
इंडिया में ऑनलाइन मोबाइल गेम की लोकप्रियता इससे लगाई जा सकती है कि आपको हर दूसरा या तीसरा बच्चा मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलता हुआ दिख जाएगा। हालांकि, इन गेम के कारण अक्सर कई दुर्घटना भी हो जाती हैं। ऐसा ही एक मामला गुजरात के सूरत से सामने आया है, जहां एक पिता ने जब 17 साल के बच्चे को ऑनलाइन गेम खेलने से मना किया तो उसने अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर दी। वहीं दूसरी ओर सूरत में ही मोबाइल को लेकर एक और दुखद मामला सामने आया है, जहां 16 साल की बच्ची ने मोबाइल न मिलने पर खुद को फांसी लगा ली। दोनों ही मामलों में मोबाइल गेमिंग ही मौत का कारण बनकर सामने आया है।
मोबाइल फोन का एडिक्शन
दरअसल, सूरत शहर के रहने वाले अर्जुन अरुण नाम के शख्स की दो दिन पहले मौत हो गई थी। शुरुआत में डॉक्टर्स ने अर्जन की मौत का कारण चोट लगना से हुई बताई थी। लेकिन, जब बाद में मृतक अरुण की बॉडी का पोस्टमार्टम किया तो पता चला कि अरुण की मौत चोट की वजह से नहीं बल्कि गला दबाने से हुई है। इसे भी पढ़ें: फिर से इंडिया लौट रहा है PUBG Mobile, इस बार नाम होगा PUBG: New State! जानें BGMI से कितना होगा अलग
हैरान कर देने वाले इस खुलासे के बाद डॉक्टर्स ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो अरुण के ही बेटे ने सारी कहानी बता दी। आरोपी महज 17 साल का एक नाबालिग है, जिसने पुलिस को बताया कि उसके पिता हर वक्त उसे गेम खेलने को लेकर टोकते थे, जिससे नाराज होकर उसने अपने सोए हुए पिता
की गला दबाकर हत्या कर दी।
दूसरी ओर सूरत में ही मोबाइल को लेकर एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 16 साल की नाबालिग लड़की ने मोबाइल न मिलने पर खुद को फांसी लगा ली। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घर वालों बच्ची से मोबाइल ले लिया था, जिससे नाराज होकर बच्ची ने कमरे में खुद को फांसी के फंदे पर लटकाकर आत्महत्या कर ली। इसे भी पढ़ें: BGMI की 5 best लोकेशन, यहां लैंड करने पर मिलेगी भरपूर लूट और गेम जीतना का भी होगा चांस
बता दें कि एक हालिया रिपोर्ट में सामने आया था कि दुनियाभर में करीब एक तिहाई युवा स्मार्टफोन की लत का शिकार हैं। इसके चलते इन युवाओं में नींद से संबंधित समस्याएं तो पेश आ रही रहीं हैं, इसके साथ कई अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।



















