Electric Vehicle का क्रेज इंडिया में तेजी से बढ़ रहा है। बेशक अभी सीमित मात्रा में ही लोग इन्हें खरीद पा रहे हैं लेकिन फिर भी इलेक्ट्रिक व्हीकल में आम जनता की रूचि तेजी से बढ़ रही है। बिजली से चलते वाले इस वाहनों में Electric Bike, Electric Car और Electric Scooter मार्केट में अपनी पहुॅंच बढ़ा रहे हैं। वहीं अब एक ऐसी अनूठी Electric Cycle सामने आई है जिसे देखकर सभी के मुंह से सिर्फ ‘वाह’ शब्द ही निकल रहा है। इस बिजली से चलने वाली देसी साइकिल का निर्माण भी एक देसी बंदे ने ही किया है जो बिना किसी ज्यादा खर्च व मेहनत के किसी भी साधारण साइकिल को बिजली से चलने वाली साइकिल बना सकता है।
गुरसौरभ सिंह नाम के एक व्यक्ति ने ऐसा अनूठा डिवाईस ईजाद किया है जो किसी भी साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल सकता है। सबसे पहले तो आपको बता दें कि Gursaurabh Singh का यह डिवाईस तथा इनोवेशन उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) को इतना पसंद आया कि उन्होंने इसके उपर कई ट्वीट लिखते हुए इस प्रोजेक्ट में निवेश करने की बात तक कह डाली है। दरअसल गुरसौरभ ने Dhruv Vidyut नाम का एक स्टार्टअप शुरू किया है और इसी के तहत साइकिल को इलेक्ट्रिक पावर देने वाला एक किफायती और बेमिसाल डिवाईस बनाया गया हैं
कोई भी साइकिल बन जाएगी Electric Cycle
ध्रुव विद्युत के तहत बनाया गया यह टेक सेवी डिवाईस एटलस या हीरो, किसी भी कंपनी की साधारण साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल सकता है। यह एक कॉम्पेक्ट डिवाईस है जिसे साइकिल से अटेच करने के लिए किसी हैवी मॉडिफिकेशन की जरूरत नहीं पड़ती है। साइकिल के किसी भी हिस्से में कांट-छांट करने की कोई जरूरत नही पड़ती है तथा यह डिवाइस बड़ी ही आसानी से साइकिल के पैडल के उपर नट व बोल्ट के साथ सिंपली कसा जा सकता है।
इलेक्ट्रिक साइकिल की खासियत
डिवाईस को जोड़कर इलेक्ट्रिक साइकिल का निर्माण किया जा सकता है जिसे चलाने के लिए पैडल मारने तक की जरूरत नहीं पड़ती है। इसकी खासियतों की बात करें तो Dhruv Vidhyut Electric Cycle 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ दौड़ सकती है। यह साइकिल 170 किलोग्राम तक के वजन को ढो सकती है तथा फुल चार्ज होने पर यह 40 किलोमीटर तक की रेंज प्रदान करती है। मजे की बात यह भी है कि ध्रुव विद्युत डिवाईस पूरी तरह से फायर प्रूफ और वॉटर प्रूफ है तथा साइकिल के कीचड़ वगैरह में गिरने पर भी कोई खराबी नहीं आएगी।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस साइकिल को चार्ज करने के लिए सिर्फ बिजली पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं! साइकिल पर 20 मिनट पैडलिंग करने पर इसकी बैटरी खुद ही 50 प्रतिशत तक चार्ज हो सकती है। साइकिल में बैटरी इंडिकेटर भी लगा है जो बैटरी प्रतिशत को भी बताता रहता है। इस इलेक्ट्रिक साइकिल से अपने मोबाइल फोन को भी चार्ज किया जा सकता है। आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीटर हैंडल पर गुरसौरभ के ध्रुव विद्युत डिवाईस की तारीफ करते हुए इस आइडिया को इम्प्रूव कर मार्केट में लॉन्च करने पर विचार किया है।