6 और 6E से तीन गुना ज्यादा है और Wi-Fi 5 से लगभग पांच गुना तेज है।
- इतना ही नहीं, यह नई तकनीक लेटेंसी घटाती है, नेटवर्क की क्षमता बढ़ाती है और एफिशिएंसी को बेहतर बनाती है। सबसे अच्छी बात यह है कि Wi-Fi 7 पुराने डिवाइस के साथ भी काम करता है यानी अगर आपके पास Wi-Fi 5 या Wi-Fi 6 वाले डिवाइस हैं, तो भी वे Wi-Fi 7 राउटर से जुड़ जाएंगे। हालांकि असली फुल-स्पीड का फायदा उठाने के लिए डिवाइस को Wi-Fi 7 सपोर्ट करना जरूरी है।
वाई-फाई 7 की टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है?
Wi-Fi 6 के साथ कुछ नई तकनीकें आई थीं, जैसे- OFDMA, MU-MIMO और TWT। ये तीनों Wi-Fi 7 में भी हैं, लेकिन थोड़ा और एडवांस रूप में। जानते हैं इन तकनीक के बारे में…
- OFDMA: यह चैनल को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटता है, जिससे कई यूजर्स को एक साथ डाटा भेजा जा सकता है। इससे देरी कम होती है और नेटवर्क का उपयोग बेहतर होता है।
- MU-MIMO: यह राउटर को एक साथ कई डिवाइस को डाटा भेजने की सुविधा देता है, जिससे वीडियो स्ट्रीमिंग और गेमिंग में बेहतर परफॉर्मेंस मिलता है।
- TWT: यह डिवाइस की बैटरी बचाने में मदद करता है, क्योंकि डिवाइस तब तक स्लीप में रहता है, जब तक उसे नेटवर्क की जरूरत न हो।
- MLO: मल्टी-लिंक ऑपरेशन डिवाइस को एक साथ 2.4GHz, 5GHz और 6GHz बैंड पर डाटा भेजने और प्राप्त करने की सुविधा देता है। इससे गति बढ़ती है और नेटवर्क में रुकावट कम होती है।
- 4K QAM: यह डाटा को और बेहतर तरीके से एनकोड करता है, जिससे वाई-फाई 6 की तुलना में 20 प्रतिशत ज्यादा गति मिलती है।
वाई-फाई 7 किन फ्रिक्वेंसी बैंड्स पर चलता है?
Wi-Fi 7 भी Wi-Fi 6E की तरह 2.4GHz, 5GHz और 6GHz बैंड्स पर चलता है। इसमें सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब MU-MIMO स्ट्रीम्स 8 से बढ़कर 16 हो गई हैं यानी और ज्यादा डिवाइस एक साथ तेजी से कनेक्ट हो पाएंगे। इसके अलावा, इसमें मल्टी लिंक ऑपरेशन (MLO) नाम की तकनीक भी है। इससे डिवाइस एक साथ कई बैंड्स (जैसे 2.4GHz और 5GHz) पर डाटा भेज और रिसीव कर सकते हैं। इसका फायदा यह है कि स्पीड और तेज होगी और नेटवर्क में रुकावट भी नहीं आएगी। Wi-Fi 7 में 4K QAM का सपोर्ट भी है, जो Wi-Fi 6 के 1K QAM से कहीं ज्यादा एडवांस है। इससे नेटवर्क की एफिशिएंसी लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
वाई-फाई 7 में चौड़े चैनल क्यों जरूरी हैं?
Wi-Fi 7 की एक और बड़ी खासियत इसके 320MHz चैनल्स हैं। Wi-Fi 5 में चैनल चौड़ाई 80MHz थी, Wi-Fi 6 में यह 160MHz हो गई थी और अब Wi-Fi 7 में यह दोगुनी होकर 320MHz हो गई है। इसका मतलब है कि नेटवर्क पर एक ही समय में और ज्यादा डाटा जा सकता है। खासकर जब आपके घर या ऑफिस में बहुत सारे डिवाइस जुड़े हों, तब यह बहुत बड़ा अंतर पैदा करता है। साथ ही, Wi-Fi 7 में एक नई टेक्नोलॉजी पंक्चरिंग (Puncturing) भी है। अगर किसी चैनल में थोड़ी बहुत इंटरफेरेंस आ रही है, तो यह बाकी चैनल को बंद नहीं करती है, बल्कि सिर्फ उसी हिस्से को काट देती है। इससे नेटवर्क परफॉर्मेंस लगातार बनी रहती है।
क्या वाई-फाई 7 पर अपग्रेड करना चाहिए?
अगर आपके पास अभी नया फोन, लैपटॉप या स्मार्ट डिवाइस खरीदने का प्लान है, तो बेहतर होगा कि Wi-Fi 7 सपोर्ट वाला ही लें। यह डिवाइस पुराने Wi-Fi 6 या Wi-Fi 5 राउटर पर भी काम करेंगे और भविष्य में जब आप Wi-Fi 7 राउटर लेंगे, तो और तेज स्पीड का फायदा मिलेगा। अगर आपका राउटर कई साल पुराना हो चुका है और घर में स्मार्ट डिवाइस की संख्या बढ़ गई है, तो Wi-Fi 7 राउटर खरीदना समझदारी भरा फैसला होगा। हां, ध्यान रहे कि सस्ते Wi-Fi 7 राउटर्स में सभी एडवांस फीचर्स नहीं मिलेंगे, जैसे- TP-Link का किफायती Archer BE230 मॉडल MLO और 4K QAM तो सपोर्ट करता है, लेकिन इसमें 320MHz चैनल और 6GHz बैंड नहीं है। फिर भी, यह पुराने राउटर से कहीं बेहतर परफॉर्मेंस देता है।
वाई-फाई 7 Wi-Fi 6E से कैसे अलग है
Wi-Fi 7 अपने पिछले संस्करण (Wi-Fi 6E) से कुछ क्षेत्रों में बेहतर है। सबसे पहले, यह नेटवर्क से कनेक्ट होने पर चौड़े चैनल्स देता है। नया स्टैंडर्ड 320 MHz तक चौड़े चैनल्स को सपोर्ट करता है। इसका मतलब है कि कनेक्शन ज्यादा ट्रैफिक संभाल सकता है, जैसे- चौड़ी सड़क ज्यादा गाड़ियां संभाल सकती है। जब नेटवर्क ज्यादा ट्रैफिक संभालता है, तो कंजेशन कम होता है यानी जब बहुत सारे लोग एक साथ Wi-Fi इस्तेमाल करेंगे, तब भी धीमापन कम दिखेगा।
Wi-Fi 7 ज्यादा डाटा भेजने और प्राप्त करने की क्षमता भी रखता है। रेडियो-फ्रीक्वेंसी तरंगों (और एक खास टर्म QAM) की मदद से यह चार गुना ज्यादा तरंगों के साथ डाटा को तेजी से भेज और प्राप्त कर सकता है। इससे नेटवर्क इस्तेमाल करने की स्पीड बढ़ती है, लेकिन ज्यादा तरंगों के कारण कनेक्शन की रेंज कम हो सकती है। इसके अलावा, Wi-Fi 7 अलग-अलग चैनल्स पर डिवाइस से कनेक्ट हो सकता है, जिससे चीजें और बेहतर हो जाती हैं।
संक्षेप में कहें, तो आपको तेज स्पीड, ज्यादा ट्रैफिक के लिए सपोर्ट और अधिक स्थिर कनेक्शन मिलेगा। घर पर अगर बहुत सारा ट्रैफिक हो तो आप यह फायदे नोटिस करेंगे, लेकिन Wi-Fi 7 असली ताकत बड़े पैमाने पर दिखाएगा। डिवाइस एक साथ हाई क्वालिटी और ज्यादा मात्रा में वीडियो स्ट्रीम कर सकेंगे, जो VR कंटेंट के लिए बढ़िया है।
Wi-Fi 7 के फायदे
- तेज डाटा ट्रांसफर स्पीड: Wi-Fi 7 40Gbps की वायरलेस डाटा ट्रांसफर स्पीड देता है, जो Wi-Fi 6E राउटर्स से पांच गुना तेज है। इससे हाई-डेफिनिशन वीडियो स्ट्रीमिंग जैसे भारी बैंडविड्थ वाले एप्लिकेशन आसानी से चल सकते हैं।
- दोगुने बैंडविड्थ चैनल्स: बैंडविड्थ चैनल्स को 320MHz तक दोगुना किया गया है, जिससे ज्यादा डिवाइस हाई स्पीड पर कनेक्ट हो सकते हैं। इससे भीड़भाड़ वाले माहौल में नेटवर्क कंजेशन कम होता है और दक्षता बढ़ती है।
- कम लेटेंसी: Wi-Fi 7 लेटेंसी को न्यूनतम करता है, जिससे ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और स्ट्रीमिंग में रियल-टाइम अनुभव मिलता है।
- बेहतर कनेक्शन : Wi-Fi 7 5GHz और 6GHz बैंड्स का एक साथ उपयोग करके डाटा भेजने और प्राप्त करने में सक्षम है, जिससे कनेक्शन अधिक विश्वसनीय बनता है।
Wi-Fi 8 कब आएगा?
आजकल इंटरनेट की स्पीड और डाटा की जरूरत लगातार बढ़ रही है। यही वजह है कि टेक इंडस्ट्री हमेशा नई-नई टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ती रहती है। इसी कड़ी में Wi-Fi 8 पर काम चल रहा है। एक IEEE (Institute of Electrical and Electronics Engineers) डॉक्यूमेंट के मुताबिक, Wi-Fi 8 को साल 2027 या 2028 तक लॉन्च किया जा सकता है। इसे टेक्निकल नाम से 802.11bn भी कहा जा रहा है। हालांकि अभी इसके बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन Wi-Fi 8 से उम्मीद है कि यह Wi-Fi 7 से और भी तेज होगा और नेटवर्क की कैपेसिटी, लेटेंसी और एफिशिएंसी को और बेहतर बनाएगा। जैसे-जैसे बैंडविड्थ बढ़ेगी, वैसे-वैसे इंटरनेट प्रोवाइडर्स और डिवाइस मेकर्स भी नई-नई सर्विसेज और फीचर्स जोड़ पाएंगे। मतलब, ज्यादा स्पीड के साथ एक साथ कई काम करने की क्षमता और बढ़ जाएगी–चाहे वह AR/VR गेमिंग हो, 8K वीडियो स्ट्रीमिंग हो या स्मार्ट होम डिवाइस कनेक्टिविटी।
सवाल-जवाब (FAQs)
क्या Wi-Fi 7, Wi-Fi 6 और पुराने डिवाइसों के साथ काम करेगा?
हां, Wi-Fi 7 बैकवर्ड-कंपैटिबल है। इसका मतलब यह है कि यह Wi-Fi 6, Wi-Fi 5 और यहां तक कि Wi-Fi 4 डिवाइसों के साथ भी काम करेगा। हालांकि पूरा फायदा उठाने के लिए Wi-Fi 7 सपोर्टेड डिवाइस चाहिए।
Wi-Fi 7 की अधिकतम स्पीड क्या है?
Wi-Fi 7 सैद्धांतिक तौर पर 40Gbps तक की स्पीड प्रदान कर सकता है। लेकिन रोजमर्रा की उपयोग में यह स्पीड आपके इंटरनेट प्लान और डिवाइस की क्षमता पर निर्भर करेगी।
क्या Wi-Fi 7 से गेमिंग पर फर्क पड़ेगा?
बिल्कुल, Wi-Fi 7 में लेटेंसी बेहद कम है। इसका सीधा फायदा गेमर्स को मिलेगा। ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम्स में यह एक स्मूद और तेज अनुभव देगा।
क्या अभी Wi-Fi 7 पर स्विच करना जरूरी है?
जरूरी नहीं। अगर आपका मौजूदा Wi-Fi 6 या 6E राउटर अच्छी तरह काम कर रहा है तो आप इंतजार कर सकते हैं। लेकिन अगर आपका राउटर पुराना हो चुका है या आपको अल्ट्रा-फास्ट और फ्यूचर-प्रूफ नेटवर्क चाहिए, तो Wi-Fi 7 सही अपग्रेड साबित होगा।



















