भले ही आज हम 4जी और 5जी नेटवर्क की बात कर रहे हैं लेकिन शायद इस बात को जनकार आपको हैरानी होगी कि ऐशिया महाद्वीप में इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत सबसे पीछे है। हालांकि लगातार इसमें सुधार की कोशिश की जा रही है परंतु इसमें कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला है। परंतु अब ट्राई (टेलीकॉम रेग्यूलेटरी आॅफ इंडिया) इस पर काफी सख्त नजर आ रहा है। रेग्यूलेटरी ने टेलिकॉम कंपनियों को सख्त निर्देश जारी किया है कि ब्रॉडबैंड प्लान में डाटा उपयोग सीमा की स्पष्ट जानकारी दें और साथ ही यह भी साथ यह भी तय करे कि किसी भी स्थिति में इंटरनेट स्पीड 512 केबीपीएस से कम न हो।
ट्राई द्वारा जारी इन निर्देश से न सिर्फ डाटा की पारदर्शिता बढ़ाने में कारगर होगा बल्कि डाटा उपयोग पर नजर रखने में काफी मददगार होगा। रेग्लयूलेटरी ने यह भी कहा है कि ग्राहकों को उनके डाटा सीमा के 50 फीसदी, 90 फीसदी और 100 फीसदी उपयोग पर उन्हें सूचित करे। वहीं फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के मामले में इंटरनेट स्पीड 512 केबीपीएस से कम नहीं होनी चाहिए।
मौजूदा समय में उचित उपयोग नीति के तहत असीमित ब्रॉडबैंड प्लान लेने वाले ग्राहकों को आम तौर पर दो जीबी डाटा तक दो एमबी प्रति सेकेंड की गति मिलती है और यदि समय सीमा अवधि शेष रहने से पहले ग्राहक दो जीबी डाटा उपयोग कर लेता है तो बची हुई अवधि के लिए यह गति घटा दी जाती है।
ट्राई ने यह भी कहा कि वायर के माध्यम से ब्रॉडबैंड सेवा देने के लिए इस नीति के तहत सेवा प्रदाता को यह सुनिश्चित करना होगा कि डाउनलोडिंग सीमा 512 केबी प्रति सेकंड से कम नहीं हो और यह उसकी डाटा सीमा खत्म होने के बाद भी इतनी ही रहे।