
भले ही जियो ने टेलीकॉम रेग्यूलेटरी आॅथोरिटी इंडिया को अपनी फ्री सर्विस के बारे में सफाई दे चुका हो लेकिन बावजूद इसके अब भी जियो की फ्री सर्विस पर बैन के बादल छटे नहीं हैं। आज टेलीकॉम डिसप्यूट सैटलमेंट एंड ऐपलेट ट्रिब्यूनल (टीडीसैट) ने ट्राई को इस बाबत फिर से निर्देश दिए हैं। ट्रिब्यूनल द्वारा कहा गया है कि जियो के फ्री सर्विस मुद्दे को तय समय में ही निबटाया जाए।
टीडीसैट की ओर से रिलायंस जियो की फ्री सर्विस पर बीबी श्रीवास्ताव और ए के भार्गव की बेंच कर रही है। बेंच ने एयरटेल और रिलायंस जियो दोनों की दलीलें सुनी हैं और मसले पर अगली सुनवाई 1 फरवरी को करने का निर्णय लिया है।
एनडीटीवी प्रोफिट द्वारा दी गई खबर के अनुसार टीडीसैट द्वारा यह सुनवाई एयरटेल द्वारा दायर किए गए शिकायत के बाद की जा रही है। एयरटेल ने रिलांयस जियो के हैप्पी न्यू आॅफर पर सवाल उठाया है और इसके लिए टीडीसैट (टेलीकॉम डिसप्यूट ट्रिब्यूनल) में शिकायत की है। कंपनी ने कहा कि जियो द्वारा प्रोमोशनल आॅफर को 90 दिनों से ज्यादा चलाया जा रहा है जो स्पेक्ट्रम नियमों का उल्लंघन है। इसके लिए कंपनी ने 25 पेज की पेटिशन भी फाइल की थी। इसके साथ ही एयरटेल ने टीडीएसएटी को यह भी कहा कि ट्राई को निर्देश करे की वह जियो को 3 दिसंबर के बाद फ्री सर्विस देने से रोके।
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कंपनी ने 25 पेज का एक पेटिशन टेलीकॉम डिसप्यूट सैटलमेंट एंड ऐपलेट ट्रिब्यूनल में फाइल किया है। कंपनी ने ट्रिब्यूनल के अर्धन्यायिक बॉडी से कहा कि वह ट्राई को निर्देश दें जिससे कि जियो के फ्री सर्विस को रोका जा सके।
पेटिशन में एयरटेल ने आरोप लगाया है कि 20 अक्टूबर को ही ट्राई द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि कोई भी प्रमोशनल आॅफर 90 दिनों से ज्यादा नहीं दिया जा सकता। ऐसे में 3 दिसंबर 2016 ही जियो के प्रमोशनल आॅफर का आखिरी दिन होना चाहिए था।
हर जियो उपभोक्ता के लिए जरूरी है यह खबर
गौरतबल है कि रिलायंस जियो ने 5 सितंबर 2016 से अपनी 4जी सर्विस भारत में लॉन्च की थी। उसी के साथ कंपनी ने वेलकम आॅफर के तहत 31 दिसंबर तक सर्विस सेवाएं मुफ्त करने की घोषणा की थी। हालांकि ट्राई नियमानुसार कोई भी आॅफर 90 दिनों से ज्यादा का नहीं हो सकता ऐसे में 3 दिसंबर को इस आॅफर की अवधी खत्म हो रही थी। परंतु इससे पहले ही मुकेश अंबानी ने वेलकम आॅफर की घोषणा कर दी और जियो की सभी सेवाएं 31 मार्च 2017 तक मुफ्त कर दी।
इस घोषणा के साथ ही जियो उपभोक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई लेकिन एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी कंपनियों ने नाराजगी जताई। वहीं टेलीकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ने भी पिछले माह इस पर जियो से जवाब मांगा था। ट्राई ने खत लिखकर लिखित में जवाब मांगा था क्यों न नियमों का उल्लंघन मानकर जियो की फ्री सर्विस बंद कर दी जाए। इस बाबत रिलायंस ट्राई को अपना जवाब भेज चुका है। परंतु मामला अभी रफादफा नहीं हुआ और फ्री सर्विस पर खबरा अब भी मंडरा रहा है। ट्रिब्यूनल द्वारा कुछ भी फैसला आ सकता है और जियो की सर्विस को बैन भी किया जा सकता है।