
कम प्राइस में दमदार स्पेसिफिकेशन की वजह से शाओमी फोन की मांग हमेशा बहुत ज्यादा होती है लेकिन कभी-कभी यही खासियत कंपनी पर भारी पड़ जाती है। और ऐसी ही खबर है हमारे पास। पिछले एक महीने से शाओमी के रिटेल पार्टनर्स परेशान हैं कि उन्हें Redmi Note 8 4जीबी रैम मॉडल का स्टॉक नहीं दिया जा रहा है। इस बारे में हमें जब जानकारी मिली तो हमनें और भी जांच की और अजीब ही मामला सुनने को मिला जो शायद रिटेलस बिजनेस के लिए सही नहीं कहा जाएगा। कई रिटेलर्स ने शिकायत की है कि एक तो रेडमी नोट 8 का स्टॉक नहीं दिया जा रहा है और जब दिया जा रहा है तो उसके साथ कंपनी कंडिशन लगा रही है। नए फोन के साथ पुराने फोंस को बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
क्या है माजरा
कल कंपनी ने Xiaomi Redmi Note 8 के कीमत में इजाफा किया था। यह जानकारी हमें मिली तो हमने रिटेलर्स से संपर्क साधा और वहां से यह पूरी खबर मिली। सबसे पहले तो दिल्ली करोलबाग के रिटेलर्स ने हमें कहा कि ‘यह सूचना तो हमें मिल गई कि कंपनी ने शाओमी रेडमी नोट 8 की कीमत में 500 रुपये का इजाफा कर दिया है। परंतु इस खबर का क्या करें जब हमारे पास स्टॉक ही नहीं है। पिछले एक माह से कंपनी ने इसका स्टॉक ही नहीं दिया है।”
जैसे ही हमें यह खबर मिली हमनें दूसरी जगहों पर भी जानकारी ली और वहां से और भी कुछ नई बातें जानने को मिलीं। इस बारे में फरीदाबाद के एक रिटेलर ने हमें जानकारी दी कि ”यह बात सच है कि स्टॉक पिछले एक महीनों से भी ज्यादा समय से नहीं दिया जा रहा है। वहीं एक बार दिया भी जा रहा था तो 5 Redmi Note 8 के साथ 20 पुराने फोन लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। ऐसे में हमनें मना कर दिया। क्योंकि 20 पुराने डिवाइस वो हैं जिनकी कोई मांग ही नहीं है।”
वहीं इस बारे में राजस्थान के रिटलेर्स ने हमें बताया कि ”कंपनी Redmi Note 8 के 1 फोन के साथ 5 ऐसे पुराने फोंस को लेने का दबाव बना रही है जिनकी अब मांग ही नहीं है। अगर Xiaomi के पुराने फोन हम ले भी लेते हैं तो हमारी पूंजी फंस जाएगी। क्योंकि ना ये फोन बिकेंगे और न ही कंपनी पुराने स्टॉक को वापस लेगी। ऐसे में अच्छा है कि हम फोन ही ना लें जिससे कि पैसे ना फंसे”
क्या कहती है कंपनी
हमारे प्रकाश में जब यह पूरा मामला आया तो हमने कंपनी से भी इस बारे में बात की और उन्होंने हमें लिखित में जवाब दिया है। कंपनी का कहना था कि ”Redmi Note 8 4GB हमारे लोकप्रिय डिवाइस में से एक है, और ऑफ़लाइन में मांग को देखते हुए हम अपनी क्षमता के अनुसार इसे पूरी करने की कोशिश करते हैं। हालांकि जैसा कि हमारी पहले भी बात हो चुकी है रिटेल स्टोर्स के लिए यह महत्वपूर्ण है कि नए फोन बेचने के साथ वे पुराने पड़े डिवाइस इन्वेंट्री को खत्म करें। ऐसी कोई शर्त हमनें नए फोन पर नहीं रखी है। रिटेलर्स के लिए हमारी ओर से ऐसी कोई शर्त नहीं रखी गई है जिससे कि रिटेलर्स पुराने इन्वेंटरी को लेकर फंसे न रहें।”
रिटेलर्स क्या कहते हैं कंपनी के बारे में
कंपनी से बात करने के बाद हमने फिर से रिटलेर्स से बात की और उन्हें जानकारी दी कंपनी ने क्या कहा और सभी रिटलेर्स ने इसे सिरे से नकार दिया। बल्कि रिटेलर्स का कहना है कि हमारे स्टोर पर पुराने स्टॉक को हटाने के लिए कंपनी क्यों कहेगी। हमारे स्टॉक से उन्हें क्या फर्क पड़ता है। क्योंकि शाओमी में नो रिटर्न पॉलिसी है। ऐसे में हम फोन बेचें या स्टोर पर रखा रखें इससे उन्हें कोई असर नहीं होगा। इस बारे में लखनउ के एक रिटेलर्स का कहना है कि ”कंपनी इन्वेंटरी नहीं बढ़ाने की बात कर रही है लेकिन अपनी अपनी पुरानी इन्वेंटरी हम रिटेलर्स के उपर डाल रही है। इससे हमें भारी नुकसान होता है।”
बात भले ही Xiaomi Redmi Note को लेकर बढ़ी हो लेकिन मामला बहुत पहले का है जिसे समय-समय पर रिटेलर्स ने उठाया है लेकिन अब ऑनलाइन रिटेल स्टोर के बढ़ते प्रभाव की वजह से अब रिटेलर्स में इन बातों को लेकर काफी गुस्सा है। हाल में ऑफलाइन रिटेलर्स ने सैमसंग के लेकर बड़े तौर पर प्रदर्शन किया है। ऐसे में यदि Xiaomi अभी से नहीं संभलता है तो आगे चलकर कंपनी को भारी नुकसान उठाना भी पड़ सकता है क्योंकि कंपनी का अब भारी-भरकम यूजर बेस ऑफलाइन में भी बन चुका है।


















