Nokia एक समय पर भारतीय मोबाइल बाजार का ‘किंग’ होता था। जब Mobile Phones का चलन आम हुआ और हर घर में फोन यूज़ किए जाने लगे तो सबसे अधिक इंडियन्स ने नोकिया पर ही अपना भरोसा जताया था। आपके घर में भी किसी न किसी ने Nokia Mobile जरूर यूज़ किया होगा। उस वक्त नोकिया फोंस ‘Connecting People’ स्लोगन के साथ पेश किए गए थे और इस स्लोगन ने करिश्माई ढंग से आम जनता को खुद से जोड़ा था। Android SmartPhones का चलन शुरू होने पर नोकिया ब्रांड मार्केट और जनमानस की जरूरतों को समझने में कामयाब न हो सका और बाजार में पिछड़ता चला गया। इंडिया जैसे बड़े बाजार पर पकड़ रखने के लिए Nokia नई स्ट्रेटजी के साथ Feature Phone मार्केट में काफी सक्रिय नज़र आ रहा है। Reliance Jio ने जहां JioPhone और JioPhone 2 से होते हुए Google के साथ मिलकर बनाए गए Ultra Affordable 4G SmartPhone JioPhone Next के जरिये स्मार्टफोन मार्केट में कदम रख दिया है वहीं नोकिया कंपनी जियो द्वारा खाली किए इस स्पेस को भरने की पुरज़ोर कोशिश कर सकती है।
Feature Phone मार्केट में JioPhone और JioPhone 2 को काफी पसंद किया गया था और इन दोनों मोबाइल फोंस ने सफलता के कई नए रिकॉर्ड बनाए थे। कंपनी का लेटेस्ट मोबाइल फोन JioPhone Next आने वाली 10 सितंबर से देश में बिकना शुरू हो जाएगा जिसकी कीमत 3,000 रुपये के करीब रहने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि जियोफोन नेक्स्ट यदि सफल होता है तो रिलायंस जियो शायद वापिस मुड़कर फीचर फोन मार्केट का रूख नहीं करेगी और सिर्फ स्मार्टफोंस का निर्माण ही करेगी। ऐसी स्थिति को भुनाने के लिए Nokia ब्रांड और HMD Global कंपनी दोनों अभी से कमर कसे नज़र आ रहे हैं। हाल ही में कंपनी ने 2,799 रुपये वाला Nokia 110 4G भी इंडिया में लॉन्च किया है। शायद SmartPhones की वजह से डगमगाया भरोसा Nokia को 4G Feature Phones से वापिस मिल जाए।
बड़ी आबादी अभी भी 2G वाली
इंडिया बेशक 5G की राह पर बढ़ चला है लेकिन एक हकिकत यह भी है कि आज भी देश की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा 2G Mobile Phone ही यूज़ करता है। 2जी पर टिके रहने का कारण है फोन का यूज़। आप और हम जैसे लोग बेशक अपने फोन को फोटोग्राफी, गेमिंग और इंटरनेट के लिए खरीदते हैं लेकिन लाखों ऐसे इंडियन है जिनके लिए मोबाइल का मतलब अभी भी फोन करना और उठाना (वॉयस कॉल) है। आपको घर में भी ऐसे सदस्य जरूर होंगे। ऐसे यूजर्स को 4G या 5G से कोई सरोकार नही है और यही यूजर बेस Nokia के लिए फायदे का सौदा बन सकता है।
टच स्क्रीन में नहीं मजा, कीपैड में है अपनापन
देश की बड़ी आबादी गॉंवों और छोटे शहरों में रहती है। कोरोना महामारी ने महानगरों में काम करने वाले लोगों को भी गॉंव जाने के लिए मजबूर कर दिया था। ऐसे ईलाकों में रहने वाले अधिकांश लोग टचस्क्रीन फोन की बजाय कीपैड वाले मोबाइल चलाना अधिक पसंद करते हैं और इनमें व्यस्क पुरूष व महिलाएं शामिल हैं। ये Keypad Phone पर अधिक भरोसा जताते हैं और यूज़ करने में भी आसान समझते हैं। अभी तक ऐसा कोई सर्वे या रिपोर्ट तो सामने नहीं आई है लेकिन WhatsApp न यूज़ करने वाले लोग SmartPhone की जगह Keypad Feature Phone अधिक पसंद करते हैं।
कम देखभाल में भी परफेक्ट काम
उपर जिन यूजर्स का जिक्र किया गया है वह अपने मोबाइल फोंस की ज्यादा केयर यानी देखभाल नहीं करना चाहते हैं। फोन का बैक कवर या डिसप्ले पर टेम्पर्ड ग्लास जैसी चीजें फालतू खर्च समझते हैं। स्मार्टफोंस का यूज़ बेहद समझदारी और देखभाल के साथ करना जरूरी है लेकिन फीचर फोन में कई चीजों को नजरअंदाज किया जा सकता है। Nokia के फोंस को तो वैसे भी मजबूत की मिसाल माना जाता रहा है ऐसे में कंपनी यदि मौजूदा समय में भी इसी तरह के सॉलिड बॉडी वाले सस्ते Feature Phone लेकर आती है तो उन्हें काफी पंसद किया जा सकता है।