
देश में बायकॉट चाइना की मुहिम चल रही है। लोग एक दूसरे को चीनी ब्रांड्स के स्मार्टफोन को न खरीदने की सलाह दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी चीनी कंपनियों को लेकर तरह-तरह के कमेंट किए जा रहे हैं। यहां तक कि जब हम भी कोई टेक्नोलॉजी के क्षेत्र से जुड़ी खबर लोगों तक पहुॅंचाने के लिए पब्लिश करते हैं तो 91मोबाइल्स को भी कुछ लोगों द्वारा देशभक्ति की तराजू में तोल दिया जाता है। चीन के खिलाफ पनपे इस गुस्से ने Xiaomi, Realme, Oppo और Vivo जैसे ब्रांड्स की मार्केटिंग पर असर तो डाला है लेकिन इस मुहिम का असर उन भारतीय यूजर्स की जेब पर भी पड़ रहा है जो पहले से ही किसी चीनी कंपनी का मोबाइल यूज़ कर रहे हैं।
इंडिया में चल रही एंटी-चाइना लहर में चीनी ब्रांड्स के स्मार्टफोन की सेल पर असर देखने को मिल रहा है। लोग चीनी कंपनियों द्वारा निर्मित स्मार्टफोंस को लेने से परहेज कर रहे हैं और Samsung जैसे अन्य देशों के मोबाइल्स पर भरोसा जता रहे हैं। लेकिन जिन लोगों के पास पहले से ही चीनी ब्रांड के स्मार्टफोंस है उनके लिए एक बुरी खबर है कि देश में चाइनीज मोबाइल्स के पार्ट्स की कमी हो गई है। इस कमी की वजह से स्मार्टफोंस के पार्ट्स महंगे हो गए हैं तथा अपने मोबाइल को ठीक कराने के लिए अब पहले से ज्यादा पैसे चुकाने पड़ सकते हैं।
मोबाइल पार्ट्स की कमी
इस बात को कोई नहीं नकार सकता है कि इंडिया में चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का ही बोलबाला है। देश के टॉप 5 मोबाइल ब्रांड्स में 4 नाम चीनी कंपनियों के ही है। Xiaomi लगातार नंबर वन इंडियन स्मार्टफोन ब्रांड बन रही है। भारत में चीनी कंपनियों के हिट होने की सबसे बड़ी वजह कम कीमत पर ज्यादा फीचर्स वाले स्मार्टफोन बेचना है। इस फोंस की सस्ती कीमत होने का मुख्य कारण फोन लगे पार्ट्स की कीमत कम होना है।
चीनी कंपनियां जो फोन ‘मेक इन इंडिया’ के टैग के साथ बेचती है उनके भी अधिकांश पार्ट्स चीन से ही इंम्पोर्ट किए जाते हैं। वहीं अब जानकारी सामने आ रही है कि इंडिया में इन चीनी कंपनियों के पार्ट्स की कमी होने लगी है। और इसी कमी के चलते मोबाइल्स में तथा रिपेयरिंग में यूज़ होने वाले पार्ट्स की कीमत भी बाजार में बढ़ गई है। यह भी पढ़ें : 15,000 रुपये से कम बजट के 5 नॉन चाइनीज फोन जो कर सकते हैं Xioami, Realme, Vivo और OPPO को रिप्लेस
रिपेयरिंग होगी महंगी
स्थानिय मोबाइल मैकेनिक के अनुसार कुछ सप्ताह पहले तक जो फोल्डर 1,000 रुपये में मिल जाता था, उसकी कीमत अब 1,300 रुपये तक पहुॅंच गई है। इसी तरह फोन की बैटरी की कीमत में 50 से 150 रुपये तक तथा स्पीकर में 200 रुपये तक की वृद्धि बताई जा रही है। फोन में लगने वाले माइक्रोएसडी कार्ड भी पहले की तुलना में बाजार में 100 रुपये तक अधिक रेट पर बिक रहा है। मोबाइल ठीक करने वाले लोगों का मानना है कि पार्ट्स महंगे मिलने की वजह से उन्हें रिपेयरिंग चार्ज भी बढ़ाना पड़ रहा है। इनके साथ ही टैम्पर्ड ग्लास, इयरफोन व डाटा केबल के दाम भी बढ़ गए हैं।

आपको याद दिला दें कि पिछले हफ्ते ही देश की नंबर वन स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi ने लगातार पॉंचवी बार अपने हिट स्मार्टफोन Redmi Note 8 की कीमत में ईजाफा किया है। रिटेलर्स का मानना है कि बायकॉट चाइना मुहिम का असर ऑफलाईन रिटेल स्टोर्स पर पड़ रहा है। मोबाइल दुकानों पर लोग चीनी कंपनियों के फोन को प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर ऑनलाईन शॉपिंग साइट्स पर अभी भी OnePlus, Poco, Xiaomi, Realme और Oppo, Vivo के स्मार्टफोन की सेल ‘स्टॉक आउट’ हो रही है।



















