
5G in India : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान ऐलान कर दिया है कि देश में 5G सेवाएं 2022 में शुरू हो जाएगी। निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2022 के दौरान बताया कि 2022-23 में 5G सेवाएं जल्द ही कमर्शियली रोलआउट की जाएंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया कि 20-23 में देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों को 5G स्पेक्ट्रम आवंटित किए जाने के लिए नीलामी शुरू की जाएगी।
देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों ने देश के कई हिस्सों में 5G ट्रायल भी शुरु कर दिए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्यूनिकेशन (DoT) रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफ़ोन और एमटीएन की 5G ट्रायल रिक्वेस्ट को पहले ही अप्रूव कर चुका है। DoT जल्द ही 5G स्पेक्ट्रम की कीमतें जल्द ही तय कर सकता है। इसके बाद सरकार सभी प्राइवेट और सरकारी टेलीकॉम कंपनियों को 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए आमंत्रित करेगी।
5G in India

एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया ने पिछले साल मार्च 2021 में दो दिनों तक चली 4G स्पेक्ट्रम नीलामी में भाग लिया था। इस नीलामी के दौरान, केंद्र सरकार ने 77,820.81 करोड़ रुपये के 855.6 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बेचे थे। एयरटेल ने 2014 में 4G नेटवर्क लॉन्च किया था। यह भी पढ़ें : Budget 2022 Digital Rupee : भारत का होगा अपना डिजिटल रुपया, RBI का है बड़ा प्लान
भारत में 2016 तक सभी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने अपने 4G नेटवर्क पेश कर दिए थे। रिपोर्ट्स की माने तो देश में अब तक यूज होने वाले डेटा में से सबसे ज़्यादा 96 प्रतिशत 4G नेटवर्क के ज़रिए इस्तेमाल किया जाता है। यह भी पढ़ें : मोबाइल फोन और चार्जर होंगे सस्ते! भारत सरकार का बड़ा ऐलान, Union Budget 2022 में हुई घोषणा
भारत में 22 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स 5G-रेडी हेंडसेट इस्तेमाल कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इससे देश में 4G स्पेक्ट्रम की तुलना में 5G नेटवर्क के एडेप्टेशन में तेज़ी आ सकती है। Ericsson के Mobility Report की माने तो जल्द ही 5G यूजर्स की संख्या 1 अरब तक पहुंच जाएगी। 4G/LTE को इस बैंचमार्क तक पहुंचने में करीब दो साल लगे थे। यह भी पढ़ें : Union Government Budget App : बजट 2022 भी है पेपरलेस, मोबाइल, टैब और लैपटॉप पर आसानी कर पाएंगे डाउनलोड, जानें कैसे


















