Instagram पर सस्ते मोबाइल बेचने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार

कुछ दिनों पहले खबर सामने आई थी कि Instagram पर बिक रहे सस्ते iPhone को पाने के चक्कर में एक शख्स के साथ तकरीबन 29 लाख की ठगी हुई है। फेक इंस्टाग्राम पेज से जरिये फ्राॅड स्कैमर्स सस्ते फोन बेचने के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे हैं। इसी मामले को नया मोड़ देते हुए दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इंस्टाग्राम पर सस्ते दामों पर मोबाइल बेचने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
ऑनलाइन फ्राॅड करने वाले दबोचे
दिल्ली साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के साइबर सेल थाना पुलिस ने गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग इंस्टाग्राम पर सस्ते दामों पर मोबाइल फोन बेचने के नाम पर ठगी करते थे। आरोपियों के पास से 14 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, दो राउटर, एक डोंगल और स्कैम में यूज़ किया जाने वाला अन्य सामान बरामद किया है।
आरोपियों की पहचान रमनप्रीत सिंह, विजय, अमन चौहान, नीतीश सिंह, रवि तनेजा और सूरज रावत के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि ये लोग अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट व मैसेज के जरिये भोले-भाले लोगों को सस्ती कीमत पर मोबाइल मुहैया कराने का झांसा देते थे और फिर उनसे पैसे ऐंठते थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने बताया है कि आरोपियों में शामिल रवि तनेजा ने यू-ट्यूब और इंस्टाग्राम के माध्यम से सस्ते इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स वेबसाइट पर फर्जी आईडी बनाई थी और इन्हीं सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म का इस्तेमाल करते हुए फर्जी वस्तुओं को बेचने की कोशिश करता था। सामने आया है कि यह आरोपी ऑनलाइन सट्टा भी लगाता था। दिल्ली के ही रहने वाले विकास कटियार के साथ इसी व्यक्ति ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ठगी की थी।
सस्ते आईफान के नाम पर ठगी
दिल्ली निवासी विकास कटियार को इंस्टाग्राम पर एक पेज मिला था जो Apple iPhone को बेहद सस्ते दामों पर बेच रहा था। इंस्टाग्राम पेज की ओर से विकास को कीमत का 30% या 28,000 रुपये की एडवांस पेमेंट किए जाने को कहा गया था। इसके बाद, इंस्टाग्राम पेज द्वारा कई अलग-अलग नंबरों से विकास को कॉल की गई तथा अतिरिक्त पैसे देने के लिए भी कहा गया। विभिन्न जरूरतों को बताते हुए Instagram Page ने विकास से तकरीबन 28,69,850 रुपये वसूल लिए और हर बार विश्वास दिलाया गया कि यह रकम बाद में वापिस मिल जाएगी। इसी मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई थी, जिसकी तफ्तीश के बाद गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है।