Gmail vs Zoho Mail, कौन-सा ईमेल है बेहतर? जानें जीमेल से जोहो मेल में स्विच कैसे करें?

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जोहो (Zoho) का अराट्ट्ई (Arattai) ऐप इन दिनों देश में धमाल मचाए हुआ है। अब जोहो के ही Zoho Mail की खूब चर्चा हो रही है। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह समेत कई हाई-प्रोफाइल यूजर्स Gmail से स्वदेशी Zoho Mail पर शिफ्ट हुए हैं। इसके बाद से जोहो मेल सोशल प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड कर रहा है। वैसे, देखा जाए तो इन दिनों सरकार स्वदेशी ऐप को प्रोत्साहित कर रही है और इसके पीछे मुख्य कारण प्राइवेसी और डाटा सुरक्षा है। Zoho Mail का उद्देश्य Gmail का प्राइवेसी-फ्रेंडली विकल्प बनाना है। यह ईमेल प्लेटफॉर्म ऐड-फ्री इनबॉक्स, मजबूत एन्क्रिप्शन और Zoho के अन्य बिजनेस टूल्स के साथ इंटीग्रेशन की सुविधा प्रदान करता है। ऐसे में अब प्रोफेशनल्स, छोटे बिजनेस मालिक और आम यूजर्स भी Gmail से Zoho Mail में शिफ्ट हो रहे हैं। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं जीमेल और जोहो मेल में कौन आपके लिए बेहतर हो सकता है और आप कैसे Gmail से Zoho Mail में स्विच कर सकते हैं।

Zoho Mail के खास फीचर्स

  • ऐड-फ्री इनबॉक्स: Gmail की तरह ईमेल को विज्ञापन के लिए स्कैन नहीं किया जाता है।
  • स्ट्रिम्स: सोशल मीडिया की तरह इंटरफेस, जहां टीम के साथ पोस्ट, टैग, टास्क और इवेंट मैनेज किए जा सकते हैं।
  • अटैचमेंट: जोहो मेल में 1GB तक की फाइल अटैचमेंट की सुविधा। बड़ी फाइलें लिंक में कन्वर्ट हो जाती हैं।
  • ईमेल रिकॉल: भेजा गया ईमेल बाद में भी रिकॉल किया जा सकता है और रिसीवर को नोटिफिकेशन मिलती है।
  • S/MIME सिक्योरिटी: डिजिटल सिग्नेचर के साथ अतिरिक्त एन्क्रिप्शन, ईमेल सिक्योरिटी बढ़ाता है।
  • Email Retention और eDiscovery: पुराने ईमेल को बैकअप करना और कानूनी/कंप्लायंस कारणों से रिट्रीव करना आसान है।
  • स्मार्ट फिल्टर: इनकमिंग ईमेल को ऑटोमैटिकली फोल्डर्स में कैटेगरी करने की सुविधा है, जैसे- Notifications या Newsletters।
  • प्रोडक्टिविटी टूल्स : Calendar, Tasks, Notes, Contacts और Bookmarks एक ही इंटरफेस में मिलते हैं।

Gmail vs Zoho Mail: कौन है बेहतर

Zoho Mail को खासतौर पर प्राइवेसी-फ्रेंडली विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। यह प्लेटफॉर्म एड-फ्री इनबॉक्स, मजबूत एन्क्रिप्शन और Zoho के बिजनेस और प्रोडक्टिविटी टूल्स के साथ डीप इंटीग्रेशन की सुविधा देता है। जानते हैं जोहो मेल और जीमेल के फीचर में क्या अंतर है?

Gmail vs Zoho Mail

यूजर इंटरफेस (UI)

Gmail का इंटरफेस उपयोग में सहज और इंट्यूटिव है। इसका लेफ्ट-पैनल यूजर्स को ईमेल को छह मुख्य कैटेगरी- Primary, Promotions, Social, Updates, Forums और पर्चेज में ऑर्गनाइज करने की सुविधा देता है। ये ऑटोमैटिक कैटेगरीज ईमेल मैनेज करना आसान बनाती हैं। इसके अलावा, Gmail में लेबल्स की सुविधा भी है, जिन्हें आप बना, बदल या हटा सकते हैं और एक ईमेल पर कई लेबल्स लगा सकते हैं।

वहीं Zoho Mail का फोल्डर सिस्टम Gmail के लेबल्स जैसा है, लेकिन इसमें Inbox, Sent, Trash और Spam को भी फोल्डर्स की तरह ट्रैक किया जाता है। Zoho के टैग्स अन्य ऐप्स जैसे Zoho Tasks और Zoho Calendar में भी काम आते हैं। Gmail की तरह Zoho में ऑटोमैटिक कैटेगरीज नहीं हैं, इसलिए यूजर्स को ईमेल मैनुअली ऑर्गनाइज करना पड़ता है। हालांकि टीम कॉलैबोरेशन और टास्क मैनेजमेंट के लिए Zoho Mail बेहतर इंटीग्रेशन प्रदान करता है।

फीचर्स

Gmail उपयोग में आसान और AI-पावर्ड फीचर्स के लिए जाना जाता है। Smart Compose जैसी सुविधा ईमेल लिखने की प्रक्रिया को तेज बनाती है, जबकि Advanced Spam Filters स्पैम मैसेज को प्रभावी ढंग से रोकते हैं। Gmail का Confidential Mode संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रूप से साझा करने की सुविधा देता है और Google Workspace के जरिए Calendar, Docs और Drive जैसी सेवाओं का बेहतर इंटीग्रेशन मिलता है।

Zoho Mail मुख्य रूप से बिजनेस और टीम कॉलैबोरेशन पर फोकस करता है। इसके Streams फीचर के जरिए सोशल मीडिया स्टाइल में टीम के साथ ईमेल पर कमेंट और चर्चा की जा सकती है। Email Policies बिजनेस एडमिन्स को ईमेल कॉम्प्लायंस मैनेजमेंट में मदद करती हैं। वहीं अगर आप ईमेल लिखते समय सही शब्द को खोजने में मुश्किल महसूस करते हैं, तो Zoho Mail का Zia आपकी मदद करता है। Zia की ऑटो-कंप्लीट सुविधा आपके वाक्यों को आसानी से पूरा कर देती है और अगले शब्द या वाक्य के सुझाव भी देती है। इसके अलावा, SecurePass मैसेज, Email Recall और S/MIME Security जैसी सुविधाएं Zoho Mail को सुरक्षा और प्राइवेसी के मामले में मजबूत बनाती हैं। इसके अलावा, Zoho Mail में Calendar, Tasks, Notes, Contacts और Bookmarks जैसे इंटीग्रेटेड टूल्स भी मौजूद हैं।

स्टोरेज और अटैचमेंट लिमिट्स

Gmail और Zoho Mail दोनों ही फ्री और Paid स्टोरेज विकल्प प्रदान करते हैं। फ्री अकाउंट में Gmail 15 GB स्टोरेज देता है, जबकि Zoho Mail केवल 5 GB दिता है। अटैचमेंट की बात करें, तो Gmail फ्री में 25 MB तक की फाइल अटैच करने की अनुमति देता है, जबकि Zoho Mail में यह 20 MB तक है। Paid users के लिए Zoho Mail 1 GB तक अटैचमेंट की सुविधा देता है, जबकि Gmail Paid प्लान में सिर्फ 500 MB तक की फाइस शेयर करने की सुविधा देता है। बड़े फाइल और अधिक स्टोरेज की जरूरत वाले बिजनेस यूजर्स के लिए Zoho Mail Paid प्लान बेहतर विकल्प है।

लिमिट GmailZoho Mail
फ्री स्टोरेज15 GB5 GB
फ्री अटैचमेंट25 MB25 MB
Paid Storage30 TB10 TB
Paid Attachment500 MB1 GB

प्लान स्ट्रक्चर

Gmail के Paid Plans में Business Starter, Business Standard और Business Plus शामिल हैं। Starter प्लान में 30 GB स्टोरेज और 100 MB अटैचमेंट लिमिट है, जबकि Plus प्लान में 5 TB स्टोरेज और 500 MB अटैचमेंट लिमिट दी गई है। Enterprise प्लान की कीमत सार्वजनिक नहीं है और इसमें डाटा लॉस प्रिवेंशन और S/MIME सुरक्षा जैसी एडवांस्ड सुविधाएं मिलती हैं।

Zoho Mail के Mail-Only Plans में Mail Lite और Mail Premium शामिल हैं। Mail Lite प्लान में 5–10 GB स्टोरेज और 250 MB अटैचमेंट लिमिट है, जबकि Mail Premium में 50 GB स्टोरेज और 1 GB अटैचमेंट की सुविधा है। Zoho Workplace के Standard और Professional प्लान्स में पूरे Zoho ऐप्स के साथ Calendar, Meeting, WorkDrive, Cliq और Zoho Connect जैसी सुविधाएं मिलती हैं।

Gmail और Zoho Mail की कीमत

जीमेल के बेसिक प्लान में 100GB स्टोरेज मिलता है। इसकी कीमत ₹130 प्रति माह है। वहीं Standard Plan में 200GB स्टोरेज दिया जाता है और कीमत ₹210 प्रति माह रखी गई है। Premium Plan 2TB (टेराबाइट) स्टोरेज के साथ आता है। इसकी सामान्य कीमत ₹650 प्रति माह है, लेकिन अभी ऑफर के तहत पहले 3 महीनों तक ₹130 प्रति माह में उपलब्ध है। तीन महीने बाद यह फिर ₹650 प्रति माह हो जाएगा। Google AI Pro Plan में भी 2TB स्टोरेज मिलता है। इसकी सामान्य कीमत ₹1,950 प्रति माह है, लेकिन अभी पहला महीना फ्री (₹0) दिया जा रहा है।

वहीं Zoho अपने यूजर्स के लिए कई प्लान्स ऑफर करता है। इसका बेसिक प्लान ₹59 से शुरू होता है, जिसमें 5GB स्टोरेज मिलता है। वहीं 10GB वाला प्लान ₹75 से शुरू होता है। इसके अलावा, ₹99, ₹199 और ₹399 वाले अन्य प्लान्स भी उपलब्ध हैं। अगर आप बड़ी टीम या कंपनी के लिए Zoho Mail लेना चाहते हैं, तो एंटरप्राइज यूजर्स अपनी टीम के आकार और जरूरतों के हिसाब से कस्टम प्लान के लिए Zoho से संपर्क कर सकते हैं।

Productivity और Workflow Optimization

Gmail Google Workspace के साथ इंटीग्रेटेड है, जिससे Calendar, Drive और Docs जैसे टूल्स तक तुरंत पहुंच मिलती है। AI-पावर्ड Smart Reply जैसी सुविधाएं ईमेल कंपोजिंग को तेज करती हैं। हालांकि Advanced फीचर्स के लिए Paid Subscription जरूरी है।

Zoho Mail Workplace Suite के जरिए Streams, AI Search Assistant और टास्क/अपॉइंटमेंट मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं देता है। Free Plan बेसिक फीचर्स प्रदान करता है, जबकि Paid Plan लचीले और किफायती फीचर्स के साथ बेहतर बिजनेस सपोर्ट देता है।

Gmail से Zoho Mail में स्विच कैसे करें

जीमेल से जोहो मेल में स्विच करने के लिए आप नीचे दिए स्टेप-बाय-स्टेप गाइड को फॉलो कर सकते हैंः

Zoho Mail

  • स्टेप-1: सबसे पहले Zoho Mail की आधिकारिक वेबसाइट https://www.zoho.com/mail पर जाएं और Sign Up पर क्लिक करें। यहां पर फ्री या प्रीमियम प्लान में से किए एक को सलेक्ट करना है। फिर अपना नाम, ईमेल और पासवर्ड डालकर अकाउंट क्रिएट करें।
  • स्टेप-2: अब Gmail में Settings > Forwarding and POP/IMAP पर जाएं और IMAP एक्सेस ऑन करें। IMAP इनेबल होने पर Zoho Mail आपके Gmail डाटा को सुरक्षित रूप से एक्सेस कर सकेगा।
  • स्टेप-3: Zoho Mail में लॉगइन करके Import/Export सेक्शन को ओपन करें और Migration Wizard शुरू करें। यह टूल Gmail की सारी ईमेल, कॉन्टैक्ट्स और फोल्डर्स को Zoho में ट्रांसफर करता है।
  • स्टेप-4: Migration के बाद Gmail को सेट करें ताकि नए आने वाले मेल अपने आप Zoho Mail में फॉरवर्ड हों।
  • स्टेप-5: फिर अपने दोस्तों, परिवार और कलीग्स को नया ईमेल पता बताएं। साथ ही इसे बैंक, सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन अकाउंट्स में अपडेट करें।

नोट: बड़े या पुराने Gmail अकाउंट्स में डाटा ट्रांसफर थोड़ी देर या आंशिक रूप से हो सकता है। Gmail के लेबल्स, रूल्स और फिल्टर्स Zoho में पूरी तरह से मैच नहीं हो सकते हैं। Google Drive, Keep जैसी इंटीग्रेशन Zoho में काम नहीं करेंगी।

यदि आप सरल, सहज और Google इकोसिस्टम में रहना चाहते हैं तो Gmail बेहतर है। वहीं यदि आपकी प्राथमिकता प्राइवेसी, बिजनेस-फ्रेंडली टूल्स और Zoho ऐप्स के इंटीग्रेशन है, तो Zoho Mail एक मजबूत विकल्प है। Zoho Mail खासकर उन प्रोफेशनल्स और कंपनियों के लिए उपयोगी है, जिन्हें टीम वर्क, डाटा सिक्योरिटी और एक साथ कई टूल्स की जरूरत होती है।

सवाल- जवाब (FAQs)

जीमेल से जोहो मेल पर स्विच करने में कितना समय लगता है?

आपके जीमेल खाते में मौजूद ईमेल की मात्रा पर निर्भर करता है। अगर आपके पास कुछ सौ ईमेल हैं, तो माइग्रेशन कुछ घंटों में पूरा हो सकता है। पुराने खातों में, जिनमें हजारों ईमेल हैं, इसमें एक या दो दिन भी लग सकते हैं। जोहो मेल का माइग्रेशन विजार्ड प्रक्रिया को आसान बनाता है, लेकिन बड़े डेटा के लिए धैर्य रखें।

क्या जोहो मेल पूरी तरह मुफ्त है?

हां, जोहो मेल का मुफ्त प्लान भी उपलब्ध है, जिसमें 5 जीबी स्टोरेज और 20 एमबी तक के अटैचमेंट मिलते हैं। लेकिन अगर आपको अधिक स्टोरेज या सुविधाएं चाहिए, जैसे 1 जीबी अटैचमेंट या एस/माइम सुरक्षा, तो प्रीमियम प्लान चुनना होगा।

क्या जीमेल के लेबल जोहो मेल में ट्रांसफर हो सकते हैं?

जीमेल के लेबल जोहो मेल में फोल्डर के रूप में ट्रांसफर हो सकते हैं, लेकिन कुछ जटिल लेबल या फिल्टर पूरी तरह काम नहीं करेंगे। आपको जोहो मेल में नए फिल्टर या टैग्स मैनुअल रूप से सेट करने पड़ सकते हैं।

जोहो मेल में विज्ञापन क्यों नहीं हैं?

जोहो मेल गोपनीयता को प्राथमिकता देता है और आपके ईमेल को विज्ञापनों के लिए स्कैन नहीं करता है। यह जीमेल से अलग है, जो मुफ्त प्लान में विज्ञापन दिखाता है। जोहो का बिजनेस मॉडल सब्सक्रिप्शन और व्यावसायिक सेवाओं पर आधारित है, इसलिए विज्ञापनों की जरूरत नहीं पड़ती है।

क्या जोहो मेल Google ड्राइव या Google कीप जैसे टूल्स के साथ काम करता है?

नहीं, जोहो मेल Google के टूल्स जैसे ड्राइव या कीप के साथ एकीकृत नहीं है। लेकिन यह जोहो के अपने टूल्स जैसे जोहो कैलेंडर, टास्क्स और वर्कड्राइव के साथ बेहतर काम करता है। अगर आप Google इकोसिस्टम पर निर्भर हैं, तो यह एक कमी हो सकती है।

जोहो मेल का स्ट्रिम्स फीचर क्या है?

स्ट्रिम्स एक सोशल-मीडिया स्टाइल का टूल है, जो सहकर्मियों के साथ कार्य को आसान बनाता है। आप इसके जरिए पोस्ट बना सकते हैं, टास्क सौंप सकते हैं, इवेंट्स बना सकते हैं और टीम के साथ चैट कर सकते हैं, बिना ईमेल फॉरवर्ड किए।

क्या जोहो मेल जीमेल से ज्यादा सुरक्षित है?

जोहो मेल में एस/माइम और टीएलएस एन्क्रिप्शन जैसी मजबूत सुरक्षा सुविधाएं हैं, जो डिजिटल हस्ताक्षर और डाटा सुरक्षा प्रदान करती हैं। जीमेल भी कॉन्फिडेंशियल मोड और स्पैम फिल्टर्स के साथ सुरक्षित है। दोनों अच्छी सुरक्षा देते हैं, लेकिन जोहो मेल गोपनीयता पर ज्यादा जोर देता है।

क्या मैं जोहो मेल को मोबाइल पर इस्तेमाल कर सकता हूं?

हां, जोहो मेल के लिए एंड्रॉयड और iOS पर समर्पित ऐप्स (जोहो मेल, स्ट्रिम्स और एडमिन) उपलब्ध हैं। ये आपके इनबॉक्स और सहयोग टूल्स को मोबाइल पर आसानी से मैनेज करने में मदद करते हैं।

क्या जोहो मेल व्यवसायों के लिए बेहतर है?

हां, जोहो मेल व्यवसायों के लिए खासतौर पर उपयोगी है, क्योंकि इसमें स्ट्रिम्स, ईमेल नीतियां और 1 जीबी तक अटैचमेंट जैसी सुविधाएं हैं। यह जोहो के अन्य टूल्स के साथ भी अच्छा इंटीग्रेशन देता है। अगर आप Google वर्कस्पेस का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो जोहो मेल एक किफायती और पावरफुल विकल्प है।

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