Mobile Phone हमारी दैनिक दिनचर्या में बेहद अहम रोल अदा करने लगा है। इससे बहुत से फायदे हैं तो कई सारे नुकसान भी है। जरूरत से ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल कई तरह की परेशानियों को न्यौता देता है। फोन की लत का ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला छत्तीसगढ़ के चित्रकोट से सामने आया है जहां अत्याधिक मोबाइल यूज करने पर पेरेंट्स ने डांटा तो नाराज बेटी ने 90 फीट गहरे झरने में छलांग लगा दी।
इस लेख में:
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के जरिये मिली जानकारी के अनुसार सरस्वती मौर्य नाम की एक युवती ने ‘मिनी नियाग्रा’ कहे जाने वाले चित्रकोट के झरने में छलांग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। इस युवती की उम्र 21 साल बताई गई है जो उसी शहर में कार्यरत है। सामने आई जानकारी के मुताबिक सरस्वती के घर वालों ने उसे फोन का अधिक इस्तेमाल करने पर डांटा था और इसी नाराज़गी में उसे सुसाइड करने की कदम उठाया।
खबर के अनुसार यह घटना मंगलवार 18 जुलाई की है। सरस्वती अपना ज्यादा समय मोबाइल फोन ही बिताया करती थी और उसकी इस आदत की वजह से अभिभावक भी परेशान हो गए थे। समय-समय पर सरस्वती माता-पिता उसे डांटते रहते थे तथा फोन का कम इस्तेमाल करने की हिदायत देते थे। मंगलवार दोपहर तकरीबन 1 बजे युवती के पिता संतो मौर्य ने फिर से अपनी बेटी पर गुस्सा किया था। इसके बाद वह लड़की नाराज होकर चित्रकोट वाटरफॉल पहुंच गई।
यहां देखें पानी में कूदने का वीडियो :
girl jumps from a height of 90 foot into the Chitrakote Waterfalls after her parents scolded her for using mobile phone. She, however, survived the plunge and emerged a few metres away.#Chhattisgarh #chitrakotewaterfalls #mobile #waterfallspic.twitter.com/WEkVxJq8HN
— Priyathosh Agnihamsa (@priyathosh6447) July 19, 2023
90 फीट की ऊंचाई से लगा दी छलांग
उपर लगी वीडियो में देखा जा सकता है कि सरस्वती वाटरफॉल के मुहाने पर आकर खड़ी हो गई और नीचे कूदने की कोशिश करने लगी। वहां मौजूद पर्यटकों ने भी आवाज लगाकर युवती को रोकने की कोशिश की लेकिन कुछ ही देर में उसने आत्महत्या करने के मकसद से झरने में छलांग लगा दी।
झरने में कूदने के बाद सरस्वती खुद ही तैरने की कोशिश करने लगी तथा अपने आप को पानी से बाहर निकालने का प्रयास करने लगी। इस बीच वाटरफॉल के पास मौजूद सुरक्षाकर्मी नाव लेकर युवती के पास पहुंच गए तथा उसे पानी से बाहर निकाल लाए। 21 वर्षीय लड़की की जान तो बच गई लेकिन यह घटना हमारी युवा पीढ़ी पर फिर से सवाल खड़े करती है कि मोबाइल और सोशल मीडिया की दुनिया उनकी वास्तविक जिंदगी पर कितने बुरा असर डाल सकती है।