
TikTok ऐप इंडिया में शुरू से ही विवादों का हिस्सा बनी रही है। देश में जितनी तेजी से यह ऐप फेमस हुई है उतनी ही तेजी से इसके यूज़ पर सवाल भी खड़ें हुए हैं। TikTok पर अश्लीलता फैलाने के आरोप तक लग चुके हैं। यही ऐप अब एक बार फिर विवादों में घिरी है। TikTok पर फिर से एक आरोप लगा है लेकिन यह अश्लीलता फैलाने का नहीं बल्कि इससे भी ज्यादा गंभीर है। TikTok को इंडिया के लिए “national security issue” बताया गया है जिससे हरेक इंडियन की निजी सुरक्षा कटघरे में खड़ी हो गई है। TikTok पर यह सनसनीखेज़ आरोप कॉग्रेस नेता शशि थरूर ने लगाया है।
TikTok को शशि थरूर ने इंडिया और इंडियन्स के लिए खतरा बताया है। लोकसभा की बैठक के दौरान कॉग्रेस नेता ने इस मुद्दे को उठाते हुए सदन का ध्यान इस ओर खींचा। TikTok पर लगे इस आरोप की गंभीरता को इसी बात में समझा जा सकता है कि शशि थरूर ने इस ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला तक कह दिया है। शशि थरूर ने अपने वक्त्वय में कहा है कि TikTok भारतीय यूजर्स का डाटा गैरकानूनी तरीके इक्ट्ठा कर रही है और इसे चीन में भेज रही है।
TikTok पर आरोप लगाते हुए थरूर ने कहा है कि इस ऐप को यूज़ करने वाले भारतीयों की निजी जानकारी खतरे में है। ऐप द्वारा इंडियन्स का डाटा चीन में ट्रांसमिट किया जा रहा है जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। कॉग्रेस नेता के मुताबिक भारत में इंटरनेट डाटा प्रोटेक्शन की नीतियों के मजबूत न होने के चलते देश में डाटा लीक होना और मोबाइल यूजर्स की निजती की सुरक्षा का मामला बेहद संवेदनशील हो चुका है। TikTok ऐप भी इसी वजह से भारतीयों को डाटा गैरकानूनी तरीके से अपने देश यानि चीन में भेज रही है।
चीनी टेलीकॉम कंपनियों के पास भारतीयों का डाटा
शशि थरूर ने पूरी लोकसभा को बताया कि TikTok को बनाने वाली कंपनी ByteDance चीनी सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है और चीनी टेलीकॉम कंपनियों से भी इस कंपनी की सांठगांठ है। TikTok यूज़ करने वाले इंडियन यूजर्स का डाटा इस ऐप द्वारा सेव कर लिया जाता है जो चीनी टेलीकॉम कंपनियों के सर्वर तक पहुॅंचता है। और इन कंपनियों के सर्वर से भारतीयों को डाटा चीन की सरकार द्वारा रिसीव कर लिया जाता है।
TikTok पर यह आरोप लगाने के साथ ही शशि थरूर ने हाल ही में अमेरिकी द्वारा TikTok पर लगाए गए शुल्क पर भी प्रकाश डाला। शशि थरूर ने बताया कि अमेरिका की फेडरल रेग्यूलेशन अथारिटी ने भी TikTok पर गैरकानूनी तरीके से यूजर्स का डाटा चोरी करने का आरोप लगाते हुए इस ऐप पर 5.7 मिलीयन का जुर्माना ठोका है। यह राशि भारतीय करंसी अनुसार 39,30,57,750 रुपये यानि 39 करोड़ रुपये के करीब है।
TikTok की सफाई
आपको बता दें कि शशि थरूर द्वारा यह बात कहे जाने के बाद TikTok की ओर से भी आज एक बयान जारी कर दिया गया है जिसमें ऐप ने खुद पर लगे आरोपों को नाजायज़ बताते हुए सिरे से खारिज किया है। TikTok ने कहा है कि यह ऐप पूरी तरह से देश के कानून को फॉलो करती है और सभी काम नियम व कायदों के अनुसार करती है। TikTok ने साफ कहा है कि उनके द्वारा किसी भी भारतीय का डाटा चीनी सर्वर पर नहीं भेजा रहा है। औन न ही चीनी सरकार या अन्य चीनी संगठन TikTok के डाटा को एक्सेस कर सकता है।




















