ऐसे बहुत से लोग हैं जो एक बार मोबाइल खरीदने के बाद कम से कम 3-4 साल तक उसे बदलते नहीं हैं। खास तौर पर मिडिल क्लास फैमिली से जुड़े हमारे जैसे यूजर एक ही स्मार्टफोन को लंबे समय तक चलाना चाहते हैं। लेकिन अक्सर फोन जैसे-जैसे पुराना होने लगता है, उसकी परफॉर्मेंस भी स्लो होने लगती है तथा इस्तेमाल में भी परेशानी आने लगती हैं। इसी तरह की दिक्कतों से बचने के लिए आगे हमने 5 ऐसी ट्रिक्स बताई हैं जो आपके पुराने फोन को फास्ट करने में मददगार सबित हो सकती है।
पुराने फोन की स्पीड बढ़ाने की ट्रिक्स
Factory Reset
फैक्ट्री रीसेट उस दवाई की तरह है जो कई बीमारियों का ईलाज करने की ताकत रखती है। Factory Reset अपने स्मार्टफोन को फिर से फास्ट, स्मूथ व नए जैसा बनाने का सबसे बेस्ट तरीका है। इस ऑप्शन को अपनाने के बाद आपका मोबाइल फोन बिल्कुल किसी अनयूज़्ड नए डिवाईस जैसा हो जाएगा। फोन की प्रोसेसिंग फास्ट हो जाएगी, सभी टॉस्क बेहद तेजी से पूरे होंगे तथा ऐप खुलने से लेकर टच रिस्पांस तक सभी बेहतर हो जाएगा। बता दें कि स्मार्टफोन रीसेट करने पर फोन की सभी पुरानी फाइल्स खत्म हो जाएगी तथा सिस्टम फाइल व ऐप्लीकेशन फाइल फिर से नई बन जाएगी।
Smartphone reset करने से पहले अपने मोबाइल फोन का डाटा बैकअप लेना भी आवश्यक है। अगर आप चाहते हैं कि मोबाइल में मौजूद सभी ऐप्स, फोटो, वीडियो तथा अन्य फाइल्स भी आपके पास रहे तो Data Backup जरूर ले लें। फोन बैकअप को स्मार्टफोन में ही लगने वाले माइक्रोएसडी कार्ड या फिर Google में स्टोर किया जा सकता है, जिसे फोन Factory Reset होने के बाद वापिस से Recover किया जा सकता है।
फोन को Factory Reset कैसे करें, (यहां क्लिक कर) जानें
Android Update
एंड्रॉयड स्मार्टफोंस Google द्वारा बनाए गए Android OS पर रन करते हैं। यह कंपनी हर साल अपने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का नया वर्ज़न लेकर आती है जिनमें कई नए अपडेट शामिल रहती है। सिर्फ यही नहीं थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर भी एंड्रॉयड ओएस की नई अपडेट जारी होती रहती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि ये नई एंड्रॉयड अपडेट सिर्फ फोन स्टोरेज घेरने का काम करती है तथा यूजर्स को नई फीचर की भी कोई खास जरूरत महसूस नहीं होती है, इसलिए वो नई एंड्रॉयड अपडेट को फोन में डाउनलोड नहीं करते हैं।
लेकिन आपको बता दें कि Android OS की नई अपडेट सिर्फ नए फीचर्स ही नहीं लाती है बल्कि उनमें कई तरह के बग्स से लड़ने की ताकत भी डाली जाती है। विभिन्न ऐप्स, वेबसाइट्स, गेम्स, ऑनलाइन एक्टिविटी तथा इंटरनेट एक्सेस से आपके स्मार्टफोन में कई तरह के बग्स भी घुस जाते हैं जो फोन की प्रोसेसिंग पर एक्स्ट्रा लोड डाल देते हैं। ये बग्स सिर्फ प्रोसेसिंग स्लो ही नहीं करते हैं बल्कि कई ऐप्स पर भी प्रभाव डालते हैं। एंड्रॉयड अपडेट्स में डेवलेपर्स इन बग्स को खत्म करने के कोड भी डालते हैं। इसलिए अपना स्मार्टफोन हमेशा नए एंड्रॉयड वर्ज़न पर अपडेट रखना बेहद जरूरी है।
RAM Memory
मोबाइल फोन में जब भी कोई ऐप्लीकेशन इंस्टाल की जाती है तो वह फोन की इंटरनल मैमोरी में स्टोर होती है। उस ऐप की नई फाइल्स RAM यानी Random Access Memory पर ही क्रिऐट होती है। यूं तो आज मार्केट में 6GB RAM और 8GB RAM वाले स्मार्टफोन आने शुरू हो गए हैं लेकिन अगर आपका मोबाइल पुराना है जो उसके 2GB RAM या 3GB RAM मौजूद हो सकती है। वहीं दूसरी ओर मार्केट में आज बहुत से ऐसे मोबाइल गेम्स व ऐप्स मौजूद हैं जिनकी सिस्टम फाइल का साईज़ बेहद बड़ा होता है।
ये ऐप्स या गेम्स फोन में इंस्टाल करने के बाद जैसे-जैसे इनका यूज़ करते हैं, इनकी फाइल्स का साईज़ भी बढ़ता जाता है। इस कंडिशन में अगर आपके फोन की रैम में स्पेस बेहद कम बचता है तो फोन की प्रोसेसिंग स्लो होने लगती है तथा सभी टास्क धीमे पड़ने लगते हैं। यहां आपको तय होना होगा कि जो ऐप आपके लिए ज्यादा जरूरी है उसे ही फोन में रखें तथा गैरजरूरी ऐप्स इत्यादि को स्मार्टफोन से डिलीट कर दें। RAM जितनी फ्री होगी, फोन उतना ही स्मूथ काम करेगा।
Phone Storage
फोन की स्टोरेज का भरा होना भी डिवाईस की प्रोसेसिंग पर असर डालती है तथा उसे स्लो करती है। support.google के मुताबिक अगर आपके स्मार्टफोन की स्टोरेज 90 प्रतिशत तक फुल हो जाती है तथा 10 प्रतिशत से कम फ्री बचती है तो यह आपके मोबाइल फोन में प्रॉब्लम खड़ी करना शुरू कर देगा। हो सकता है कि शुरूआती असर न दिखाई दें लेकिन जैसे-जैसे फ्री स्टोरेज स्पेस कम होता जाएगा, आपको स्मार्टफोन उतना ही खराब परफॉर्म करना शुरू कर देगा।
इस स्थिति में जरूरी है कि समय-समय पर अपनी Phone Storage को चेक करते रहें तथा फालतू की फोटोज व वीडियोज़ को मोबाइल में से डिलीट कर दें। हॉं, अगर मीडिया फाइल्स को डिलीट नहीं कर सकते हैं तो उनका बैकअप ले लेना भी बेहतर ऑप्शन है। अपने फोन में सेव फोटोज़ को गूगल पर सेव कर सकते हैं तथा पेन ड्राइव व लैपटॉप इत्यादि में भी सेव करके रख सकते हैं। मोटे तौर पर बात सिर्फ इतनी है कि फोन की स्टोरेज को खाली रखे तथा उसे बेवजह भरने ना दें।
Lite Android Apps का यूज़
लाइट एंड्रॉयड ऐप्स पुराने मोबाइल फोंस के लिए बहुत की बेस्ट ऑप्शन हैं। ये ऐप्स फोन में कम स्टोरेज घेरती हैं तथा इंटरनेट की खपत भी कम करती हैं। इसी तरह इन ऐप्स का इस्तेमाल करने पर फोन के प्रोसेसर व बैटरी पर भी ज्यादा लोड नहीं पड़ता है। मज़े की बात यह भी है कि ये Lite Android Apps अपने फुल वर्ज़न की तुलना में काफी फास्ट भी होती है। ऐसे में समझदारी इसी में है कि अपने पुराने स्मार्टफोन में इन्हीं लाइट ऐप्स का यूज़ किया जाए।
ये लाइट एंड्रॉयड ऐप्स कम रैम व पुराने प्रोसेसर पर भी स्मूथ तथा लैगफ्री काम करती हैं। अगर यहां कुछ लाइट ऐप्स का जिक्र करें तो Gmail Go, Google Go, YouTube Go और Maps Go के साथ ही Facebook Lite, Messenger Lite, Instagram Lite तथा Twitter Lite आपके काम की साबित हो सकती हैं।