दुनिया का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp अब अपने ऐप में ऐसा बदलाव करने जा रहा है, जिससे यूजर्स को बिल्कुल ही नया अनुभव मिलेगा। दरअसल, व्हाट्सएप जल्द ही अपने यूजर्स को थर्ड-पार्टी ऐप्स के साथ क्रॉस-मैसेजिंग सुविधा प्रदान कर सकता है। इस तरह यूजर्स को कई ऐप्स डाउनलोड नहीं करने होंगे और सिंगल ऐप से ही हर जगह चैटिंग कर सकेंगे। हालांकि, यह तो साफ है कि इस बदलाव की प्रक्रिया आसान नहीं रहने वाली है।
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इस कारण होगा ये बदलाव
बता दें कि यह परिवर्तन यूरोपीय संघ द्वारा लागू किए गए नए डिजिटल मार्केट अधिनियम के कारण होने वाला है, जिसमें मेटा (व्हाट्सएप की मूल कंपनी) को “गेटकीपर” के रूप में नामित किया गया है और इसे छह महीने की समय सीमा के भीतर थर्ड पार्टी को अपनी सेवाओं के साथ बातचीत करने की अनुमति देने के लिए बाध्य किया गया है।
लॉन्च टाइमलाइन का नहीं हुआ खुलासा
मीडिया आउटलेट Wired को दिए इंटरव्यू में व्हाट्सएप के इंजीनियरिंग डायरेक्टर डिक ब्रोअर ने बताया है कि प्लेटफॉर्म अन्य मैसेजिंग ऐप्स को साथ लाने की प्लानिंग पर काम कर रहा है। फिलहाल इस बदलाव से जुड़ी लॉन्च टाइमलाइन सामने नहीं आई है, लेकिन अगले महीने प्लेटफॉर्म नई जानकारी शेयर कर सकता है। इसे मैसेजिंग का भविष्य कहा जा रहा है।
पिछले दो साल से चल रहा है काम
ब्रोअर की मानें तो कंपनी बीते दो साल से इसपर काम कर रही है। दरअसल, व्हाट्सएप की मालिकाना हक वाली कंपनी Meta को यूरोपियन यूनियन (EU) के डिजिटल मार्केट्स एक्ट के तहत गेटकीपर तय किया गया है। इस एक्ट ने अगले छह महीने के अंदर यूजर्स को सिंगल मैसेजिंग सॉल्यूशन देने की वकालत की है। वहीं, EU की मांग है कि यूजर्स को एक ही ऐप से सभी यूजर्स को मैसेज भेजने का ऑप्शन दिया जाना चाहिए।
कौन से चैटिंग प्लेटफॉर्म्स होंगे लिंक?
फिलहाल व्हाट्एस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि कौन-कौन से मैसेजिंग ऐप्स को लिंक किया जाएगा। लेकिन, व्हाट्सए के इस नए फीचर को लेकर बड़े मैसेजिंग ऐप्स (जैसे-सिग्नल, टेलीग्राम और गूगल) को लिंक किया जा सकता है। हालांकि, इन कंपनियों की ओर से रुख साफ नहीं किया है।