
भारत में आने वाले दिनों में 5G सेवा और भी दुरुस्त होने वाली है। इसे लेकर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Telecom Regulatory Authority of India) खुद एक नया प्लान लेकर आएगी। बताया जा रहा है कि TRAI द्वारा क्वालिटी सर्विस के लिए जनता से फीडबैक मांगा जाएगा। जिसके बाद जरूरी उपाय किए जाएंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल टूल्स का होगा उपयोग
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक TRAI के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि टेलीकॉम सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल टूल्स को बढ़ावा दिया जाएगा। नई तकनीक और उपकरणों से बेहतर कनेक्टिविटी और 5जी सेवा को विकसित किया जाएगा।
छोटे शहरों में भी लागू होगा प्लान
बड़े शहरों के साथ-साथ क्वालिटी ऑफ सर्विस बढ़ाने के लिए स्टेट और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर भी काम होगा। यानी कि अब हर शहर और गांव में 5G सेवा मिल सकती है। इसके साथ छोटे शहरों में भी नई तकनीक को लागू किया जाएगा।
5G आने के बाद बदली स्थिति
कुछ अधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर में 5G सेवा की लॉन्चिंग के बाद सर्विस क्वालिटी में कमी देखी गई है। हालांकि पिछले कुछ महीनों में सुधार भी हुआ है। आपको बता दें कि फिलहाल 5जी सर्विस के लिए क्वालिटी ऑफ सर्विस का कोई अलग मापदंड नहीं है। वहीं, नए नियम आने के बाद टेलीकॉम कंपनियां यूजर्स को अच्छा नेटवर्क प्रदान करेंगी TRAI की यही उम्मीद है। इसके बाद भी कंपनियों को पुराने क्वालिटी ऑफ सर्विस मापदंडों का पालन भी करना होगा।
कैसा होगा 5G के लिए नया नियम
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया क्वालिटी ऑफ सर्विस (QoS) के लिए नया प्लान बना रही है। इसे लेकर नया प्लान पहले के 2G से 4G नेटवर्क के मुकाबले थोड़ा अलग हो सकता है। इसमें नई टेक्नोलॉजी को जोड़ा जाना एक बड़ा विषय है। बता दें कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन (DOT) ने ही TRAI से नए मापदंडों को अपडेट करने की मांग की है। नए नियमों में एआई तकनीक से सर्विसेज को जांचने की बात भी हो सकती है। TRAI का उद्देश्य है कि ऐसे नियम बनाए जाएं जो टेक्नोलॉजी में हो रहे बदलाव के साथ आगे भी काम आ पाएं।
आखिर में बताते चलें कि TRAI हाल ही में टेलीकॉम कंपनियों से भी क्वालिटी ऑफ सर्विस मापदंडों के लिए चर्चा की है। अब देखना यह है कि इस रिपोर्ट के बाद आगे क्या निर्णय सामने आता है।