
Reliance Jio एक के बाद एक बुलंदि हासिल करता जा रहा है। जियो ने दूसरी बार फिर लगातार Airtel को पीछे छोड़ दिया है। ट्राई की रिपोर्ट में सामने आया है कि जियो ने इस साल जून में 54.7 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। वहीं, एयरटेल ने जून 2021 में 38.1 लाख नए यूजर्स जोड़े हैं। वहीं, टेलीकॉम इंडस्ट्री में तीसरी कंपनी वोडाफोन-आइडिया (Vi) को 42.8 लाख सब्सक्राइबर्स का नुकसान हुआ है। इसका मतलब ग्राहकों ने वोडाफोन-आइडिया का साथ छोड़ दिया है। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के लेटेस्ट डाटा से इस बात की जानकारी सामने आई है।
सब्सक्राइबर्स की संख्या में हुआ इजाफा
जून 2021 के आखिर में वायरलेस सब्सक्राइबर्स की कुल संख्या 1,180.83 मिलियन हो गई। जून में सब्सक्राइबर्स की संख्या में 0.34 फीसदी की मंथली ग्रोथ रेट देखने को मिली है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में वायरलेस सब्सक्रिप्शन घटा है। मई 2021 में यह 535.36 मिलियन था, जो कि जून 2021 में घटकर 535.54 मिलियन हो गया।
BSNL और MTNL का रहा दबदबा
वायरलाइन मार्केट में सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL और MTNL का दबदबा रहा। इस सेगमेंट में इनकी हिस्सेदारी 47.60 फीसदी रही। इसके अलावा वायरलेस सब्सक्राइबर मार्केट में प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों का दबदबा रहा और इनकी संयुक्त बाजार हिस्सेदारी 89.95 फीसदी रही।
इस सेगमेंट में BSNL और MTNL का मार्केट शेयर 10.05 फीसदी रहा। जून 2021 में 122.7 लाख सब्सक्राइबर्स ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) के लिए रिक्वेस्ट दी। एमएनपी की टोटल रिक्वेस्ट बढ़कर 605.88 मिलियन पहुंच गई हैं, जो कि मई 2021 के आखिर में 593.61 मिलियन थीं।
बीएसएनएल ने जून में वायरलाइन ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ताओं के पलायन को रोकने में कामयाबी हासिल की क्योंकि कंपनी ने उपयोगकर्ता आधार में कोई बदलाव नहीं देखा। जून तक, बीएसएनएल का वायरलाइन ब्रॉडबैंड बेस 6.03 मिलियन था, उसके बाद एयरटेल का 3.37 मिलियन, रिलायंस जियो का 3.22 मिलियन, एसीटी का 1.91 मिलियन और हैथवे केबल का 1.06 मिलियन था। यह भी पढ़ें : Maruti Suzuki और Toyota बना रहे हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल, चलते-चलते होगी चार्ज