
TRAI अर्थात् टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उपभोक्ताओं को फेक एसएमएस भेजने के मामले में देश की टेलिकॉम कंपनियों पर भारी जुर्माना ठोका है। ट्राई की ओर से इन कंपनियों पर कुल 35 करोड़ रुपये का फाइन लगाया गया है। इन 8 कंपनियों में BSNL, Reliance Jio, Airtel, VI यानि Vodafone Idea, MTNL, Tata Teleservices, Videocon और Quadrant Teleservices जैसे नाम शामिल है जिन्हें दंड भुगतना पड़ेगा।
खबर के बारे में विस्तार से बताएं तो इन सभी कंपनियों पर आरोप है कि इन्होंने अपने नेटवर्क के उन यूजर्स की डिटेल साइबर क्रिमिनल्स को इस्तेमाल करने की परमिश दे दी थी जो अपने फोन पर डिजिटल पेमेंट करने के लिए वॉलेट ऐप्स का यूज़ करते हैं। ये डिटेल्स यूज़ करते हुए इंटरनेट पर धोखाधड़ी करने वाले लोगों ने मोबाइल यूजर्स के नंबर पर फेक एसएमएस भेजने शुरू कर दिए थे, जिसे साइबर अपराध की श्रेणी में रखा जाता है। ट्राई का कहना है कि इन टेलिकॉम कंपनियों ने टेलिकॉम कमर्शल कम्युनिकेशन कस्टमर प्रीफरेंस रेगुलेशन का उल्लंघन किया है।

BSNL पर लगा सबसे ज्यादा जुर्माना
इन आठ कंपनियों में से TRAI ने सबसे ज्यादा जुर्माना BSNL कंपनी पर लगाया है। इस सरकारी दूरसंचार कंपनी पर लगे जुर्माने की रकम 30.1 करोड़ रुपये है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस जुर्माने का फैसला लेने से पहले ट्राई ने बीएसएनएल को ‘कारण बताओ नोटिस’ भी भेजा था, जिसका जवाब कंपनी की ओर से नहीं दिया गया। और साथ ही बीएसएनएल परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग रिपोर्ट भी ट्राई को दिखाने में नाकाम रही है। यह भी पढ़ें : अब 10 नहीं 11 अंको का हो जाएगा मोबाइल नंबर, एक जनवरी 2021 से होगा यह बड़ा बदलाव
किस पर लगा कितना फाइन
बीएसएनएल के बाद फेक एसएमएस भेजने के इस मामले में सबसे ज्यादा जुर्माना Vodafone Idea पर लगा है। इस जुर्माने की रकम 1.82 करोड़ रुपये है। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर Quadrant Teleservices है जिसे 1.41 करोड़ रुपये दंड के तौर पर चुकाने होंगे तथा इसके बाद Airtel कंपनी का नाम चौथे नंबर पर आया है जिसे 1.33 करोड़ रुपये का जुर्माना देना होगा। रिलायंस जियो, एमटीएनएल व अन्य कपंनियों के नाम सूची में बाद में आते हैं।
आखिर क्या है माज़रा
फेक एसएमएस और स्पैम कॉल का खेल नया नहीं है। ग्राहकों को फेक एसएमएस भेजने वाले और स्पैम कॉल करने वाले ऐसे ही सर्विस प्रोवाइडर के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट ने सितंबर महीने में ट्राई को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। वहीं ट्राई का मानना है कि इन टेलिकॉम कंपनियों ने अपने नेटवर्क से जा रहे एसएमएस को ठीक तरीके से मॉनिटर नहीं किया और इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा है। मॉनिटरिंग गलत होने की वजह से यूजर्स को फेक एसएमएस और कॉल्स प्राप्त होते रहे हैं। बहरहाल ट्राई के इस फैसले का फायदा पेटीएम जैसी डिजिटल पेमेंट कंपनियों को जरूर होगा



















