
भारत का आधुनिकीकरण बेहद तेजी से हो रहा है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा मोबाईल कन्ज्यूमर बन कर उभरा है। आज इंडिया में यूज़ होने वाले इंटरनेट डाटा की गिनती विश्व के कई बड़े राष्ट्रों से आगे है। हर व्यक्ति तक इंटरनेट की पहुॅंच संभव बनाने के लिए एक ओर जहां टेलीकॉम कंपनियां बेहद तेजी से काम कर रही है वहीं भारत सरकार भी देश में इंटरनेट को और भी सरल और सुगम बनाने की दिशा में नीतियों बना रही है। हर भारतीय के लिए बड़ी घोषणा करते हुए देश के रेल मंत्री ने कहा है कि उनका प्रयास पूरे देश की सभी रेल में वाई-फाई देना है।
हर ट्रेन में वाई-फाई देने की बात रखते हुए रेल मंत्री पियूष गोयल ने कहा है कि उनकी कोशिश है कि आने वाले चार से साढे चार सालों में देश में चलने वाली हर ट्रेन वाई-फाई से लैस हो जाए। न्यूज एजेंसी को दिए इस साक्षात्कार में पियूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेल को वाई-फाई से लैस करने के लिए बड़े निवेश की आवश्यकता है। और यदि हर ट्रेन में वाई-फाई उपलब्ध हो जाता है तो इससे न सिर्फ यात्रियों को इंटरनेट का लाभ मिलेगा बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी यह बड़ी पहल होगी। इसके लिए ट्रेक के किनारे टावर लगाने के साथ ही ट्रेनों के अंदर भी राउटर जैसी मशीनों को लगाना होगा।
स्टेशनों पर उपलब्ध कराया गया निशुल्क WiFi न सिर्फ यात्रियों को सुविधा प्रदान कर रहा है, बल्कि आसपास रहने वाले अनेकों विद्यार्थियों, व्यवसायियों, व प्रतियोगी परीक्षा के छात्रों के जीवन मे भी परिवर्तन लाया है।
देखिए स्टेशन के फ्री WiFi से लाभार्थी हुए कुछ नागरिकों की कहानियां। pic.twitter.com/Ts0FwdPRBI
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 20, 2019
मंत्री के अनुसार रेलवे विभाग ने इस परियोजना पर काम भी शुरू कर दिया है और आने वाले कुछ ही सालों में चलती ट्रेन के अंदर भी रेल यात्रियों को फ्री वाई-फाई की सुविधा मिल पाएगी। पियूष गोयल के अनुसार फिलहाल भारत में 5150 स्टेशन फ्री वाई-फाई से लैस हैं और अगले साल तक यह गिनती बढ़कर 6400 तक पहुॅंच जाएगी। रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई से लैस करने के बाद अब ट्रेन के अंदर भी वाई-फाई सर्विस शुरू करने की योजना है। वहीं साथ ही सरकार की योजना ट्रेनों के परिचालन के लिए सिग्नल सिस्टम को भी वाई-फाई से लैस करने की है।
सुरक्षित होगा सफर
ट्रेन में वाई-फाई सुविधा उपलब्ध होने से इंटरनेट का यूज़ तो आसान हो ही जाएगा वहीं साथ ही रेल यात्रियों की सुरक्षा भी और पुख्ता हो जाएगी। पियूष गोयल के मुताबिक ट्रेल में वाई-फाई उपलब्ध होने से रेल के हर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएगा और इस कैमरों हो रही लाईव रिकॉर्डिंग स्थानिय पुलिस स्टेशनों में मौजूद रहेगी। इस तरीके से रेल में वाई-फाई सुरक्षा की दृष्टि से भी कारगर साबित होगा। रेल मंत्री ने हालांकि यह भी स्वीकार किया कि ट्रेन में वाई-फाई सुविधा देने के लिए रेलवे को काफी निवेश करना होगा और इसके लिए रेलवे को विदेशी तकनीक और निवेशकों का सहारा चाहिए।
फ्री वाई-फाई वाले स्टेशन
भारत में 5150 रेलवे स्टेशनों को फ्री वाई-फाई सर्विस से लैस कर दिया गया है। इन रेलवे स्टोशनो का पूरा कैंपस वाई-फाई जोन बनाया गया है, जहां किसी भी प्लेटफॉर्म या स्टेशन के किसी भी हिस्से में बैठकर कर बिना कोई शुल्क चुकाए फ्री में वाई-फाई की लाभ उठाया जा सकता है। इंडियन रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई से लैस करने का यह काम रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने किया है।
हर दिन एक स्टेशन को मिला वाई-फाई
रेलवे स्टेशनों को फ्री वाई-फाई से लैस करने का यह मिशन साल 2016 में शुरू किया गया था और 2 साल और तीन महीने में ही कॉरपोरेशन की ओर से देश के 1,000 स्टेशनों में वाई-फाई की सुविधा दे दी गई थी। रेलटेल के अनुसार औसतन एक महीने में 37 स्टेशनों को वाई-फाई जोन में बदला गया है और हर दिन देश का 1 रेलवे स्टेशन फ्री वाई-फाई स्टेशन बना है।
आपको बता दें कि देश में फ्री वाई-फाई सर्विस से लैस होने वाला पहला रेलवे स्टेशन मुंबई सेंट्रल था वहीं वाई-फाई जोन में बदलने वाला 1,000वां स्टेशन भी मुंबई को ही मिला था जो रे रोड स्टेशन था। रेलटेल ने टाटा ट्रस्ट के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन्स पर वाई-फाई सेटअप लगाने के लिए नई भागीदारी की है। इन्होंने 4,000 से भी अधिक भारतीय रेलवे स्टेशनों को विभिन्न बिंदुओं के आधार पर अलग-अलग कैटेगरी में बांटा है जिसमें बी, सी, डी और ई कैटेगरी शामिल है।



















