
स्मार्टफोन बाजार की प्रतिस्पर्धा किसी से छिपी हुई नहीं है। तमाम टेक कंपनियां कोशिश में रहती है कि किस तरह से अधिक से अधिक ग्राहकों को खुद से जोड़ा जाए। इसके लिए ये कंपनियां खुद को दूसरी से बेहतर भी बताती है और स्पेसिफिकेशन्स व कीमत के मामले में अपने फोन को प्रतिद्वंदी की तुलना में बेहतर जताती है। अपने स्मार्टफोंस की तारीफ के लिए कंपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटोज़ और वीडियोज़ डालती है तथा उनकी खूबी बताती है। लेकिन ऐसे ही अपने लेटेस्ट मोबाइल फोन Mi 11 की ट्वीटर पर तारीफ करना Xiaomi को उस वक्त भारी पड़ गया जब उसने ट्वीट के लिए किसी शाओमी फोन का नहीं बल्कि Apple iPhone का यूज़ कर लिया। शाओमी की इस गलती के चलते पूरी दुनिया में उसका मजाक बन गया है और शाओमी फैन्स खुद को ठगा हुआ सा महसूस करने लगे है।
Android फोन बेस्ट है या फिर Apple iPhone बेहतर है, यह बहस तो लगातार चलती रहती है। एंडरॉयड यूआई आईफोन यूजर्स का मजाक बनाते हैं तथा एप्पल फोन चलाने वाले लोग एंडरॉयड को बेकार बताते हैं। लेकिन इस बहस में Xiaomi ने रोचक ही मोड़ ला दिया है। जो कंपनी अपने मोबाइल फोंस को आईफोन ही नहीं बल्कि दूसरे एंडरॉयड स्मार्टफोंस से भी बेहतर बताती है वह खुद iPhone का इस्तेमाल करते हुए पकड़ी गई है। इस रोचक किस्से के बाद शाओमी यूजर शर्मसार है और अन्य स्मार्टफोन तथा आईफोन यूजर शाओमी को जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
क्या था शाओमी का ट्वीट
यह मामला यूनाइटेड किंगडम यानी इंग्लैंड का है जहां Xiaomi UK ने बीते दिनों अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर एक ट्वीट किया था। यह ट्वीट करने के लिए कंपनी ने शाओमी के किसी मोबाइल फोन की जगह पर एप्पल आईफोन यूज़ किया था जो ट्वीट में ही ट्वीट की तारीख और समय के साथ दिखाई दे रहा था। कुछ देर बाद हालांकि शाओमी ने अपने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन तब तब बहुत से लोग शाओमी द्वारा आईफोन से किए गए उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट ले चुके थे।
इस ट्वीट में शाओमी यूके ने अपने फ्लैशशिप स्मार्टफोन मी11 की तारीफ की थी और उसकी फास्ट चार्जिंग को बेहतर बताया था। शाओमी द्वारा किए गए इस ट्वीट में बिल गेट्स की पूर्व पत्नी का जिक्र किया गया था और इस दंपत्ति के तलाक का भी मजाक बनाया गया था। कई लोगों ने इस ट्वीट को गैरजिम्मेदाराना करार भी दिया है। बहरहाल Xiaomi को जब उसकी गलतियों को अहसास हुआ उसके बाद ट्वीट को डिलीट तो कर दिया गया, लेकिन तब तक पूरी दुनिया में इस चीनी कंपनी ही फजीहत हो चुकी थी।



















