
दिल्ली-एनसीआर के तमाम इलाकों में Jio, Airtel समेत दूसरी टेलीकॉम कंपनियों ने अपनी इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। इस बात से यूजर्स खासा परेशान हैं। हालांकि, कुछ ब्रॉडबैंड सर्विस चालू हैं। दरअसल कल यानी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस 2021 पर कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ट्रैक्टर रैली के आयोजन में हुई हिंसा होने पर दिल्ली के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है।
जियो ने दिल्ली में की इंटरनेट सेवा बंद
आपको बता दें कि दिल्ली के कई इलाके में जियो ने अपनी इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। टेलीकॉम कंपनियों ने इसकी जानकारी यूजर्स को मैसेज करके भी दी। कंपनी ने अपने मैसेज में लिखा है कि सरकार के निर्देशानुसार अपने क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अस्थाई रूप से बंद कर दी गई है, जिसके कारण आप अभी इन सेवाओं का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। ये सेवाएं सरकार के निर्देश मिलने के बाद ही शुरू की जाएंगी।
कब शुरू होगी इंटरनेट सेवा
फिलहाल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं और इन्हें कब शुरू किया जाएगा इसकी जानकारी नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि शासन के अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। वहीं, न्यूज एजेंसी ANI ने कल खबर दी थी कि गृह मंत्रालय ने सिंधु, गाजीपुर, टिकरी, मुबारका चौक, नागलोई और उससे जुड़े आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवा को कल रात 12 बजे तक के लिए बंद किया था। लेकिन, हमने पाया कि अभी भी जियो ने अपनी इंटरनेट सेवा को बंद किया हुआ है।
इसके अलावा पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार, पांडव नगर और अक्षरधाम इलाकों में भी लोगों को इंटरनेट की समस्या आ रही है। साथ ही नोएडा और गाजियाबाद के इलाकों में भी लोगों को इंटरनेट का इस्तेमाल करने में परेशानी उठानी पड़ रही हैै।
जानें कौन करता है इंटरनेट बंद
आपको बता दें कि अपातकाल जैसी स्थिति में केंद्र और राज्य के गृह सचिव और अधिकृत किए गए ज्वॉइंट सेक्रेटरी इंटरनेट सर्विस बंद करने के आदेश दे सकते हैं। पहली सर्विस 24 घंटे के लिए बंद की जाती है। वहीं, दूसरा आदेश स्थिति को जांचते हुए तुरन्त हटाने या फिर जारी रखने का होता है।
इंटरनेट शुरू करने के लिए लेनी पड़ती है परमिशन
इस सर्विस को एक बार फिर शुरू करने के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर्स को 24 घंटे के अंदर केंद्र , राज्य के गृह सचिव से मंजूरी लेनी पड़ती है।
किसान आंदोलन
आपको बता दें कि किसानों को 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालनी थी, जिसके लिए उन्हें शर्तों के साथ मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन पहले सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दिए और तय वक्त से पहले ही रैली शुरू कर दी। इसके बाद किसानों की कई जगह पुलिस के साथ झड़प भी हुई है।





















